भारत, बेंगलुरु, 27 अगस्त 2022 : आधुनिक युग के डिजिटल प्लटेफॉर्म, ज्यूपिटर, ने रेज़रपे की नई बैंकिंग शाखा, रेज़रपेएक्स के साथ साझेदारी की है। यह साझेदारी कंपनियों के लिए एक व्यापक पेरोल प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए की गई है, जिससे कर्मचारियों को उनकी ज्वाइनिंग के पहले दिन से ही सुविधाजनक ऑन-डिमांड बैंकिग अनुभव मिलेगा। यह अनूठी साझेदारी किसी भी कंपनी को अपने संस्थान में कर्मचारियों की सैलरी से लेकर सभी चीजों को मैनेज करने के लिए सिंगल डैशबोर्ड मेंटेन करने में सक्षम बनाती है। इससे सैलरी की गणना और सैलरी का वितरण करने की सारी प्रक्रिया स्वचालित रूप से होती है। साथ ही बिना किसी परेशानी के कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड, ग्रेच्युटी, इंश्योरेंस, सैलरी अकाउंट और अन्य चीजों को आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
इस साझेदारी से कोई भी कॉर्पोरेट ज्यूपिटर के साथ अपनी कर्मचारियों के सैलरी अकाउंट केवल 5 मिनट में खोल सकता है। इसके लिए संस्थान को दिए गए एक विशेष लिंक का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद प्रासंगिक कर्मचारी का विस्तृत विवरण अपने आप ही रेज़रपेएक्स के पेरोल में पहुंच जाता है, जिससे सैलरी तुरंत ही ट्रांसफर हो जाती है तथा कंपनी को पेरोल प्रोसेस करने में केवल 10 मिनट का समय लगता है। ज्यूपिटर प्रो सैलरी अकाउंट के साथ, कर्मचारी पहले दिन से ही व्यापक कवरेज के साथ स्वास्थ्य बीमा तक पहुंच हासिल कर सकते हैं; इसमें ऑन-डिमांड सैलरी मिल सकती है और कोई भी दिन आपका सैलरी मिलने का दिन हो सकता है! इसमें किसी तरह का ब्याज और प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती; डोमेस्टिक डेबिट कार्ड पर आकर्षक पुरस्कार मिलते हैं और हर महीने चुनिंदा यूपीआई पर खर्च की सुविधा मिलती है। साथ ही आपके रिवॉर्ड एक्सपायर नहीं होते; इसमें एक आसान मनी ट्रैकिंग टूल भी है, जो खर्चों को अपने आप वर्गीकृत करता है, लोन एवं निवेश पर नजर रखता है; ज्यूपिटर मनी पॉट्स के साथ बेहतर पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट से कर्मचारियों को अपनी अगली ट्रिप, किसी महंगे पसंदीदा आइटम को खरीदने या फिर आगामी आइपीओ में निवेश करने के लिए आसानी से पॉट बनाकर बचत कर करने में मदद मिलती है।
रेज़रपेएक्स का पेरोल प्लेटफॉर्म अब हजारों कॉरपोरेट्स के सैलरी बांटने के ढंग को बदल रहा है। अब तक कंपनियों ने पारंपरिक पे-रोल को ही हैंडल किया था। इस प्लेटफॉर्म ने नया सहज ऑटोमेटेड पे-रोल का अनुभव दिलाने की फिर से कल्पना की है कि कंपनियां किस तरह अपने कर्मचारियों का प्रबंधन कर सकती है, उनके कार्यों का भुगतान कर सकती हैं और जीवनभर के लिए अपने कर्मचारियों का कल्याण सुनिश्चित कर सकती हैं। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से कर्मचारी ज्यूपिटर प्रो सैलरी अकाउंट के साथ अपने पैसे की बचत कर सकते हैं, उसे ट्रैक कर सकते हैं या अपने पैसे को खर्च कर सकते हैं। दूसरी तरफ इससे कंपनियों की लागत कम लगती है और उबाऊ काम से छुटकारा मिलता है और कार्य में ज्यादा दक्षता बढ़ती है।
ज्यूपिटर में प्रॉडक्ट – ग्रोथ एवं कम्युनिटी साहिल सोराथिया ने बताया, “हम रेज़रपेएक्स से साझेदारी करके काफी उत्साहित हैं। इससे पेरोल सिस्टम में सभी के लिए एक सुविधाजनक और व्यापक समाधान मुहैया करायेंगे। यह साझेदारी महत्वपूर्ण मौके पर हुई है। इससे एचआर के काम निपटाने में तेजी आएगी और काम ज्यादा सक्षम तरीके से होगा। साथ ही कर्मचारियों को बेहतरीन अनुभव मिलेगा। साथ मिलकर, हम अपने तालमेल से एक समावेशी और अभिनव प्लेटफॉर्म बनाने में मदद करेंगे जिससे कंपनियों को काम करने का नया प्रगतिशील माहौल मिलेगा।”
रेज़रपेएक्स के सीनियर डायरेक्टर और जनरल मैनेजर शशांक मेहता ने इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “रेज़रपेएक्स ने हमेशा बिजनेस फाइनेंस को ऑटोमेशन की प्रक्रिया से सरल बनाने की कोशिश की है। जैसे-जैसे कंपनियों का विस्तार होता जाता है, वैसे-वैसे उनके सामने अपने कर्मचारियों के सैलरी अकाउंट बनाने के लिए बहुत बड़ी लागत आती है, इसके अलावा उन्हें पेरोल को मैनेज करने, प्रक्रियाओं का पालन करने और कर्मचारियों को संस्थान में शामिल करने का काम भी होता है। कंपनी इन प्रक्रियाओं को मैनुअली करने के लिए हर महीने 25 घंटे का समय देती हैं। रेज़रएक्सपे की एक प्रमुख पेशकश है व्यावसायों के लिए टैक्स पेमेंट एवं फाइलिंग के साथ ही पेरोल का ऑटोमैटिक वितरण और अनुपालन करना। इससे कारोबारियों का समय बचता है और वे ज्यादा से ज्यादा वृद्धि करने पर फोकस कर पाते हैं। नए डिजिटल बैंकिंग अनुभव प्रदान करने में सबसे आगे, ज्यूपिटर के साथ साझेदारी करने से हमें उम्मीद है कि हम बिजनेसेस और उनके कर्मचारियों को उद्योग-अग्रणी पेशकश प्रदान कर सकेंगे।”