28 अप्रैल, 2022; उदयपुर: उत्कृष्टता के एक दशक का जश्न मनाते हुए, भारतीय प्रबंधन संस्थान उदयपुर ने अपने प्रमुख दो वर्षीय एमबीए (बैच 2020-22), एक वर्षीय एमबीए ग्लोबल सप्लाई चैन मैनेजमेंट और डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट (बैच 2021-22) और पीएचडी की डिग्री प्रदान करने हेतु अपने 10वें वार्षिक दीक्षांत समारोह की मेजबानी अपने प्राचीन 300 एकड़ के परिसर बलिचा उदयपुर में की। आईआईएम उदयपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष श्री पंकज पटेल ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। दीक्षांत भाषण आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री संजीव पुरी द्वारा दिया गया, जो दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे और समापन भाषण आईआईएम उदयपुर के निदेशक प्रो जनत शाह द्वारा किया गया। दीक्षांत समारोह में आईआईएम उदयपुर के शिक्षकों और कर्मचारियों के अलावा स्नातक बैचों के माता-पिता और रिश्तेदार शामिल थे।
10वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में एक पीएच.डी. सहित कुल 392 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गयी। दो वर्षीय एमबीए (बैच 2020-22) के 317 छात्र और एक वर्षीय एमबीए जीएससीएम और एक वर्षीय एमबीए डीईएम, (बैच 2021-22) के 74 छात्रों ने स्नातक डिग्री हासिल की।
एक दशक की यात्रा पूरी करने पर सभी छात्रों और संस्थान को बधाई देते हुए, आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री संजीव पुरी ने छात्रों के साथ अपने जीवन के अनुभव और उद्योग के दृष्टिकोण को साझा किया और कहा, “दुनिया एक अभूतपूर्व परिमाण में बदल रही है। डिजिटल और स्थिरता अगले दशक के लिए परिभाषित रुझान हैं। यह एक नए युग की शुरुआत है जहां सामर्थ्य और विश्वसनीयता भू-राजनीतिक पारिस्थितिकी तंत्र की गतिशीलता है। 1990 के दशक में, जब भारतीय अर्थव्यवस्था खुल रही थी, एक बड़ा परिवर्तन हुआ था। तब यह सोचा गया था कि आने वाली पीढ़ियां इन परिवर्तनों को कभी नहीं देख पाएंगी। आज, यह और भी नाटकीय और अत्यधिक प्रबल है। इसने लोगों में बदलाव की इच्छा पैदा की, उन्हें नए सामान्य के अनुकूल बनाने के लिए सशक्त और कुशल बनाया है।”
संजय पुरी ने कई व्यावसायिक नेतृत्व पदों पर कार्य किया और निर्माण, संचालन और सूचना और डिजिटल प्रौद्योगिकी में कई जिम्मेदारियों को संभाला है। उन्होंने आज के कारोबार की दुनिया में डिजिटल और स्थिरता के पूर्ण महत्व को समझाने के लिए अपने तीन दशकों से अधिक के करियर और आईटीसी समूह से व्यावहारिक उदाहरणों को साझा किया। उन्होंने आगे कहा, “सफलता 99% कड़ी मेहनत और 1% बुद्धि से प्राप्त होती है। दृढ़ता, ऊर्जा, और सीखने की क्षमता आपको रणनीतिक रूप से विकसित होने में मदद करते हैं। चुनौती और अवसर, भविष्य की ओर अग्रसर, ऊर्जा और सहयोग, और जोश के साथ अपनी पसंद का चुनाव करना, आपके जीवन की यात्रा को सफल बनाने के महत्वपूर्ण सबक हैं।”
अपने स्वागत भाषण में, श्री पंकज पटेल, अध्यक्ष, ने कहा, “कोविड-19 ने पिछले दो वर्षों में हमें हमारे जीवन के हर क्षेत्र में कुछ अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करवाया है। हमारे छात्रों की कहानी कुछ अलग नहीं थी। परन्तु उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें अपने लक्ष्य को हासिल करने दिया है। संस्थान के दसवें दीक्षांत समारोह में आप सभी को आपकी डिग्री के लिए बधाई देते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है। हमने केवल 57 छात्रों की संख्या के साथ शुरुआत की थी, और अब, इन वर्षों में, हमारे पाठ्यक्रमों में 700 से अधिक छात्र हैं। आईआईएमयू ने हाल ही में अपनी दशक की सालगिरह मनाई है, और टैगलाइन “10 इयर्स अनस्टॉपेबल” आईआईएमयू की अग्रणी भावना को पकड़ते हैं और साथ ही हमें 2030 के हमारे विजन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम लगातार तीसरे वर्ष अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग, एफटी और क्यूएस एमआईएम रैंकिंग में सूचीबद्ध होने की अपनी उपलब्धियों से भी विशिष्ट हैं।
