13 मई, 2022- डेल्हीवरी को भारत में ई-कॉमर्स के विकास की प्रतिनिधि कंपनी बताते हुए प्रमुख ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लॉजिस्टिक्स फर्म डेल्हीवरी के पास विकास की भरपूर संभावनाएं हैं और कंपनी मुनाफा अर्जित करने के बेहद करीब है।
भारतीय लॉजिस्टिक्स बाजारों की बिखरी-बिखरी प्रकृति का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि डेल्हीवरी एक सस्टेनेबल बिजनेस लीडर के तौर पर उभर रही है, जिसका कुल मार्केट साइज 316 बिलियन डॉलर है।
कंपनी का आईपीओ ऐसे समय में आया है, जब भारत सरकार अपनी प्रमुख पहल- पीएम गतिशक्ति कार्यक्रम सहित कई उपायों के माध्यम से इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े विकास को लेकर अपने निवेश पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस कदम से कंपनी को लंबी अवधि में फायदा होने की संभावना है।
वेंचुरा सिक्योरिटीज द्वारा हाइलाइट की गई डेल्हीवेरी की कुछ विशिष्ट खूबियों में तेजी से बढ़ता राजस्व भी शामिल है, जिसके बारे में वेंचुरा का अनुमान है कि डेल्हीवेरी का राजस्व 56.7 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ेगा, जो वित्त वर्ष 2024 तक 14026 करोड़ रुपये की राशि को छूएगा। लॉजिस्टिक्स सेवाओं के एकीकृत पोर्टफोलियो के कारण डेल्हीवरी ऐसी सेवाएं भी प्रदान करती है, जो अन्य प्रतियोगी नहीं कर सकते। वित्त वर्ष 2024 की ईवी/सेल्स के आधार पर अग्रणी लॉजिस्टिक्स कंपनी डेल्हीवेरी का मूल्यांकन 2.4 गुना किया जा रहा है। ब्लूडार्ट और टीसीआई एक्सप्रेस की तुलना में यह आकर्षक है, जो उनके वित्त वर्ष 24 के राजस्व के आधार पर 3.1 गुना और 4.1 गुना के अनुपात में व्यापार करते हैं।
डेल्हीवरी का राजस्व आधार एक्सप्रेस पार्सल, आपूर्ति श्रृंखला, पार्ट ट्रक लोड और सीमा पार सेवाओं जैसे प्रमुख सेगमेंट्स में अच्छी तरह से बंटा हुआ है, जिनसे कुल राजस्व का एक बड़ा हिस्सा मिलता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ नए रुझान जैसे असंगठित से संगठित खिलाड़ियों के रुझान में बदलाव, ग्राहकों के ट्रेंड्स और नए बाजारों का उभरना डेल्हीवरी के लिए मददगार साबित होगा।
संक्षेप में, भारत की सबसे बड़ी पूरी तरह से एकीकृत लॉजिस्टिक कंपनी डेल्हीवरी ने अपने 5,235 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए सेबी के समक्ष आरएचपी दायर किया है। इश्यू 13 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो जाएगा। एंकर निवेश टॉप लॉन्ग ओनली फंड्स से प्राप्त हुआ, जिसमें विदेशी और स्थानीय फंड शामिल थे। 5,235 करोड़ रुपए के फंड में से 4,000 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि शेष बिक्री के लिए हैं।
डेल्हीवरी 2,000 करोड़ रुपए का उपयोग ऑर्गेनिक ग्रोथ से संबंधित पहलों की फंडिंग के लिए करेगी। इनमें मौजूदा बिजनेस लाइनों को और बेहतर बनाना, साथ ही नई बिजनेस लाइनें विकसित करना, नेटवर्क बुनियादी ढांचे का विस्तार करना और हमारे प्रोप्रराइटरी लॉजिस्टिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को उन्नत करना और उसमें सुधार करना। इसके अलावा, अधिग्रहण और अन्य रणनीतिक पहल के माध्यम से इनऑर्गेनिक ग्रोथ से संबंधित अवसरों की फंडिंग के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपए का उपयोग किया जाएगा।