भारत के निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक, एक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष’22 की चौथी तिमाही और वर्ष भर के अपने परिणामों की आज घोषणा की। कंपनी ने 4,118 करोड़ रु. का तिमाही शुद्ध मुनाफा दर्ज कराया, जिसमें 54% की वर्ष-दर-वर्ष और 14% की तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई, जबकि वित्त वर्ष’21 की चौथी तिमाही का शुद्ध तिमाही मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष’22 की चौथी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याजीय आय (NII) में 17% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि हुई और यह 8,819 करोड़ रुपये हो गई और वित्त वर्ष’21 की चौथी तिमाही में यह 7,555 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष’22 की चौथी तिमाही में इसकी शुद्ध ब्याजीय मार्जिन (NIM) 3.49% रही। कासा जमा में 16% वर्ष-दर-वर्ष और 7% तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई, जबकि कासा अनुपात 45% रहा। बैंक के परिचालन राजस्व में 18 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि हुई और यह वित्त वर्ष’21 की चौथी तिमाही के 11,096 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष’22 की चौथी तिमाही में 13,042 करोड़ रु. हो गया। 31 मार्च 2022 को, बैंक का दर्ज सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए स्तर क्रमशः 2.82% और 0.73% था, जबकि 31 दिसंबर 2021 को 3.17% और 0.91% था। बैंक की शुल्क आय 11% वर्ष-दर-वर्ष और 12% तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि के साथ 3,758 करोड़ रु. हो गई। खुदरा शुल्क में 14% वर्ष-दर-वर्ष और 14% तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई; और बैंक की कुल शुल्क आय में इसका योगदान 66% रहा। बैंक का समग्र पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 18.54% रहा, जिसमें सीईटी1 अनुपात 15.24% था। बैंक की घरेलू अनुषंगियों का वित्त वर्ष’22 का संयुक्त कर-पश्चात मुनाफा दमदार 1,195 करोड़ रु. रहा, जिसमें 44% की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि हुई, और इसने 16.67% के समेकित आरओई (वार्षिक) में 80 आधार अंक का योगदान दिया।