मुंबई, 10 फरवरी, 2022- भारत में एक प्रमुख बैंकिंग और वित्तीय सेवा समूह भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी स्ट्रेटेजिक ट्रेनिंग यूनिट के माध्यम से एनएसई एकेडमी के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी लोगों के बीच वित्तीय साक्षरता को एक आवश्यक जीवन कौशल के रूप में बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है। इस रणनीतिक सहयोग के एक हिस्से के रूप में शिक्षार्थी आज से एनएसई नॉलेज हब प्लेटफॉर्म पर एसबीआई के पांच शुरुआती एमओओसी के लिए नामांकन शुरू कर सकते हैं।
एसबीआई द्वारा क्यूरेट किए गए इन पाठ्यक्रमों में सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं को एक बेहतर संतुलित तरीके से पेश किया गया है। ये पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों को बैंकिंग, अनुपालन, उधार मानदंडों और कई अन्य विषयों के मूल सिद्धांतों की गहरी समझ रखने में सक्षम बनाता है। इन पाठ्यक्रमों को समृद्ध अनुभव और उत्कृष्ट शैक्षणिक साख रखने वाले बैंकरों द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। पाठ्यक्रमों में वास्तविक जीवन से जुड़े मामलों को शामिल किया गया है, ताकि इनके अध्ययन और परिदृश्यों के साथ शिक्षार्थी उपयुक्त रूप से जानकारी हासिल कर सकें। इस प्रकार ये पाठ्यक्रम कामकाजी पेशेवरों और शिक्षार्थियों को अनुभवों के जरिये सीखने का अवसर प्रदान करते हैं।
एसबीआई के डीएमडी (एचआर) और सीडीओ श्री ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा, ‘‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनएसई अकादमी के साथ एसबीआई की साझेदारी की घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। हमें विश्वास है कि बीएफएसआई क्षेत्र में शिक्षार्थियों के लिए व्यावहारिक पाठ्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ हमारे सहयोग से लाखों करियर-उन्मुख लोगों को फायदा होगा। हमें विश्वास है कि एसबीआई के ई-कोर्स शिक्षार्थियों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में अच्छी जानकारी हासिल करने और उनके पेशेवर जीवन को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।’’
एसबीआई की चीफ जनरल मैनेजर और हैड (स्ट्रेटेजिक ट्रेनिंग यूनिट) सुश्री लक्ष्मी आर श्रीनिवास ने कहा, ‘‘हम एनएसई अकादमी के सहयोग से देश भर के शिक्षार्थियों के लिए अपने पाठ्यक्रम पेश करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। हम शुरुआत में बैंकिंग टू बैंकिंग पेशेवरों, छात्रों और अन्य शिक्षार्थियों के विभिन्न पहलुओं की समझ प्रदान करने के उद्देश्य से पांच पाठ्यक्रम पेश कर रहे हैं।’’
1) ‘बैंकिंग फंडामेंटल्स’ बुनियादी बैंकिंग ज्ञान प्रदान करता है।
2) ‘एमएसएमई लेंडिंग इन नटशैल’ विशेष रूप से एसएमई उद्यमियों, बैंकिंग पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह छात्रों के लिए भी रुचिकर होगा।
3) ‘इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स सिस्टम्स इन इंडिया’ इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल भुगतान प्रणालियों के बारे में बुनियादी जानकारी प्रदान करता है।
4) ‘प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग नॉर्म्स’ पाठ्यक्रम प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को उधार देने और दिशानिर्देशों के महत्व पर नवीन जानकारी प्रदान करता है।
5) ‘एनआरआई बिजनेस एंड कंप्लायंस’ पाठ्यक्रम एनआरआई बिजनेस और कंप्लायंस को नियंत्रित करने वाले नियमों और विनियमों के ज्ञान के साथ शिक्षार्थियों को सशक्त बनाता है।
पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन आज से शुरू हो गया है। पाठ्यक्रम की अवधि 3-6 सप्ताह तक होगी, और शिक्षार्थियों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस पाठ्यक्रम पर प्रत्येक सप्ताह 2-3 घंटे का समय देंगे।
एनएसई के एमडी और सीईओ श्री विक्रम लिमये ने कहा, ‘‘एनएसई हमेशा भारतीय बीएफएसआई क्षेत्र में नए प्रयोगों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहा है। भारत के सबसे बड़े बैंक के साथ हमारा यह सहयोग बैंकिंग सेवाओं में करियर बनाने के इच्छुक पेशेवरों को लाभान्वित करने के लिए सीखने के अनूठे और अद्वितीय अवसर पेश करेगा।’’
एनएसई के ग्रुप प्रेसीडेंट और चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्री रवि वाराणसी ने कहा, ‘‘एसबीआई के साथ इस सहयोग से प्रोफेशनल लोग वर्तमान दौर के प्रतिस्पर्धी कौशल को आसानी से हासिल और विकसित कर सकेंगे। और इस काम में एनएसई एकेडमी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एनएसई नॉलेज हब को क्यूरेटेड और बेहतर सामग्री प्रदान करके, एसबीआई पेशेवरों को बैंकिंग के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में गहरी जानकारी हासिल करने में सक्षम बनाएगा।’’