Editor-Manish Mathur
नई दिल्ली,09 मार्च 2022,। युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से सोमवार शाम तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, गाजियाबाद स्थिति एयरफोर्स के हिण्डन एयरफोर्स स्टेशन एवं मुंबई एयरपोर्ट पर 84 फ्लाइट्स के माध्यम से 792 राजस्थान के स्टूडेंट्स सुरक्षित घर वापस आ चुके है।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देश पर यूक्रेन में फंसे राजस्थान के विद्यार्थियों के स्वदेश लौटने पर एयरपोर्ट से उनके परिजनों तक सकुशल पहुंचाने की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए इन तीनों एयरपोर्ट्स पर राजस्थान का हेल्प डेस्क स्थापित किया है। जहां पर मंत्री श्री टीकाराम जूली, श्रीमती ममता भूपेश एवं श्री सुभाष गर्ग, श्री राजेन्द्र यादव तथा राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव, और प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह के निर्देशन में 24 घंटे हेल्प डेस्क की टीमों द्वारा एयरपोर्ट पर मौजूद रहकर आने वाले स्टूडेंट्स को उनकी सुविधा के अनुसार उनके घर पर फ्लाइट, ट्रेन एवं टैक्सी से निशुल्क भिजवाया जा रहा है।भोजन,पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है।
हेल्प डेस्क पर क्यूआर कोड से स्टूडेंट्स की हो रही है त्वरित मदद
नई दिल्ली के राजस्थान हेल्पडेस्क पर क्यूआर कोड लगाये गए है।जिनको आने वाले स्टूडेंट्स अपने मोबाइल से स्केन कर गूगल फोर्म समिट कर रहे है।जिससे मैनुअल फॉर्म भरने में लगने वाले समय की बचत हो रही है। क्यूआर कोड़ की इस सुविधा के माध्यम से हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मी आने वाले स्टूडेंट्स की सुविधा के अनुसार हवाई,रेल का टिकिट कुछ समय मे ही बनवा रहे है,साथ ही तुरंत टैक्सी बुक कर पा रहे है।
राजस्थान लौटने वाले विद्यार्थियों की सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नोडल अधिकारी श्री धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि यूक्रेन में फंसे राजस्थानियों से संबंधित जानकारी https://rajasthan.gov.in पोर्टल पर एवं राजस्थान के गृह विभाग की वेबसाइट https://home.rajasthan.gov.in पर ऑनलाईन प्राप्त एवं सांझा की जा सकती है।
यूक्रेन से अपने साथ 2 पालतू बिल्ली वाले छात्र की मंत्रियों ने की भूरी-भूरी प्रशंसा
युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से सलामत घर वापसी के लिए जहां एक-एक व्यक्ति जदोजहद का सामना कर रहा है। वहीं सोमवार को यूक्रेन से लौटे नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे राजस्थान के उदयपुर निवासी छात्र के साथ 2 पालतू बिल्ली देखकर मंत्री श्री टीकाराम जूली ने स्टूडेंट से कहा कि इतने संकट के बाद भी मूक प्राणियों को इतनी दूर तक बाकायदा पासपोर्ट बनवाकर लाना मानवता का बहुत बड़ा उदाहरण है।