मुंबई, 11 जुलाई, 2022- नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (जेबीआईएमएस) के साथ मिलकर अपने कर्मचारियों के लिए डिजिटल पेमेंट्स में मास्टर इन मैनेजमेंट स्टडीज (एमएमएस) प्रोग्राम तैयार किया है। एनपीसीआई की उच्च शिक्षा संबंधी ‘लर्न व्हाइल यू अर्न’ पहल के तहत शुरू किए गए इस प्रोग्राम के पहले बैच की शुरुआत आज हुई। विशेष रूप से तैयार, अपनी तरह के इस अनूठे कार्यक्रम में डिजिटल भुगतान से संबंधित तमाम पहलुओं को कवर किया जाएगा, जिनमें प्रमुख हैं- फाइनेंस, टैक्नोलॉजी, बीएफएसआई और इनफॉर्मेशन सिस्टम। ये ऐसे पहलू हैं, जिनकी जरूरत आज उद्योग को किसी न किसी रूप में है। यह प्रोग्राम आने वाले कल के लिए ऐसे अग्रणी और विशेषज्ञ लोगों को तैयार करेगा, जो बढ़ते डिजिटल भुगतान उपयोगकर्ता-आधार का प्रबंधन करने में सक्षम हैं और जो फाइनेंस इको सिस्टम में तकनीकी सुधार लाने का प्रयास करते हैं।
एक हाइब्रिड कार्यक्रम होने के नाते, कर्मचारी सप्ताह के आखिर में कक्षाएं लेंगे और प्रति सेमेस्टर परिसर में केवल एक सप्ताह बिताएंगे, जिससे उन्हें सीखने की अनुमति मिलेगी, जबकि वे एनपीसीआई में कमाई करना जारी रखेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों को शोध-पत्रों और लेखों को प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए शोध पद्धतियों की गहरी समझ और ज्ञान से समृद्ध करना है।
इसके अतिरिक्त, एनपीसीआई के कर्मचारियों के पास मास्टर कार्यक्रम के पूरा होने के बाद सुपर-स्पेशलाइजेशन और आगे की पढ़ाई (पीएच डी) करने का अवसर भी है।
डॉ. श्रीनिवासन आर. आयंगर, निदेशक, जेबीआईएमएस ने कहा, ‘‘हमने एनपीसीआई के साथ मिलकर उनके कर्मचारियों के लिए डिजिटल भुगतान में इस तरह के पहले विशेष एमएमएस कार्यक्रम की शुरुआत की है और इस पहल को लेकर हम बेहद उत्साहित हैं। जेबीआईएमएस में हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे कार्यक्रम आज की पेशेवर मांगों के अनुरूप हों और नियोक्ताओं और प्रतिभागियों के लिए प्रासंगिक हों। हमारा मानना है कि डिजिटल भुगतान में मास्टर डिग्री प्रोग्राम एनपीसीआई के कर्मचारियों को उनकी क्षमता को सीखने और महसूस करने के सर्वाेत्तम अवसर प्रदान करेगा।’’
डॉ. कविता लाघटे, प्रोफेसर, जेबीआईएमएस ने कहा, ‘‘जेबीआईएमएस में, हम वर्तमान दौर की जरूरत, उसके कंटेंट और उसके मेथड के मामले में प्रत्येक कार्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हम एनपीसीआई कर्मचारियों के लिए विकसित डिजिटल भुगतान में मास्टर डिग्री प्रोग्राम में शामिल होने को लेकर उत्साहित हैं।’’
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) में एचआर एंड एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख निशीथ चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘हम अपने कर्मचारियों के लिए सीखने के अवसर पैदा करने का निरंतर प्रयास करते हैं, क्यांेकि यह हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। इसी कड़ी में हम डिजिटल भुगतान में मास्टर डिग्री प्रोग्राम शुरू करने के लिए जेबीआईएमएस जैसे प्रमुख संस्थान के साथ साझेदारी करके खुश हैं। हम ‘लर्निंग फॉर ऑल’ के विजन में विश्वास करते हैं और अपने कर्मचारियों को तेजी से भागती दुनिया में खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हमें उम्मीद है कि यह पहल प्रतिभाशाली लोगों को और प्रेरित करेगी और भारतीय डिजिटल भुगतान उद्योग को बदलने के हमारे मिशन में हमारी मदद करेगी।’’