डीआरएचपी के अनुसार आईपीओ के मुख्य बिंदु:
(1) इश्यू – हेमानी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (“हेमानी” या “कंपनी”), जो कृषि रसायनों और स्पेशियाल्टी केमिकल्स का निर्माण करती है, ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (“सेबी”) के यहाँ अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (“डीआरएचपी”) फाइल किया है। आईपीओ में कुल 500 करोड़ रु. के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और प्रवर्तक एवं प्रवर्तक समूह के के विक्रेता शेयरधारकों द्वारा कुल 1,500 करोड़ रु. का ऑफर फॉर सेल (” ऑफर फॉर सेल “) शामिल है। इस आईपीओ का कुल आकार 2,000 करोड़ रु. का है।
(2) कंपनी के बारे में: हेमानी इंडस्ट्रीज कृषि-रसायन और स्पेशियाल्टी केमिकल्स निर्माता है, जो फसल संरक्षण, लकड़ी संरक्षण, पशु चिकित्सा विज्ञान, घरेलू स्वास्थ्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य उद्योगों की जरूरतें पूरी करती है। कंपनी काफी बैकवार्ड इंटिग्रेटेड है, इसका अधिकांश कच्चा माल घरेलू रूप से उत्पादित किया जा रहा है। इसके उत्पादों के अलावा, कंपनी कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च और मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (CRAMS) में भी संलग्न है।
(3) उत्पाद नेतृत्व: हेमानी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला – तकनीकी, फॉर्मूलेशन और इंटरमीडिएट्स में मौजूद है। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन के अनुसार, यह वित्तीय वर्ष 2021 में भारतीय पाइरेथ्रॉइड बाजार की अग्रणी कंपनी है। कैलेंडर वर्ष में, यह मात्रा की दृष्टि से मेटा फेनोक्सी बेंजाल्डिहाइड (“MPBD”) की सबसे बड़ी वैश्विक उत्पादक और मात्रा की दृष्टि से साइपरमेथ्रिन एसिड क्लोराइड (“CMAC”) की दूसरी सबसे बड़ी उत्पादक थी। यह तकनीकी में भी नेतृत्वकारी स्थिति में है – कैलेंडर वर्ष 2020 में, यह वॉल्यूम के आधार पर साइपरमेथ्रिन टेक्निकल की सबसे बड़ी वैश्विक उत्पादक थी, वॉल्युम के आधार पर अल्फा साइपरमेथ्रिन की दूसरी सबसे बड़ी वैश्विक उत्पादक, वॉल्युम के आधार पर पर्मेथ्रिन टेक्निकल की तीसरा सबसे बड़ी वैश्विक उत्पादक और वॉल्युम के आधार पर भारत में डिकैम्बा तीसरी सबसे बड़ी निर्माता है। (स्रोत: फ्रॉस्ट एंड सुलिवन रिपोर्ट)।
(4) निर्यात: कंपनी एशिया प्रशांत, लैटिन अमेरिका, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे उच्च विकास क्षेत्रों में उपस्थिति के साथ मुख्य रूप से निर्यात पर केंद्रित है। कंपनी अपने राजस्व का 60 -70% निर्यात से प्राप्त करती है।
(5) ग्राहक संबंध: हेमानी ने पिछले 10 वर्षों में 1,700 से अधिक ग्राहकों की आवश्यकताएँ पूरी की है। इसके कुछ मार्की ग्राहकों में एल्केमी ओवरसीज, एरिस्टा लाइफसाइंस बेनेलक्स, बेयर वापी, धानुका एग्रिटेक, जियांग्सु याग्नोंग केमिकल, शांडोंग रेनबो एग्रोसाइंसेज और यूपीएल लिमिटेड शामिल हैं। कंपनी के पास ग्राहक प्रतिधारण का ट्रैक रिकॉर्ड है। पिछले दस वर्षों में अपने 1,700 से अधिक कुल ग्राहकों में से, इसने इन 31 प्रतिशत ग्राहकों के साथ पांच साल से अधिक समय तक व्यावसायिक संबंध बनाये रखे हैं।
(6) वित्तीय प्रदर्शन: कंपनी FY19 – FY21 तक 15.2% सीएजीआर से बढ़ी है। इसका परिचालन एबिटा मार्जिन समान अवधि में काफी बढ़ गया है – परिचालन एबिटा मार्जिन वित्त वर्ष 19 के 15.92% से बढ़कर वित्त वर्ष 21 में 21.14% हो गया है। इसका पीएटी (PAT) मार्जिन भी FY19 के 8.49% से बढ़कर FY21 में 14.31% हो गया है।
कंपनी दाहेज, अंकलेश्वर और सायखा में तीन रणनीतिक रूप से स्थित विनिर्माण फैसिलिटीज का संचालन करती है। कंपनी आईपीओ की आय का उपयोग ऋण के पूर्व भुगतान/पुनर्भुगतान और कार्यशील पूंजी के साथ अपनी सायखा फैसिलिटी की क्षमता विस्तार के लिए करना चाहती है।
जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।