नई दिल्ली – 18 मई, 2022- नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के संयुक्त उद्यम इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (इंटेलीस्मार्ट) ने इनोवेषन चैलेंज से संबंधित अपने प्रमुख इवेंट इंस्टिक्ट 2.0 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस इवेंट को जोरदार रेस्पॉन्स मिला और जहां पहले संस्करण की तुलना में व्यक्तिगत और टीम पंजीकरण दोनों में 38 प्रतिषत की वृद्धि दर्ज की गई, वहीं छात्रों (37 प्रतिषत), स्टार्ट-अप्स (35 प्रतिषत) और पेशेवरों (40 प्रतिषत) की भागीदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
इंटेलीस्मार्ट के फ्लैगषिप इनोवेषन चैलेंज का उद्देश्य विचारों और प्रतिभाओं को बढ़ावा देते हुए बिजली क्षेत्र में एक सक्रिय तकनीकी इकोसिस्टम का निर्माण करना और उद्योग के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को तेज करते हुए आगे बढ़ाना है।
इंस्टिक्ट 2.0 स्मार्ट मीटरिंग और ऊर्जा क्षेत्र के लिए प्रासंगिक चार महत्वपूर्ण चुनौतियों पर केंद्रित है-
- पुरानेमीटरोंकोफिरसेइस्तेमालकरनायासुरक्षितनिपटान
- स्मार्ट मीटर के लिए हाइब्रिड कम्युनिकेषन मॉड्यूल
- एएमआई सिस्टम पर स्ट्रेस को कम करने के लिए डिवाइस लेवल डेटा ट्रिमिंग
- सीसीएमएस के बीच प्लग एंड प्ले इंटरचेंजबिलिटी या इंटीग्रेषन को हासिल करने के लिए लागत प्रभावी और स्वदेशी समाधान विकसित करना
इस इवेंट में विजेता घोषित किए गए विचारों और अवधारणाओं ने बड़े पैमाने पर व्यावसायीकरण की क्षमता के साथ गहन समाधान-केंद्रित सोच को दिखाया। हाइब्रिड संचार मॉड्यूल चुनौती के लिए, विजेता ने एआई-आधारित डिवाइस अवधारणा विकसित की जो डीएलएमएस पेलोड को कम करके और नेटवर्क क्षमता का विस्तार करके एएमआई डेटा को ट्रिम कर सकती है।
हाइब्रिड संचार मॉड्यूल चुनौती के लिए, विजेता ने दोहरी रेडियो आवृत्ति के साथ एक एनआईसी बनाया जो डेटा एष्यूरेंस और स्मार्ट मीटर डिप्लोयमेंट की लागत क्षमता सुनिश्चित कर सकता है। दोनों चुनौतियों के लिए रवि सुब्रमण्यम, भौतिक रमोलिया और सोमराजू पिचिका द्वारा गठित टीम बोल्ट्रोन विजेता रही।
सीसीएमएस पर चौथे चैलेंज के लिए विजेता विशाल कुमार सॉ ने एक इंटरमीडियेट लेयर के साथ सामान्य डैशबोर्ड की अवधारणा का प्रस्ताव रखा जो सभी अलग-अलग डेटा को संभाल सकता है और उन्हें एक सामान्य डैशबोर्ड में फीड करने से पहले आवश्यक डेटा परिवर्तन कर सकता है।
इस पहल की सराहना करते हुए श्री आर लक्ष्मणन, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, आरईसी और सीईओ, आरईसीपीडीसीएल और इंस्टिक्ट 2.0 के प्रख्यात जूरी चेयर ने कहा, ‘‘स्मार्ट मीटरिंग और स्मार्ट ग्रिड देश में ऊर्जा के क्षेत्र में बदलावों से संबंधित एक महत्वपूर्ण कड़ी है। लगातार दो वर्षों में इंस्टिक्ट ने विद्युत क्षेत्र की व्यावहारिक चुनौतियों को हल करने और भारत की स्मार्ट मीटरिंग यात्रा के लिए दूरगामी प्रभाव डालने के लिए नवीन विचारों के साथ बिजली उद्योग को उत्साहित और प्रेरित किया है।’’
इंटेलीस्मार्ट के एमडी और सीईओ श्री अनिल रावल ने कहा, ‘‘इनस्टिंक्ट 2.0 के लिए इनोवेशन कम्युनिटी से मिले इस तरह के जबरदस्त रेस्पॉन्स को देखकर मुझे खुशी हो रही है। बिजली क्षेत्र में डिजिटलीकरण को आगे बढ़ाने के लिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम एक मजबूत और उपयोगी इकोसिस्टम का निर्माण करें जो परिवर्तनकारी विचारों और समाधानों को जन्म दे सके और इस तरह हम उद्योग के कुछ सबसे कठिन मुद्दों से निपट सकेंगे। इंस्टिक्ट इसी दिषा में एक प्रमुख प्रयास कहा जा सकता है।’’
इस वर्ष जूरी में उद्योग जगत के जाने-माने और अग्रणी लोग और शिक्षाविद शामिल थे। इनके नाम हैं- श्री आर. लक्ष्मणन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड, श्री अरुण कुमार मिश्रा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ईईएसएल, प्रो. सुकुमार मिश्रा, एसोसिएट डीन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली और श्री अनिल रावल, एमडी और सीईओ, इंटेलीस्मार्ट।
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