मुंबई, 15 जून, 2022- देश के सबसे इनोवेटिव और सस्टेनेबल सीमेंट निर्माता कंपनियों में से एक अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने डिजिटलीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। यह अंबुजा सीमेंट्स के लिए एक प्रमुख फोकस क्षेत्र बना रहेगा क्योंकि इसका उद्देश्य संयंत्रों को संचालित करने से लेकर लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन के प्रबंधन और ग्राहक कनेक्शन सुनिश्चित करते हुए कंपनी के संचालन के तरीके को नया रूप देना है।
इसके लिए, कंपनी ने अपनी ‘प्लांट्स ऑफ टुमॉरो’ पहल में निवेश किया है, जिसका उद्देश्य बेहतर संयंत्र अनुकूलन, उच्च संयंत्र उपलब्धता और सुरक्षित कार्य वातावरण के माध्यम से विनिर्माण को अधिक कुशल बनाना है। इस पहल के तहत, कंपनी पारंपरिक सीमेंट संयंत्रों की तुलना में परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल करेगी।
इसके अलावा, कंपनी का ट्रांसपोर्ट एनालिटिक्स सेंटर रूट ऑप्टिमाइजेशन, कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन और बढ़ी हुई रोड सेफ्टी के जरिए कंपनी को लॉजिस्टिक्स दक्षता बढ़ाने में मदद कर रहा है। इस केंद्र का उपयोग जमीनी स्तर पर बदलाव का पता लगाने के लिए किया जा रहा है और अब यह पूरी आपूर्ति श्रृंखला के लिए डेटा का एकल स्रोत बन गया है।
मारवाड़ सीमेंट वर्क्स में गुणवत्ता नियंत्रण और प्रक्रिया अनुकूलन का संपूर्ण कामकाज अत्याधुनिक रोबोटिक लैब द्वारा निर्देशित है, जिसमें बड़ी संख्या में ऑटो सैंपलिंग पॉइंट हैं। एकत्रित नमूनों को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के पूर्ण सटीकता की गारंटी के साथ विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में ले जाया जाता है। नमूने लेने की इस स्वचालित प्रक्रिया ने प्रयोगशालाओं और नमूना कक्षों में धूल मुक्त वातावरण बनाने के अलावा भौतिक नमूने से जुड़े खतरों को समाप्त कर दिया है। ऐसी तकनीक न केवल समय बचाती है बल्कि दक्षता में भी सुधार करती है।
इंडिया होल्सिम के सीईओ और अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री नीरज अखौरी ने कहा, ‘‘हम अंबुजा सीमेंट्स में कंपनी के पूरे संचालन को डिजिटल बनाने का लक्ष्य रखते हैं। हमारी प्रमुख रणनीति हमारी इकाइयों में ग्रीन प्लांट को मजबूत करना और बेहतर दक्षता के साथ हमारे संचालन का प्रबंधन करना है। हम एक ऐसे संयंत्र की कल्पना करते हैं, जहां संपूर्ण कामकाज बेहतर और कुशल टैक्नोलॉजी, ऑटोमेशन और डिजिटलीकरण के साथ किया जाता है।’’
अंबुजा सीमेंट्स अपने संयंत्रों का बेहतर तरीके से परिचालन करने और उन्हें सर्वाधिक उपयोगी बनाने और अधिकतम क्षमता सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल तकनीकों के उपयोग को जारी रखे हुए है। कंपनी ने व्यावसायिक पहुंच में सुधार के लिए डिजिटल-प्रथम और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण भी अपनाया है।