Editor- Manish Mathur
जयपुर, 29 अगस्त2022। लोक देवता तेजाजी दशमी पांच सितम्बर को भक्ति भाव के साथ मनाई जाएगी। इस अवसर पर तेजाजी के थान एवं मंदिरों में मेले जैसा माहौल नजर आएगा और श्रद्वालुओें द्वारा पकवानों का भोग लगाया जाएगा। वहीं कई मंदिरों एवं थानों पर एक दिन पहले चार सितम्बर को रात्रि जागरण होंगे। जयपुर के मानसरोवर न्यू सांगानेर रोड स्थित प्राचीन तेजाजी मंदिर में, बरकत नगर, गोनेर रोड, मुरलीपुरा, हसनपुरा, मुख्य सोडाला, मानसरोवर न्यू सांगानेर रोड, बाढ़ देवरी, मुहाना, सांगानेर सांगासेतू रोड, बंबाला पुलिया, आर्दश नगर, शास्त्री नगर, लूनियावास व दांतली सहित अन्य जगहों पर भी तेजाजी के मंदिरों व थान पर पांच सितम्बर की सुबह से ही श्रद्वालुओं के जुटने का सिलसिला शुरू हो जाएगा, जो देर रात तक चलेगा। श्रद्वालुओं द्वारा तेजाजी के दर्शन करने के साथ ही ज्योत ली जाएगी और घरों में बने पकवान खीर पूरी, पुआ, नारियल, पताशे चढ़ाया जाएगा। श्रद्वालुओं द्वारा तेजाजी महाराज से सालभर जहरीले जीव जन्तु से रक्षा करने की कामना की जाएगी।
फूलों से सजेगा लोक देवता का दरबार
वहीं मुख्य सोडाला स्थित आस्था का धाम वीर तेजाजी धाम मंदिर की असीम कृपा से पांच सितम्बर को भव्य तेजाजी मेले का आयोजन किया जाएगा। वहीं तेजाजी मंदिर में तेजा दशमी के दिन फूलों का दरबार सजाया जाएगा और अभिषेक कर अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा।
मुख्य सोडाला तेजाजी मंदिर के पुजारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि तेजा दशमी से एक दिन पहले चार सितम्बर की रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा और तेजा बाबा की विशेष झांकी सजाई जाएगी। वहीं तेजाजी दशमी की सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा, जो देर रात तक चलेगा। अगले दिन जलझूलनी एकादशी बड़े ही भक्तिभाव के साथ मनाई जाएगी। ठाकुरजी के विग्रहों का अभिषेक कर श्रृंगार कर नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी और शाम को ठाकुरजी पालकी में सवार होकर जयकारों के बीच नगर भ्रमण पर निकलेंगे। एकादशी करने वाले श्रद्धालु ठाकुर जी के वापस मंदिर लौटने पर दर्शन करने के बाद चरणामृत ग्रहण कर उपवास खोलेंगे।