मुंबई, 13 मई 2022: गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की कि उनके व्यवसाय, गोदरेज लॉकिम मोटर्स ने हेर्मेटिक कंप्रेसर मोटर्स से अगले तीन वर्षों में 10% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का लक्ष्य रखा है। इसका उद्देश्य विभिन्न उपयोगों के लिए विशेषीकृत मोटर्स, लेमिनेशन और कल-पुर्जों में अपनी हिस्सेदारी को लगातार बढ़ाना भी है। हेर्मेटिक कंप्रेसर मोटर्स का उपयोग एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर और वाणिज्यिक रेफ्रिजरेशन जैसे कार्यों में किया जाता है।
तपती गर्मी के चलते मांग में वृद्धि को देखते हुए, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर के निर्माताओं ने उत्पादन को पूरी क्षमता तक बढ़ा दिया है। कूलिंग उपकरणों में उपयोग किए जाने वाले कल-पुर्जों की कीमतें भी बढ़ गई हैं और आने वाली तिमाही में इनके और बढ़ने की उम्मीद है। अधिक क्षमता की जरूरत वाले प्रमुख कंप्रेसर निर्माता अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए गोदरेज लॉकिम मोटर्स के साथ करार करने के लिए राजी हैं।
भारत खुद को ‘रेसिप्रोकेटिंग कम्प्रेशर्स’ के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है जिससे देश में कंप्रेसर निर्माताओं की संख्या और वॉल्यूम में वृद्धि हो रही है। रेसिप्रोकेटिंग में पिस्टन का उपयोग हवा को संपीडित करने के लिए किया जाता है और इसका प्रयोग मुख्य रूप से हैवी ड्युटी कॉमर्शियल रेफ्रिजरेशन में किया जाता है। हेर्मेटिक मोटर्स के निर्माण में अग्रणी, गोदरेज लॉकिम मोटर्स, वाणिज्यिक, औद्योगिक और आवासीय उपकरणों सहित विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों के लिए कम ऊर्जा खपत वाले समाधान तैयार करते हैं। इस व्यवसाय ने हाल ही में सामान्य प्रयोजन के मोटर्स के लिए भारत की पहली ई – स्विच तकनीक को लॉन्च करके अपने मोटर्स की तकनीक को उन्नत किया है।
अपेक्षित वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए, गोदरेज लॉकिम मोटर्स के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड, ज़ेरसिस मार्कर ने कहा, “हम भारत में उपलब्ध हेर्मेटिक कंप्रेसर मोटर्स बाजार में अग्रणी हैं। संमुद्रित कम्प्रेसर के भीतर लगा भरोसेमंद गोदरेज लॉकिम हेर्मेटिक मोटर इसे अत्यंत विश्वसनीय बनाता है और वह मोटर ही सिस्टम की जान है। कंट्रोलर कार्ड के साथ बीएलडीसी (ब्रशलेस डीसी मोटर्स) प्रौद्योगिकी को उच्च क्षमता की आवश्यकताओं के लिए आंतरिक रूप से विकसित किया गया था। हमें उम्मीद है कि निकट भविष्य में इसकी मांग भी बढ़ेगी। हमारा ध्यान अपने ग्राहकों को उनके घरेलू और निर्यात आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम गुणवत्ता प्रदान करते हुए स्वामित्व की लागत को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने हेतु हमारे विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो के लगातार संवर्धन पर है। कूलिंग उपकरणों की मांग में वृद्धि के कारण, भारत में कंप्रेसर निर्माताओं और वॉल्यूम की मांग में वृद्धि हुई है और आत्मनिर्भर पहल के तहत सरकार द्वारा शुरू की गई पीएलआई योजना ने भी इसे गति प्रदान की है। वित्त वर्ष’25 तक, हम उम्मीद करते हैं कि हमारे बढ़ते राजस्व का 60% से 70% हेर्मेटिक मोटर्स से आएगा। हम अपने ग्राहकों को उनकी मात्रा और मूल्य वृद्धि में समर्थन देते रहेंगे।“