राजस्थान, 23 मार्च 2022: लीड चैम्पियनशिप्स 2021 में राजस्थान के विद्यार्थी सबसे ज्यादा अंक पाने वालों में शामिल रहे और विभिन्न आयु समूहों के प्रतिभागियों ने अलग-अलग श्रेणियों में जीत हासिल की। भारत के 1200 से ज्यादा स्कूलों के 40,000 विद्यार्थियों ने चैम्पियनशिप में भाग लिया और इस प्रकार यह भारत में सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा थी। लीड चैम्पियनशिप्स 2021 का आयोजन के-12 सेगमेंट में भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी लीड ने किया था। यह कंपनी विद्यार्थियों के लिये पढ़ाई के परिणामों को सुधारने पर केन्द्रित है।
लीड की स्टूडेंट चैम्पियनशिप राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोजर देने और सर्वांगीण विकास के लिये एक प्लेटफॉर्म देती है, खासकर गैर-महानगरी शहरों में, जहाँ स्कूली विद्यार्थियों की पहुँच आमतौर पर ऐसे अवसरों तक नहीं होती है। 2021 का संस्करण चार श्रेणियों में विभिन्न आयु समूहों के विद्यार्थियों के लिये खुला था: ‘इंग्लिश चैम्प्स’, ‘साइंस चैम्प्स’, ‘क्विज़ चैम्प्स’ और ‘लिटिल चैम्प्स’। लीड विद्यार्थियों को रचनात्मक चिंतन, पठन, श्रवण, समझ और विज्ञान-आधारित अवधारणाओं का प्रयोग कर अपनी कुशलताओं का अभ्यास और प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित करता है। इस तरह, लीड केवल पाठ्यक्रम-आधारित मूल्यांकनों पर नहीं बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई के व्यापक परिणामों पर केन्द्रित है।
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल (जयपुर) की यशिका जैन ‘इंग्लिश चैम्प्स- जूनियर’ श्रेणी में विजेता बनीं।
लीड के सह-संस्थापक एवं सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “मैं लीड चैम्पियनशिप 2021 के सभी प्रतिभागियों को उनकी कड़ी मेहनत और राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शन के लिये बधाई देता हूँ। लीड के साथ, अब छोटे कस्बों और किफायती स्कूलों के विद्यार्थियों को ऐसे मौके मिलते हैं, जो अन्यथा उनके लिये कभी उपलब्ध नहीं होते। लीड नेशनल चैम्पियनशिप्स ऐसा ही एक प्लेटफॉर्म है, जो विकासवादी सोच विकसित करने, सामाजिक कुशलताएं बढ़ाने में विद्यार्थियों की मदद करता है और उनका आत्मविश्वास बढ़ाता है।”
लीड चैम्पियनशिप्स 2021 के विजेता 10 लाख रुपये तक के रोमांचक इनामों के अलावा अत्यंत प्रतिष्ठित लीड चैम्पियनशिप ट्रॉफी के हकदार भी बने। हर विजेता को एक टैबलेट, एक ट्रॉफी, विनर बैज, प्रमाणपत्र और गुडी बॉक्स मिला, जबकि प्रत्येक उपविजेता ने एक ट्रॉफी के साथ एक किंडल, एक बैज, एक गुडी बॉक्स और एक प्रमाणपत्र प्राप्त किया। इसके अलावा, विजेता स्कूलों का ट्रॉफीज से अभिनंदन भी किया गया।
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल, जयपुर की यशिका जैन ने कहा, “ग्रैण्ड फिनाले मेरी जिन्दगी का सबसे यादगार दिन था। उस दिन मैं राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतियोगिता की विजेता बनी। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मैं लीड चैम्पियनशिप की विजेता बनूंगी। मेरे द्वारा यह प्रतियोगिता जीतने में सबसे बड़ा योगदान मेरे कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल का है। मेरे शिक्षकों ने मुझे योग्य समझा और इस प्रतियोगिता का हिस्सा बनाया। इस सफलता का श्रेय मेरे दादाजी, माता-पिता और डायरेक्टर मैडम को जाता है।”
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल, जयपुर की डायरेक्टर सुनीता शर्मा ने कहा, “शिक्षा का मतलब केवल भविष्य की नौकरी के लिये ज्ञान देने से नहीं है, बल्कि यह जीवनभर चलने वाली प्रक्रिया है, जो नैतिक मूल्यों की समझ का निर्माण करती है, ताकि आपके जीवन का सही रास्ते पर चलने के लिये मार्गदर्शन हो सके। कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल में हम अपने विद्यार्थियों को स्कूली और उसके साथ चलने वाली गतिविधियों में शामिल कर उनके संपूर्ण विकास पर केन्द्रित हैं। ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिये मैं लीड की टीम की प्रतिबद्धता और योगदान की प्रशंसा करती हूँ, जो हमारे स्कूल का दृष्टिकोण दर्शाता है। हम खुद को लीड के साथ जोड़कर खुश हैं, क्योंकि वह विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के बारे में सोचता है। अपनी कोशिशों को बेहतरीन अंजाम देते देखना सचमुच सुखद होता है। यह पुरस्कार हमारे विश्वास को पक्का करता है और हमें ज्यादा मेहनत करने के लिये प्रेरित करता है। इस सफलता का श्रेय मेरी टीम के कड़ी मेहनत करने वाले साथियों, विद्यार्थियों और उनके माता-पिता को भी जाता है। मुझे और जीतने की आशा है।”
यशिका के पिता मनीष जैन ने कहा, “ईश्वर की कृपा से जब हमारी बेटी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की विजेता बनी, तब हमें बहुत गर्व का अनुभव हुआ। इस प्रतियोगिता के लिये हमारी बेटी यशिका जैन ने बहुत कड़ी मेहनत की थी। इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल का है, जो कि लीड से जुड़ा है। कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय में लीड ने ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया और बच्चों को कुछ सीखने का मौका दिया। इसके लिये हम लीड के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे भविष्य में भी ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन जारी रखेंगे। हम अपनी बेटी के लिये उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।”
‘इंग्लिश चैम्प्स’ श्रेणी वक्तृत्व (इलोक्यूशन) और सार्वजनिक सम्बोधन पर केन्द्रित थी, जबकि ‘साइंस चैम्प्स’ श्रेणी ने विद्यार्थियों को अपनी वैज्ञानिक सूझबूझ दिखाने और वास्तविक संसार से मजबूती से जुड़ीं वैज्ञानिक परियोजनाएं बनाने का अवसर दिया। ‘क्विज़ चैम्प्स’ के माध्यम से लीड ने पूरी दुनिया के भूगोल, देशों, ताजा घटनाओं और समाचारों पर विद्यार्थियों की दक्षता को परखा। ‘लिटिल चैम्प्स’ श्रेणी प्री-प्राइमरी विद्यार्थियों और उनके परिदृश्य के प्रति उनकी जागरूकता पर केन्द्रित थी: विद्यार्थियों ने पहले से निर्धारित थीम्स की सूची के अनुसार कपड़े पहने और विभिन्न किरदार निभाये।