मुंबई, 12 अप्रैल 2022: भारत के निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक, एक्सिस बैंक ने प्रभाव क्षेत्रों के लिए आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण का समर्थन करने हेतु एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के साथ पार्शियल गारंटी फैसिलिटी एग्रीमेंट (पीजीएफए) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत एक्सिस बैंक द्वारा दिये जाने वाले ऋण पर एशियाई विकास बैंक (एडीबी) गारंटी (वैरिएबल) प्रदान करेगा।
यह प्रोग्राम स्केलेबल है, जिसमें लगभग 150 मिलियन अमरीकी डॉलर की प्रारंभिक आधारभूत रैंपअप है। इस प्रोग्राम के जरिए ईएसजी और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा, जो देश में सकारात्मक विकास और पर्यावरणीय प्रभाव के प्रति दोनों संस्थानों की प्रतिबद्धताओं की पुष्टि करेगा।
सहयोग के बारे में बताते हुए, एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अमिताभ चौधरी ने कहा: “एक्सिस बैंक में, हम सहजतापूर्वक वित्त पोषण और समाधान प्रदान करने, अधिक समावेशी व्यापार वातावरण का समर्थन करने और अपने कॉर्पोरेट/एसएमई ग्राहकों को नये वित्तीय उत्पादों एवं अनुकूल ऋण समाधानों के माध्यम से उनकी सभी व्यावसायिक आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। हम एकीकृत समग्र वित्तीय सेवाएं प्रदान करने और उनके विकास की यात्रा का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित हैं। एडीबी के साथ आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण कार्यक्रम से हमारे प्रस्तावों को और बढ़ावा मिलेगा और वास्तव में सार्वभौमिक बैंक के रूप में हमारे गढ़ को मजबूती मिलेगी।”
चूंकि महमारी के चलते पैदा हुए व्यवधानों से अर्थव्यवस्था के उबरने, और चल रहे वैश्विक संघर्षों के अंतर्प्रवाह के प्रभाव के अनुकूलन के साथ, यह प्रोग्राम आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण के संदर्भ में प्रमुख हस्तक्षेप करके बाधाओं, अभावों और देरी के चलते प्रभावित क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए है। यह मांग में वृद्धि और संबंधित क्षेत्रों में परिचालन के विस्तार का पूरक होगा और इस प्रकार उनके विकास को गति देगा।
एशियाई विकास बैंक, हेड – ट्रेड एवं सप्लाई चेन फाइनेंस प्रोग्राम, स्टीवन बेक ने कहा: “हमें एसएमई को अधिक समर्थन देने, आर्थिक विकास में योगदान देने और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने वाले रोजगारों के सृजन के लिए एक्सिस के साथ सहयोग करने की बहुत प्रसन्नता है।”
सहजतापूर्वक वित्त पोषण प्रदान करने के इरादे के साथ, इस प्रोग्राम में एक साल की कार्यशील पूंजी मांग ऋण सहित विभिन्न आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण उत्पाद वेरिएंट्स शामिल हैं। सहयोग की शर्तों के सतत और खुले होने के साथ, इस प्रोग्राम में समय के साथ आपूर्ति शृंखला में बदलाव के साथ नये-नये उत्पादों को शामिल किये जाने की छूट है।