आईआईएमयू की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए, श्री पटेल ने आगे कहा, “यह वर्ष विशेष है क्योंकि सभी पाठ्यक्रमों ने दीक्षांत समारोह से एक महीने पहले 100% प्लेसमेंट हासिल किया है। अभिनव दृष्टिकोण, उपलब्धियों और वैश्विक दृष्टि को ध्यान में रखते हुए, आईआईएमयू ने एक फंड रेज़िंग यूनिट स्थापित किया है, जिसे पिछले कुछ महीनों में लगभग 2.1 करोड़ का फंड मिल चुका है। हमने संस्थान में एक संस्कृति अध्ययन भी किया, जिसने आईआईएमयू में कॉलेजियलिटी और एक्सेसिबिलिटी के मूल्यों को सामने लाने का परिश्रम किया है।”
अपने समापन भाषण में, आईआईएम उदयपुर के निदेशक, प्रो. जनत शाह ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि हम संस्थान के दसवें बैच के दीक्षांत समारोह का जश्न मना रहे हैं। यह आईआईएमयू समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय वर्ष रहा है। 2020 और 2022 स्नातक बैचों ने कई परिवर्तनों का अनुभव किया, जिन्हें असाधारण भी माना जा सकता है। यह पहला बैच हैं जिसने अपनी एमबीए पढ़ाई ऑनलाइन शुरू की वैश्विक महामारी के चलते। इन बैचों ने अपने शिक्षकों और बैचमेट्स का समर्थन किया और बड़े तनाव में भी अपना समर्पण दिखाया। यह स्नातक बैच हमारे लिए विशेष रहेगा क्योंकि अपने परिवर्तनकारी अनुभव से समझौता किए बिना इस कठिन समय का प्रबंधन करने में हमारी मदद की। हमें पहले से ही आपकी आगामी उपलब्धियों पर गर्व है और उन अनूठे रास्तों की आशा करते है जिस पर चलते रहने से आपको, समाज और मानव जाति को लाभ होगा।”
आरती श्रीवास्तव को मार्केटिंग में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की उपाधि से सम्मानित किया गया। एक वर्षीय एमबीए – ग्लोबल सप्लाई चैन मैनेजमेंट (जीएससीएम) पाठ्यक्रम में शैक्षिक प्रदर्शन के लिए अजीश कुमार बीके को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। एक वर्षीय एमबीए डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट (डीईएम) कोर्स में तत्ता मोहन कृष्णा को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। पल्लवी गोयल, शिवम कुमार और कुसुमित गोयल को संयुक्त रूप से दो वर्षीय एमबीए कोर्स में शैक्षिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। दो वर्षीय एमबीए (बैच 2020-22) कोर्स की दीक्षा को बेस्ट ऑल-राउंड स्टूडेंट चुना गया।
आईआईएम उदयपुर ने इससे पहले 22 और 23 अप्रैल को 8वें और 9वें दीक्षांत समारोह के इन-पर्सन प्रतिकृति समारोह के लिए 2020 और 2021 के दो वर्षीय एमबीए, एक वर्षीय एमबीए जीएससीएम और एक वर्षीय एमबीए डीईएम बैचों के छात्रों को आमंत्रित कर विशेष सम्मेलन की मेजबानी की थी, जिसे पिछले साल कोविड महामारी की पृष्ठभूमि में ऑनलाइन आयोजित किया गया था। दोनों दिन सम्मेलन का उद्घाटन आईआईएम उदयपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के संबंधित अध्यक्ष सुश्री मैथिली रमेश और श्री सत्यनारायण बी डांगयाच द्वारा किया गया था। दोनों अध्यक्षों ने स्वागत भाषण से दर्शकों को संबोधित किया और स्नातकों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आईआईएम उदयपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य श्री हर्षा भोगले और श्री डी. शिवकुमार का स्वागत किया गया। श्री हर्षा भोगले ने अपनी क्रिकेट उपमाओं के साथ अपने विचारों को छात्रों के साथ साझा किया और उन्हें सफलता के 11 मंत्र दिए जो वास्तव में दर्शकों पर एक छाप छोड़ गए। श्री डी. शिवकुमार ने डिजिटल और डिजिटल मैट्रिक्स के बारे में चर्चा कर प्रतिभागियों को प्रबुद्ध किया।