मुंबई, 08 जनवरी 2022- देश में बिल भुगतान को और बेहतर और सरल बनाने के उद्देश्य से नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) ने ‘यूनिफाइड प्रेजेंटमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (यूपीएमएस)’ नामक एक अनूठी सुविधा पेश की है। यूपीएमएस के माध्यम से एनबीबीएल ग्राहकों को अपने आवर्ती बिल भुगतान पर किसी भी चैनल से और किसी भी मोड के लिए स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शंस स्थापित करने में सक्षम करेगा। ऑटो-डेबिट और बिल भुगतान प्रबंधन के संदर्भ में बिल स्वचालित रूप से बिलर्स से प्राप्त किए जाएंगे और ग्राहकों को आगे की कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किए जाएंगे।
यूपीएमएस लॉन्च के साथ भारत बिलपे सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू) द्वारा प्रदान किए गए सेंट्रलाइज्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर और एप्लिकेशन सपोर्ट के माध्यम से सभी भारत बिलपे ऑपरेटिंग यूनिट्स (बीबीपीओयू) को अपने ग्राहकों/कॉर्पाेरेट ग्राहकों को इस सुविधा का विस्तार करने में सक्षम बनाना है। यूपीएमएस अक्सर किए जाने वाले बिल भुगतानों को आसान बनाने और उन्हें ग्राहकों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाने में मदद करेगा।
यूपीएमएस सेवा प्रदाताओं और डिजिटल पेमेंट्स प्रणाली के फिनटेक को बीबीपीएस के सैंडबॉक्स में इस अभिनव सुविधा के माध्यम से चलाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। कई ऑपरेटिंग यूनिट्स (ओयू) और टैक्नीकल सर्विस प्रोवाइडर्स (टीएसपी) यूपीएमएस को तेजी से लागू करने में सक्रिय रूप से आगे आ रहे हैं।
यह सेवा वर्तमान में चल रही श्रेणी के विस्तार के साथ महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि बीबीपीएस के तहत नई श्रेणियों में अधिकांश लेनदेन जैसे म्यूचुअल फंड, बीमा, सदस्यता, स्कूल शुल्क भुगतान वर्तमान में प्रेजेंटमेंट और स्थायी निर्देशों के माध्यम से होते हैं। आंकड़े बताते हैं कि 50 प्रतिशत से अधिक बीमा प्रीमियम भुगतान और म्यूचुअल फंड में एसआईपी स्थायी निर्देशों या ऑटो-डेबिट के माध्यम से पूरे किए जाते हैं, और यह उम्मीद की जाती है कि सभी एएमसी, बीमा कंपनियां और यहां तक कि शैक्षिक संस्थान भी इस प्लेटफॉर्म से लाभान्वित होंगे।
निजी बैंकों के बीच एक्सिस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और कंज्यूमर टेक कंपनियों में फोनपे सहित प्रमुख भागीदार सक्रिय रूप से यूपीएमएस सेवाओं को अपने बिलर्स और उपभोक्ताओं तक ले जाने में लगे हुए हैं, जबकि कई अन्य कंपनियां इसे लागू करने के पहले कदम के रूप में सैंडबॉक्स तक पहुंच बना रहे हैं।
एक्सिस बैंक के प्रेसीडेंट और हैड – होलसेल बैंकिंग प्रोडक्ट्स श्री विवेक गुप्ता ने कहा, ‘‘बीबीपीएस प्रणाली के लिए यूपीएमएसएक बड़ी छलांग है। यह बिलों की एक कॉमन रिपॉजिटरी को संभव बनाएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि बिल भुगतान का संपूर्ण सिस्टम वास्तविक समय में अपडेट हो जाए। भुगतान की पुष्टि में देरी या गलत भुगतान-देय रिमाइंडर मिलने के कारण अब ग्राहकों को दोहरा भुगतान करने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यूपीएमएस भारत की डिजिटल यात्रा में इनोवेशन के लिहाज से एक और उदाहरण है और सिस्टम दक्षता और मजबूती को बढ़ाकर बिलर्स के लिए महत्वपूर्ण सुविधा पैदा करेगा। बीबीपीएस एक्सिस बैंक की प्रमुख पहलों में से एक है और हम इस यात्रा में एनपीसीआई के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’
फोनपे प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर-बिजनेस श्री अंकित गौर ने कहा, ‘‘यूपीएमएस के माध्यम से वर्तमान बिल भुगतान प्रणाली की दक्षता को बढ़ाया जा सकेगा, क्योंकि इसमें ग्राहकों को भुगतान के लिए बिल उपलब्ध कराए जाने वाले चक्र की विश्वसनीयता को बेहतर बनाना संभव होगा। साथ ही, ग्राहकों को एकमुश्त भुगतान करने या रेकरिंग पेमेंट्स के लिए मेंडेट निर्धारित करने का विकल्प भी मिलता है।’’
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री माधिवनन बालकृष्णन ने कहा, ‘‘महामारी के दौरान सभी चैनलों में डिजिटल भुगतान रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, क्योंकि उपयोगकर्ताओं ने भुगतान के संपर्क रहित और ऑनलाइन मोड को प्राथमिकता दी। एक टेक-फर्स्ट बैंक के रूप में, हमने अपने ग्राहकों के लिए डिजिटल जुड़ाव और अनुभव बढ़ाने पर सक्रिय रूप से ध्यान केंद्रित किया है। हम यूपीएमएस सुविधा के लिए एनपीसीआई भारत बिलपे के साथ साझेदारी करके खुश हैं, जो बिल भुगतान के लिए डिजिटल उपयोग को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा देगा।’’
एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड की सीईओ सुश्री नूपुर चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘यूपीएमएस पूरे सिस्टम के लिहाज से हमारा एक ऐसा उपहार है जो प्रत्येक घटक के लिए एक अनोखे तरीके से वैल्यू एड करता है। बिल भुगतान में आसानी के साथ हर भारतीय परिवार को सक्षम बनाने की हमारी यात्रा में, यूपीएमएस न केवल श्रेणी विस्तार में मदद करेगा, बल्कि एक और समाधान भी होगा जो ग्राहकों की डिजिटल यात्रा को बेहतर बना सकता है। यूनिफाइड प्रेजेंटमेंट मैनेजमेंट सिस्टम ग्राहकों के लिए बिल पर नजर रखने के साथ-साथ भुगतान अनुभव में बेहतर सुविधा जोड़ देगा क्योंकि इससे उन्हें अपने आगामी बिलों के लिए ऑटो-मैंडेट बनाने में मदद मिलेगी। बिलर्स के लिए, यूपीएमएस बिलिंग चक्र के दौरान आने वाले अपने सिस्टम पर इंफ्रास्ट्रक्चर ओवरहेड्स को कम करते हुए कलैक्शन के ऑपरेशनल मैनेजमेंट को आसान बनाता है। हमें वास्तव में विश्वास है कि सिस्टम से संबंधित भागीदारों के समर्थन से, यह कार्यक्षमता लाखों ग्राहकों और सेवा प्रदाताओं को बेहतर बिल भुगतान अनुभव प्रदान करेगी।’’