नई दिल्ली, 21 अप्रैल, 2021- भारत की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनियों में से एक भारतपे ने आज स्मृति हांडा को अपना नया चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर नियुक्त करने की घोषणा की। अपनी नई भूमिका में, स्मृति भारतपे में सीनियर लीडरशिप टीम के साथ मिलकर काम करेंगी और कंपनी में संगठनात्मक कामकाज और एचआर संबंधी प्रथाओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी, ताकि भारतपे को लोगों के पसंदीदा नियोक्ता के रूप में प्रतिष्ठित किया जा सके। लीडरशिप के लिहाज से इस साल भारतपे में यह पहली प्रमुख नियुक्ति है।
एसआरसीसी, दिल्ली विश्वविद्यालय और एमडीआई, गुड़गांव की पूर्व छात्रा स्मृति के पास वैश्विक और स्थानीय भूमिकाओं में रेकिट, फिलिप्स और एयरटेल जैसे संगठनों में व्यापक अनुभव है। भारतपे में ग्लोबल टैलेंट एक्विजिशन डायरेक्टर के रूप में कार्य दायित्व संभालने से पहले पहले स्मृति रेकिट हाइजीन-एसओए में एचआर हेड थीं। वर्षों से स्मृति ने लोगों, प्रदर्शन और उद्देश्य में गहरी जड़ें जमाने के लिए बिजनेस और एचआर लीडरशिप के साथ मिलकर काम किया है। अपने पिछले सभी कार्यों में, वे समावेश के साथ-साथ डिजिटल रूप से बेहतर और स्वामित्व संचालित कार्य वातावरण तैयार करने के लिए जानी जाती हैं।
नए सीएचआरओ का स्वागत करते हुए भारतपे के सीईओ श्री सुहैल समीर ने कहा, ‘‘भारतपे में, टीम हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है और इसलिए संस्कृति हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हम भारतपे 2.0 की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। पीपुल फंक्शन का नेतृत्व करने के लिए स्मृति हमारे साथ है, हम ब्रांड के विकास के अगले स्तर के लिए खुद को तैयार करने के लिए तत्पर हैं। एचआर डोमेन में उनका वैश्विक अनुभव और विविध कौशल हमें उच्च प्रदर्शन और कर्मचारी केंद्रित संगठन बनाने में मदद करेंगे। स्मृति के हमारी टीम में शामिल होने के साथ, हमें विश्वास है कि वह सही प्रक्रियाओं और कार्यक्रमों को लागू करने में सक्षम होंगी। इस तरह कंपनी में एक ऐसा वातावरण तैयार हो सकेगा, जो भारतपे में उच्च क्षमता वाली प्रतिभाओं को आकर्षित करेगा और उन्हें अपने साथ बनाए रखते हुए ऐसी प्रतिभाओं को आगे और विकसित होने का अवसर प्रदान करेगा। मैं स्मृति को उनकी नियुक्ति पर बधाई देता हूं और उन्हें इस भूमिका के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’
अपनी नई नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्मृति हांडा, सीएचआरओ, भारतपे ने कहा, ‘‘मैं भारतपे जैसे गतिशील और विकसित ब्रांड के साथ स्टार्टअप की दुनिया में प्रवेश करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। संगठनात्मक उद्देश्य के बारे में मेरा व्यक्तिगत विश्वास, बिजनेस के विकास के लिए अनुकूल माहौल और दीर्घकालिक सस्टेनेबल बिजनेस बनाने से संबंधित संस्कृति का लाभ उठाने के नेतृत्व के इरादे ने इसे मेरे लिए एक आसान निर्णय बना दिया। कंपनी की अब तक की यात्रा को देखते हुए, मेरा तत्काल ध्यान उद्देश्य-आधारित नेतृत्व कायम करने पर होगा। साथ ही, कंपनी की उद्यमशीलता और बेहतर और उन्नत सेटअप को बनाए रखते हुए हम परफॉर्मेंस पर आधारित संस्कृति को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। हम एक ऐसी संस्कृति बनाने की दिशा में काम करते हैं जहां विविध प्रतिभाएं पनपती हैं, ऐसे में हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि हम अपनी आंतरिक प्रतिभा का लाभ उठाएं और अपने जीवन के कुछ बेहतरीन काम करने के लिए हमारे साथ जुड़ने के लिहाज से बाहरी उच्च प्रतिभाशाली लोगांे को भी आकर्षित करें।’’
भारतपे के बारे में
भारतपे की स्थापना भारतीय व्यापारियों के लिए फाइनेंशियल इनक्लूजन को एक वास्तविकता बनाने के उद्देश्य के साथ 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नकर्णी ने की थी। वर्ष 2018 में भारतपे ने देश का पहला यूपीआई इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड, पहली जीरो एमडीआर भुगतान स्वीकृति सेवा को लॉन्च किया। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत का एकमात्र जीरो एमडीआर कार्ड स्वीकृति टर्मिनल – भारत स्वाइप भी लॉन्च किया। वर्तमान में 150 से अधिक शहरों में 80 लाख से ज्यादा व्यापारियों को सेवा देने वाली यह कंपनी यूपीआई ऑफलाइन लेनदेन में अग्रणी है, जिसके पास प्रति माह 11 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रोसेस होते हैं (वार्षिक लेन-देन प्रोसेस्ड वैल्यू 16 बिलियन अमेरिकी डॉलर)। लॉन्च के बाद से कंपनी पहले ही 300,000 मर्चेन्ट्स को 3000 करोड़ रुपए से अधिक के डिस्बर्समेंट की सुविधा प्रदान कर चुकी है। भारतपे का पीओएस व्यवसाय अपनी पीओएस मशीनों पर सालाना 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के भुगतान को प्रोसेस करता है। इसके पास शहरों में 1.25 लाख$ मशीनों का नेटवर्क है। भारतपे ने अब तक इक्विटी और डेट में 650 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक जुटाए हैं। कंपनी के प्रमुख निवेशकों की सूची में टाइगर ग्लोबल, ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, स्टीडफास्ट कैपिटल, कोट्यू मैनेजमेंट, रिबिट कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सिकोइया कैपिटल शामिल हैं। जून 2021 में, कंपनी ने 100 मिलियन$ सदस्यों के साथ देश की सबसे बड़ी मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम कंपनी, पेबैक इंडिया के अधिग्रहण की घोषणा की। जून 2021 में, सेंट्रम ग्रुप की स्थापित और लाभदायक एनबीएफसी शाखा, सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) के साथ साझेदारी में, इसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एक लघु वित्त बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी दी गई थी। अक्टूबर 2021 में, सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) और भारतपे के कंसोर्टियम को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा एक लघु वित्त बैंक लाइसेंस जारी किया गया था। भारतपे ने अक्टूबर 2021 में पोस्टपे के लॉन्च के साथ बाय नाउ पे लेटर सेगमेंट में भी अपनी शानदार एंट्री की।