मुंबई, 20 जून, 2022: गोदरेज ग्रुप की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने अपने व्यवसाय गोदरेज कन्स्ट्रक्शन और ‘त्वस्त‘ मैन्युफैक्चरिंग सोल्यूशन्स के बीच साझेदारी की घोषणा की है। ‘त्वस्त‘ आईआईटी मद्रास के भूतपूर्व छात्रों द्वारा शुरू किया गया स्वदेशी स्टार्ट-अप है और भारत में थ्रीडी कन्स्ट्रक्शन प्रिंटिंग (थ्रीडीसीपी) की अभिनव प्रौद्योगिकी लाकर, व्यावसायिक स्तर पर उसका इस्तेमाल करने के लिए यह साझेदारी की गयी है। राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे ‘आत्मनिर्भर भारत‘ अभियान से प्रेरित होकर गोदरेज कन्स्ट्रक्शन और ‘त्वस्त‘ ने कई अलगअलग शाश्वत बुनियादी सुविधा परियोजनाओं, आवासीय सुविधाओं, संकट के दौरान राहत के लिए संरचनाओं, राष्ट्रीय स्तर के सुरक्षा से जुड़े ऍप्लिकेशन्स और भारत और दुनिया भर की अन्य सार्वजानिक सुविधाओं के विकास के लिए इस प्रौद्योगिकी के सबसे पहले उपयोग का लक्ष्य लेकर यह कदम उठाया गया है।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्यरत स्टार्ट-अप ‘त्वस्त‘, चेन्नई और बंगलोर में स्थित है और उन्होंने यह स्वदेशी थ्रीडीसीपी प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म विकसित किया है, जिसमें निर्माण के पारंपरिक तरीकों की तुलना में ज़्यादा तेज़ और अधिक शाश्वत प्रक्रियाओं के लिए ऑटोमेशन और रोबोटिक्स का उपयोग किया जाता है। इस नए प्लेटफार्म पर मॉड्यूलर ऑफ-साइट निर्माण तकनीक के उपयोग का विकल्प भी दिया गया है। इनकी वजह से निर्माण परियोजनाओं के कुल कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी मदद मिल सकती है और साइट पर काम करने वाले मज़दूरों की दुर्घटनाएं होने की संभावना कम होकर सुरक्षा में भी सुधार होते हैं।
भारत में रियल इस्टेट और बुनियादी सुविधा क्षेत्र की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए गोदरेज कन्स्ट्रक्शन और ‘त्वस्त‘ ने मिलकर अवधारणा का प्रमाण तैयार किया है। (चित्र ऊपर दिया गया है) इस बस शेल्टर का थ्रीडी प्रिंटिंग मात्र 32 घंटों में पूरा किया गया और साइट पर 8 घंटों में उसे असेम्बल किया गया। निर्माण उद्योग में चक्रीय अर्थव्यवस्था सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए गोदरेज कन्स्ट्रक्शन ने ‘त्वस्त‘ के सहयोग से पहला, बहुत ही शाश्वत कॉन्क्रीट मिक्स डिज़ाइन बनाया जिसमें मुंबई में विक्रोली के गोदरेज रिसाइकल्ड कॉन्क्रीट एग्रीगेट्स का लगभग 30% इस्तेमाल किया गया है। इस अनोखे ढांचे का फिज़िकल डिज़ाइन बहुत ही अनोखा है, इस प्रौद्योगिकी से निर्माण उद्योग को प्रस्तुत की जा रही सुंदरता में विविधता, संरचना के लाभ और बेहतरीन क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए वक्रीय रेखाओं से बनी ज्यामितीय रचनाओं का उपयोग इसमें किया गया है। बस शेल्टर और उस पर लगी कमर्शियल साइनेजेस के लिए रात के समय रोशनी के लिए अलग से सोलर पैनल्स के साथ ऊर्जा की बचत करने में पूरी तरह से सक्षम रचना बनाई गयी है। गोदरेज एंड बॉयस के ‘स्प्रिंट‘ इस इंट्राप्रिन्योरियल इनोवेशन पहल के दौरान यह विचार अस्तित्व में आया और विकसित होने लगा।
भारत में थ्रीडी कन्स्ट्रक्शन प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म को शुरू करने के बारे में गोदरेज कन्स्ट्रक्शन के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट और बिज़नेस हेड श्री अनूप मैथ्यू ने कहा, “भारत में विकसित की गयी थ्रीडी कन्स्ट्रक्शन प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी स्वदेशी स्टार्ट-अप के साथ साझेदारी करते हुए हमें बहुत ख़ुशी हो रही है। निर्माण उद्योग के लिए अभिनव और शाश्वत तरीके से डिज़ाइन की गयी ग्राहककेंद्री सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गोदरेज कन्स्ट्रक्शन प्रतिबद्ध है। इस पायलट परियोजना को साथ मिलकर विकसित किए जाने से हम मानते हैं कि हमारे हितधारकों के लाभ के लिए इस नयी प्रौद्योगिकी के उपयोग और उसे बढ़ाने के कई अवसर उपलब्ध हैं।”
चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए हमने साथ मिलकर एक अभिनव कॉन्क्रीट मिक्स-डिज़ाइन भी विकसित किया है, जिसमें काफी मात्रा में रिसाइकल्ड कॉन्क्रीट एग्रीगेट्स का उपयोग किया गया है। यह थ्रीडीसीपी प्रौद्योगिकी में इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल का एक हिस्सा है। इस नए विकसित किए गए थ्रीडीसीपी कॉन्क्रीट मिक्स में तुलना में कम कार्बन वाली निर्माण सामग्री विकसित की जाती है और उपयोग में लायी जाती है जिससे हमें अधिक शाश्वत निर्माण उद्योग के लिए अभिनव सुविधा डिज़ाइन और विकसित करने में मदद मिल सकती है।
वैश्विक स्तर पर अभी भी नए और विकास के बहुत ही शुरूआती स्तर पर चल रही थ्रीडीसीपी प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए अच्छे अवसर ढूंढने के लिए उद्योग के प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए हम प्रयासरत रहेंगे।” गोदरेज एंड बॉयस के व्यवसाय गोदरेज कन्स्ट्रक्शन का वित्तीय कारोबार 1000 करोड़ रुपयों का है और निर्माण क्षेत्र की सुविधाओं में लगातार वृद्धि का उनका लक्ष्य है।
‘त्वस्त‘ के सह-संस्थापक और सीओओ श्री. विद्याशंकर सी ने कहा, “गोदरेज कन्स्ट्रक्शन जैसे निर्माण सामग्री उद्योग की अग्रणी और नए विचारों का नेतृत्व करने वाली कंपनी के साथ साझेदारी करते हुए हमें बहुत ख़ुशी हो रही है। हमें आशा है कि इस साझेदारी से हमारे प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म को तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। इससे देश में कई अलगअलग यूज़ केसेस को त्वस्त से दी जाने वाली, कई प्रकार की निर्माण सुविधाओं में यक़ीनन वृद्धि होगी।”