आईडीबीआई बैंक – वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम

वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही- हाईलाइट्स

– शुद्ध लाभ ₹756 करोड़, तिमाही दर तिमाही बढ़ोतरी 10 प्रतिशत

– परिचालन लाभ ₹2,052 करोड़, 36 फीसदी की तिमाही दर तिमाही बढ़ोतरी

– एनआईआई 2488 करोड़ रुपए, तिमाही दर तिमाही 3 प्रतिशत की वृद्धि

– एनआईएम 4.02 प्रतिशत, तिमाही 5 बीपीएस की बढ़ोतरी (आईटी रिफंड पर ब्याज 3.73 प्रतिशत को छोड़कर)

– क्यू1 एफवाई23 के लिए कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट 3.36 प्रतिशत पर, जबकि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में यह 3.43 प्रतिशत

– कॉस्ट ऑफ फंड्स 3.63 प्रतिशत पर, जबकि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में यह 3.69 प्रतिशत

– सीआरएआर 19.57 प्रतिशत पर, तिमाही आधार पर 51 बीपीएस की वृद्धि

– रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए) 1.03 प्रतिशत पर, तिमाही आधार पर 8 बीपीएस की वृद्धि

– रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) 14.80 प्रतिशत पर, तिमाही आधार पर 32 बीपीएस की वृद्धि

– सीएएसए रेशियो 55.65 प्रतिशत पर, जबकि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में यह 56.77 प्रतिशत

– नेट एनपीए 1.25 प्रतिशत पर, वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में यह 1.36 प्रतिशत

– पीसीआर 97.79 प्रतिशत पर, 31 मार्च, 2022 को यह 97.63 प्रतिशत था

ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस

– क्यू1-2023 के लिए शुद्ध लाभ में 55 फीसदी सुधार, ₹756 करोड़ पर, जबकि क्यू1-2022 के लिए ₹603 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ था। क्यू4-2022 के लिए शुद्ध लाभ ₹691 करोड़ था।

– वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही में बैंक के प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) में 7 फीसदी सुधार, 1093 करोड़ रुपए पर, वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 1024 करोड़ रुपए था। क्यू4-2022 में 844 करोड़ रुपए।

– वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही के लिए परिचालन लाभ 2052 करोड़ रुपए हो गया, वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 2,868 करोड़ रुपए था। क्यू4-2022 में यह 1,513 करोड़ रुपए था।

– क्यू1-2023 के लिए शुद्ध ब्याज आय ₹2,488 करोड़ थी, जबकि क्यू1-2022 के लिए ₹2,506 करोड़ थी। क्यू4-2022 के लिए शुद्ध ब्याज आय 2420 करोड़ रुपए पर।

– क्यू1-2022 के लिए 4.06 प्रतिशत की तुलना में क्यू1-2023 के लिए शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 4.02 प्रतिशत (आईटी रिफंड पर ब्याज 3.73 प्रतिशत को छोड़कर)।

– क्यू1-2023 के लिए जमा की लागत 36 बीपीएस से 3.36 प्रतिशत तक कम हो गई, जबकि क्यू-1 2022 के लिए जमा की लागत 3.72 प्रतिशत थी। क्यू4-2022 के लिए कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट 3.43 प्रतिशत पर।

– क्यू1-2022 के लिए 3.98 प्रतिशत की तुलना में क्यू1-2023 के लिए फंड की लागत 35 बीपीएस से 3.63 प्रतिशत तक कम हो गई। क्यू4-2022 के लिए फंड की लागत 3.69 प्रतिशत थी।

 

बिजनेस ग्रोथ

– 30 जून, 2022 के अनुसार सीएएसए 1,25,356 करोड़ रुपए पर, 30 जून, 2021 को यह 1,16,595 करोड़ रुपए था, सालाना आधार पर 8 प्रतिशत वृद्धि। 31 मार्च, 2022 को सीएएसए ₹1,32,359 करोड़ था।

– 30 जून, 2022 के अनुसार कुल डिपॉजिट्स में सीएएसए का शेयर सुधरकर 55.65 फीसदी हुआ, जबकि 30 जून, 2021 को 52.43 फीसदी और 31 मार्च, 2022 को यह 56.77 प्रतिशत था।

– 30 जून, 2022 के अनुसार सकल अग्रिम ₹1,38,046 करोड़ था, जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि थी। 30 जून, 2022 तक शुद्ध अग्रिम 9 प्रतिशत सालाना बढ़कर ₹1,70,390 करोड़ हो गए।

– अग्रिम पोर्टफोलियो कॉरपोरेट बनाम रिटेल का संयोजन 30 जून, 2022 को 37-63 पर रीअलाइंड किया गया।

 

एसेट क्वालिटी

– सकल एनपीए अनुपात 30 जून, 2022 को सुधरकर 19.90 प्रतिशत हो गया, जबकि 30 जून, 2021 को यह 22.71 प्रतिशत था। 31 मार्च, 2022 तक सकल एनपीए 20.16 प्रतिशत था।

 

– शुद्ध एनपीए अनुपात 30 जून, 2022 को 1.25 प्रतिशत तक सुधरा, जबकि 30 जून, 2021 को यह 1.67 प्रतिशत था। 31 मार्च, 2022 तक शुद्ध एनपीए अनुपात 1.36 प्रतिशत था।

– 30 जून, 2022 को प्रावधान कवरेज अनुपात (तकनीकी राइट-ऑफ सहित) 97.79 प्रतिशत पर, 30 जून 2021 को यह 97.42 प्रतिशत था। 31 मार्च, 2022 को पीसीआर 97.63 प्रतिशत था।

 

कैपिटल पोजीशन

– टियर 1 में 30 जून, 2022 तक 17.13 प्रतिशत सुधार हुआ, जबकि 31 मार्च, 2022 को 16.68 फीसदी और 30 जून, 2021 को 13.64 प्रतिशत था।

– सीआरएआर 31 मार्च, 2022 को 19.06 फीसदी और 30 जून, 2021 को 16.23 फीसदी के मुकाबले 30 जून, 2022 को 19.57 फीसदी हो गया।

– जोखिम भारित आस्तियां (आरडब्ल्यूए) 30 जून, 2022 को 0.29 फीसदी घटकर ₹1,53,832 करोड़ हो गई, जबकि 30 जून, 2021 को ₹1,54,285 करोड़ थी। 31 मार्च 2022 को कुल आरडब्ल्यूए ₹1,54,559 करोड़ था। क्रेडिट जोखिम भारित संपत्ति 30 जून, 2021 को ₹1,22,876 करोड़ के मुकाबले 30 जून, 2022 को 0.88 प्रतिशत घटकर ₹1,21,798 करोड़ हो गई। क्रेडिट आरडब्ल्यूए 31 मार्च 2022 को ₹1,22,451 करोड़ था।

मुंबई, 21 जुलाई, 2022- आईडीबीआई बैंक लिमिटेड (आईडीबीआई बैंक) के निदेशक मंडल ने आज मुंबई में बैठक की और 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी।

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