यूग्रो कैपिटल, जो एक सूचीबद्ध एमएसएमई ऋणदाता फिनटेक प्लेटफॉर्म है, ने आज घोषणा की कि उन्होंने डिजिटल हेल्थ एवं मेडिकल डिवाइस स्टार्ट-अप, इंडिया हेल्थ लिंक (आईएचएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य आईएचएल के समाधानों – हेल्थ पॉड्स (एचपॉड) और आईएचएल केयर प्लेटफॉर्म के जरिए कोविड इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में सहयोग देना है। एचपॉड एक स्टैंड – अलोन हेल्थ कियोस्क है जो 5 मिनट से कम समय में रक्तचाप, हृदय गति, 6 लीड ईसीजी, तापमान, श्वसन दर, ऑक्सीजन सेचुरेशन सहित 20 से अधिक अत्यावश्यक महत्वपूर्ण मापदंडों की नॉन-इनवेसिव (स्वचालित) स्क्रीनिंग प्रदान करता है। यह कोविड मामलों को तुरंत पता लगाने, निगरानी करने और उन्हें मेंटेन करने में भी मदद करता है।
यूग्रो कैपिटल के प्रयास टर्म लिक्विडिटी सुविधा पर 50,000 करोड़ रु. के भारतीय रिजर्व बैंक के प्रावधान के अनुरूप हैं ताकि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से सुलभ हो सकें। कंपनी को इस योजना के तहत जून 2022 तक लगभग 200 करोड़ रुपये का ऋण वितरित करने की उम्मीद है और इसे उम्मीद है कि आईएचएल केयर के साथ इस साझेदारी के जरिए उसे इस प्रयास में महत्वपूर्ण रूप से मदद मिलेगी।
यूग्रो कैपिटल के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, शचीन्द्र नाथ ने कहा, “कोविड से संबंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए हमारे प्रयास की दिशा में इंडिया हेल्थ लिंक के साथ सहयोग करने की हमें बेहद प्रसन्नता है। हम अपने ऋणदाता बैंकों के आभारी हैं कि उन्होंने दीर्घकालिक ऋण सहायता प्रदान की और इस तरह की साझेदारी के माध्यम से, हम देश में अभिनव, सुविधाजनक और प्रभावी स्वास्थ्य देखभाल ऋण समाधान प्रदान करना जारी रखेंगे। हम स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अपने क्रेडिट आउटरीच को बढ़ाते रहने और इस तरह के महत्वपूर्ण संबंधों का लाभ उठाने, संस्थानों और प्रतिष्ठानों के लिए हमारे वित्तपोषण समाधान का विस्तार करने और उत्तम स्वास्थ्य सेवा पेशकशों के साथ अधिकतम व्यक्तियों तक पहुंचकर उन्हें सशक्त बनाने का इरादा रखते हैं। व्यापार के मोर्चे पर, वर्तमान विकास के आंकड़े हमें केवल अदत्त एमएसएमई ऋण की 1% बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के अपने विजन 2025 की ओर आगे बढ़ने, और एमएसएमई क्षेत्र के लिए देश के वित्तीय समावेशन प्रयासों में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।”
स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र, यूग्रो कैपिटल के ऋण पेशकशों के लिए एक प्रमुख क्षेत्र रहा है। इसकी डॉक्टर लोन सेवा विशेष रूप से डॉक्टरों के लिए डिज़ाइन की गई है, जो न्यूनतम दस्तावेज और त्वरित अनुमोदन के साथ 25 लाख रुपये तक के संपार्श्विक मुक्त ऋण प्रदान करती है। यह स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्रों के लिए फार्मेसियों, इमेजिंग सेंटर, पैथोलॉजी लैब जैसे प्रोफाइल को कवर करने के लिए 20 लाख रुपये तक का लघु व्यवसाय ऋण भी प्रदान करता है। यूग्रो कैपिटल को भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और केनरा बैंक से आरबीआई की इस योजना के तहत आगे उधार देने के लिए टर्म लेंडिंग सपोर्ट मिला है।
यूग्रो कैपिटल, एक सार्वजनिक एनसीडी के माध्यम से 100 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया में है, जिसकी घोषणा इस महीने के शुरू में की गई थी। यूग्रो कैपिटल द्वारा 10.00% प्रति वर्ष, 18 महीने के लिए त्रैमासिक देय, 10.15% प्रति वर्ष, 27 महीने के लिए मासिक देय और 10.40% प्रति वर्ष, 36 महीने के लिए मासिक देय की पेशकश की जा रही है। कंपनी आगे उधार, वित्तपोषण, ब्याज के पुनर्भुगतान और मौजूदा उधारियों के मूलधन के लिए और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए धन का उपयोग करना चाहती है।