कडाराचे (दक्षिण फ्रांस), 31 मार्च, 2022: ईपीसी परियोजनाओं, हाई -टेक विनिर्माण और सेवाओं में लगी प्रमुख भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी, लार्सन एंड टुब्रो की हैवी इंजीनियरिंग शाखा ने आईटीईआर, फ्रांस में ग्लोबल फ्यूजन प्रोजेक्ट के लिए क्रायोस्टैट की सबसे जटिल और फाइनल असेंबली, टॉप लिड को पूरा कर लिया है।
30 – मीटर व्यास वाला क्रायोस्टैट दुनिया का सबसे बड़ा स्टेनलेस स्टील हाई – वैक्यूम प्रेशर चैम्बर है, जिसका उद्देश्य कूलिंग प्रदान करके आईटीईआर संलयन रिएक्टर कोर के अत्यधिक तापमान को नियंत्रित करना है। इस फाइनल एसेम्बली को पूरा कर लिया जाना परमाणु संलयन क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होने के साथ-साथ भारत के लिए भी गौरव की बात है।
इस उपलब्धि के साथ, एल एंड टी हैवी इंजीनियरिंग ने निर्धारित समय से पहले अपने सब-कॉन्ट्रैक्टर्स द्वारा सहायता प्राप्त साइट वर्कशॉप में योजनाबद्ध पूरे विनिर्माण कार्य को पूरा कर लिया है। टोकामक रिएक्टर बिल्डिंग के अंदर टॉप लीड को एसेम्बल करने का अंतिम चरण का कार्य 2025 में किया जाएगा।
आईटीईआर संगठन के कार्यवाहक महानिदेशक डॉ. आईसुके टाडा और भारत परमाणु ऊर्जा आयोग के सदस्य श्री रवि भूषण ग्रोवर, आईटीईआर इंडिया के परियोजना निदेशक श्री यू.के. बरुआ और एलएंडटी की कार्यकारी समिति के सदस्य श्री ए.वी. परब और एलएंडटी हेवी इंजीनियरिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख श्री रवि भूषण ग्रोवर की वर्चुअल उपस्थिति में आईटीईआर क्रायोस्टेट टॉप लिड को पूरा करने के लिए विशेष समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर, आईटीईआर संगठन के महानिदेशक, डॉ बर्नार्ड बिगोट ने कहा, “आईटीईआर ऑर्गेनाइजेशन और आईटीईआर इंडिया ने 2012 में क्रायोस्टैट प्रोक्योरमेंट अरेंजमेंट पर हस्ताक्षर किए और 3,800 टन हैवी असेंबली के आरंभिक घटकों ने हजीरा, भारत में लार्सन एंड टुब्रो कारखाने में आकार लिया। मार्च निश्चित रूप से चुनौतियों और प्रतिकूलताओं भरा था। लेकिन आज हम यहां हैं। क्रायोस्टैट सफलतापूर्वक पूरा हो गया है, बेस और निचला सिलेंडर पहले से ही रिएक्टर वॉल्ट में चला गया है, अब ऊपरी सिलेंडर और टॉप लीड की बारी है। यह तकनीकी व्यवहार्यता, जटिलता और अंतर – सांस्कृतिक सहयोग दोनों के संदर्भ में एक शानदार उपलब्धि है।
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, श्री एसएन सुब्रह्मण्यन, सीईओ और एमडी, एल एंड टी ने कहा, “क्रायोस्टैट असेंबली के लिए महत्वपूर्ण घटकों को डिलिवर करना एल एंड टी के लिए एक और गर्व का क्षण है। कंपनी ने इस रणनीतिक परियोजना को पूरा करने में आईटीईआर इंडिया और आईटीईआर ऑर्गेनाइजेशन के साथ उत्कृष्ट सहयोग के साथ उच्च गुणवत्ता, उच्च परिशुद्धता असेंबली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अभिनव और उच्च तकनीक विनिर्माण प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया है। इस ‘मेक इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड’ परियोजना ने वैश्विक उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रमाणित भारतीय क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।”
श्री अनिल वी परब, सदस्य – कार्यकारी समिति, एल एंड टी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख, एल एंड टी हेवी इंजीनियरिंग ने कहा, “आज वास्तव में आईटीईआर परियोजना के लिए एक विशेष दिन है – जो सबसे महत्वाकांक्षी स्वच्छ और हरित ऊर्जा परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। टॉप लीड असेंबली के पूरा होने के साथ, हमने समय से पहले कडाराचे साइट पर अपनी परियोजना का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। एक बार फिर एल एंड टी हेवी इंजीनियरिंग ने वैश्विक परमाणु उद्योग में उत्कृष्ट निर्माण कौशल और त्रुटिहीन क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।”
एल एंड टी हैवी इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट स्कोप को तीन पहलुओं में विभाजित किया गया था। सबसे पहले, अपने अत्याधुनिक हजीरा विनिर्माण परिसर में सब-असेंबलीज का निर्माण करना। दूसरा पहलू विभिन्न क्षेत्रों की एसेम्बली के लिए कडाराचे, फ्रांस में परियोजना स्थल पर एक अस्थायी कार्यशाला का निर्माण। और अंत में, साइट पर और टोकामक रिएक्टर बिल्डिंग के अंदर कार्यशाला में क्रायोस्टैट घटकों को एकीकृत करना।
एल एंड टी के हेवी इंजीनियरिंग बिजनेस ने भारत सहित सात इलाइट देशों के सहयोग से किये गये लगभग 20 अरब डॉलर के कुल परियोजना परिव्यय के साथ महत्वाकांक्षी मेगा वैज्ञानिक परियोजना के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग की शाखा आईटीईआर इंडिया से यह प्रतिष्ठित अनुबंध हासिल किया।
हजीरा में एल एंड टी का ‘ए.एम. नाइक हेवी इंजीनियरिंग कॉम्प्लेक्स’ विश्वस्तरीय मानक वाला, अत्याधुनिक, पूर्णतः एकीकृत, डिजिटल रूप से सक्षम विनिर्माण संयंत्र है। यह लगातार “मेक इन इंडिया” मिशन में योगदान देता रहा है। एल एंड टी हेवी इंजीनियरिंग के सभी संयंत्र इंजीनियर्ड – टू – ऑर्डर विनिर्माण के लिए उद्योग 4.0 समाधान से सुसज्जित हैं। एल एंड टी के हैवी इंजीनियरिंग बिजनेस का रिफाइनरी, तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल्स, उर्वरक और परमाणु ऊर्जा क्षेत्रों में वैश्विक ग्राहकों को प्रौद्योगिकी – गहन उपकरण और प्रणालियों की आपूर्ति का प्रामाणिक ट्रैक रिकॉर्ड है।