Editor- Manish Mathur जयपुर, 20 अप्रेल 2022
जयपुर, 20 अप्रैल, 2022- धारव हाईस्कूल जयपुर में शिक्षा के क्षेत्र में नए बदलाव लाया है, जो अपने कोर मूल्यों एवं शैक्षणिक मॉडल के साथ नए बेंचमार्क स्थापित करने जा रहा है। आर-7 एवं एस-3, सेक्टर- 6, विद्याधर नगर, जयपुर में स्थित धारव हाई स्कूल छात्रों की लर्निंग के लिए विशिष्ट और विश्वस्तरीय दृष्टिकोण अपनाता है, हर छात्र को संतुलित माहौल प्रदान कर सक्षम एवं सफल बनने में मदद करता है।
धारव हाई स्कूल की अवधारणा देव्यानी जयपुरिया ने पेश की। इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देव्यानी जयपुरिया, अध्यक्षा, डीएचएस ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि ज्ञान, जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है, हमें इसे हासिल करने के लिए एक अनूकूल माहौल में समग्र विकास पर ध्यान केन्द्रित करनाचाहिए। धारव में हम सिर्फ तथ्यों के दायरे से बाहर जाकर अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं, ताकि वे अपने भावी जीवन के लिए व्यावहारिक रूप से तैयार रहें।’’
हमारा मानना है कि हमारी सफलता छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में ही है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम उन्हें 21वीं सदी के कौशल के लिए कैसे सहयोग प्रदान करते हैं। एक प्रमुख शिक्षा संस्थान होने के नाते हम अपने छात्रों को आने वाले कल के जागरुक और ज़िम्मेदार नागरिक बनाना चाहते हैं।
धारव हाई स्कूल एक सह-शिक्षा के-12 संस्थान है, जहां प्री-नर्सरी से लेकर 10वीं कक्षा तक के छात्र पढ़ते हैं (12वीं कक्षा के लिए संबंधता का इंतज़ार किया जा रहा है)। 2.33 एकड़ में फैले इस स्कूल में कई आधुनिक लैबोरेटरियां, क्लासरूम और सशक्त बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं। स्कूल अपनी विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ हर छात्र को उसकी रूचि के अनुसार रचनात्मक विषयों एवं एथलेटिक्स जैसे थिएटर, डीबेट , फोटोग्राफी, म्युज़िक, डांस, आर्ट आदि में भी अपनी प्रतिभा विकसित करने का मौका देता है। छात्रों के समग्र व्यक्तिगत विकास एवं कौशल को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल परिसर में एक चिकित्सालय, कैफे़टेरिया और खेल का मैदान भी है।
एनईपी के अनुरूप धारव का पाठ्यक्रम भारत के योग्य शिक्षाविदों के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। इनमें पद्मश्री एवं पद्म भूषण डॉ श्यामा चोना; अदिति मिश्रा, करमवीर महारत्न पुरस्कार विजेता और उनके विशेषज्ञों की टीम शामिल है। डीएचएस शिक्षा के क्षेत्र में ऐसी ठोस नींव बनाना चाहता है कि सॉफ्ट स्किल्स एवं आधुनिक तकनीकों पर आधारित मोड्यूल्स के साथ छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित कर सके। स्कूल का लर्निंग प्रोग्राम उत्सुकता, रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, संचार, सहयोग एवं करुणा के छह मुख्य सिद्धान्तों पर आधारित है, जो छात्रों में आत्मविश्वास विकसित करने के लिए अनिवार्य हैं।
धारव हाई स्कूल की निदेशिका अदिति मिश्रा ने कहा, ‘‘हम छात्रों को आधुनिक शैक्षणिक सेवाओं के साथ लर्निंग का व्यापक अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार हैं। डीएचएस की स्थापना के साथ हमें उम्मीद है कि हम बच्चों के विकास की बुनियादी नींव तैयार करेंगे और उनके जीवन के महत्वपूर्ण वर्षों में उन्हें उत्कृष्ट लर्निंग प्रदान करेंगे। डीएचएस का पाठ्यक्रम अपने छात्रों को कई प्रकार की गतिविधियां उपलब्ध कराता है। धारव में हर छात्र पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया जाता है और उनके भीतर छिपी प्रतिभा को विकसित करने का प्रयास किया जाता है। अपने प्रशिक्षित एवं योग्य अध्यापकों के साथ हम छात्रों को लर्निंग का अनुकूल एवं रोचक माहौल उपलब्ध कराते हैं। धारव छात्रों को लर्निंग का खुशनुमा वातावरण प्रदान करने का वादा करता है।’’
सीमा सहजपाल, मुख्याध्यापिका, धारव हाई स्कूल ने कहा, ‘‘धारव हाई स्कूल को मिली प्रतिक्रिया से मैं बेहद उत्साहित हूं, यह देखकर अच्छा लगता है कि यह स्कूल जयपुर के छात्रों और अभिभावकों की पसंद बन गया है। स्कूल हर छात्र को प्रतिस्पर्धी शिक्षा प्रदान कर विजयी बनाने के लक्ष्य के साथ उन्हें मुक्त वातावरण उपलब्ध कराता है। जहां वे अपनी क्षमता का सही उपयोग करने में सक्षम बनते हैं। डीएचएस अपने छात्रों को शिक्षा का अनुकल एवं रोचक माहौल प्रदान करता है। हम जीवन के हर पहलु में छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे इन-हाउस सस्टेनेबिलिटी एवं सर्विस प्रोजेक्ट्स प्रवाह और शिक्षा केन्द्र छात्रों को समाज के प्रति ज़िम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’’
धारव हाई स्कूल को पहले से इंडिया स्कूल मेरिट अवार्ड्स 2021 (टॉप शहर वार- सीबीएससी स्कूलों) में जयपुर में नंबर 1 रैंकिंग मिली है, जो देव्यानी फाउंडेशन द्वारा दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान में शैक्षणिक संस्थानों का संचालन कर रहा है। डीएचएस, देश भर में स्कूलों की चेन बनाने की योजना में पहला स्कूल है। अगला स्कूल दिल्ली-एनसीआर में खोला जाएगा।