मुंबई, 24 सितम्बर, 2022ः यह साझेदारी देश में अडवान्स्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने के लिए वन-स्टॉप समाधान उपलब्ध कराएगी तथा डिस्कॉम्स को नागरिकों को उत्कृष्ट सेवाएं उपलब्ध कराने में सक्षम बनाएगी
वी बिज़नेस स्मार्ट युटिलिटी में लीडर है, देश में हर 3 में से 2 स्मार्ट मीटर वी द्वारा पावर्ड हैं
अग्रणी दूरसंचार सेवा प्रदाता वोडाफ़ोन आइडिया लिमिटेड की एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस ने अडवान्स्ड मीटरिंग एवं स्मार्टग्रिड सिस्टम्स के लिए युटिलिटी समाधानों की अग्रणी विश्वस्तरीय प्रदाता ट्रिलिएन्ट® के साथ साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी वी बिज़नेस और ट्रिलिएन्ट की संयुक्त डोमेन विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर भारत में अडवान्स्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए इंटीग्रेटेड आईओटी समाधानों का निर्माण एवं कार्यान्वयन करेगी।
यह साझेदारी सरकार के डिजिटल भारत मिशन को सशक्त बनाएगी और देश भर में लक्षित 250 मिलियन बिजली के मीटरों को स्मार्ट मीटरों में बदल कर विद्युत वितरण सेक्टर में बड़ा बदलाव लेकर आएगी।
दोनों पक्षों के बीच तालमेल के चलते प्रबन्धित सेवाओं के साथ कनेक्टिविटी, क्लाउड और एचईएस को बढ़ावा मिलेगा जिससे मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर्स (एमएसआई)/ अडवान्स्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सेवा प्रदाता भारत में एएमआई प्रोजेक्ट्स के लिए महत्वपूर्ण एसएलए की स्थायी डिलीवरी कर सकेंगे। ट्रिलिएन्ट के साथ इस साझेदारी के तहत वी बिज़नेस युनिटी स्यूट हैड एंड सिस्टम (एचईएस) में अपने विश्वस्तरीय अनुभव का उपयोग करेगा जो आईएस 15959 का अनुपालन करते हुए रोज़ाना में मीटर रीडिंग और इंटरवेल डेटा को सक्षम बनाएगा। इस साझेदारी के तहत डिस्कॉम्स, नेटवर्क तथा जटिल एएमआई परियोजनाओं के लिए संचालन एवं एसएलए प्रबन्धन में सम्पूर्ण पारदर्शिता को सुनिश्चित कर सकेंगे।
अरविंद नेवातिया, चीफ़ एंटरप्राइज़ बिज़नेस ऑफिसर, वोडाफ़ोन आइडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘इंटीग्रेटेड आईओटी में मार्केट लीडर होने के नाते तथा स्मार्ट मीटरिंग में व्यापक अनुभव के साथ वी बिज़नेस डिस्कॉम्स, नागरिकों एवं सेवा प्रदाताओं को सशक्त बनाने तथा स्मार्ट एवं स्थायी तरीकों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। हमारा मानना है कि ट्रिलिएन्ट के साथ हमारी साझेदारी से बड़े पैमाने की एएमआई परियोताओं को लागू करने की क्षमता बढ़ेगी और हम युटिलिटी सेवा प्रदाताओं को आधुनिक आईओटी समाधान उपलब्ध करा सकेंगे, साथ ही भारत में एएमआई को तेज़ी से लागू करने में मदद कर सकेंगे। यह साझेदारी देश के एनर्जी एवं युटिलिटी स्पेस में हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिससे डिस्कॉम्स सुरक्षित एवं इंटीग्रेटेड तरीके से एएमआई के फायदों का लाभ उठा सकेंगे।’’
पिछले सालों के दौरान वी बिज़नेस ने आधुनिक आईओटी समाधान उपलब्ध कराकर भारत के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को सक्षम बनाया है और आज कई विद्युत वितरण कंपनियों के लिए एएमआई प्रोजेक्ट्स हेतु साझेदार की भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में वी बिज़नेस 25 डिस्कॉम्स के साथ मिलकर काम कर रहा है और देश भर में लगभग 3 मिलियन मीटरों को सफलतापूर्वक कनेक्ट कर चुका है- देश में हर 3 में से 2 स्मार्ट मीटर वी द्वारा पावर्ड हैं।
‘‘हमें खुशी है कि हमें वी बिज़नेस जैसे अग्रणी संचार सेवा प्रदाता के साथ जुड़ने का अवसर मिला है। डैन लैम्बर्ट, चीफ़ सोल्युशन्स ऑफिसर, ट्रिलिएन्ट ने कहा, ‘‘अब तक ट्रिलिएन्ट ने भारत के छह विभिन्न मीटर विक्रेताओं के साथ 1.5 मिलियन स्मार्ट मीटर लगाए हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सात युटिलिटीज़ शामिल हैं। आने वाले समय में हम एएमआई एवं आईओटी स्पेस में ट्रिलिएन्ट और वी की विशेषज्ञता, सर्वश्रेष्ठ समाधानों एवं शानदार टैªक रिकॉर्ड का उपयोग कर युटिलिटीज़ को सहयोग प्रदान करना जारी रखेंगे।’’
मौजूदा स्मार्ट मीटर नेशनल प्रोग्राम के तहत भारत में 250 मिलियन पारम्परिक मीटरों को स्मार्ट मीटरों से बदला जाएगा। स्मार्ट मीटरों को वेब-आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम (यानि एचईएस) के माध्यम से कनेक्ट किया जाता है, जिससे यूटिलिटीज़ का नुकसान कम होता है, दक्षता बढ़ती है, राजस्व में बढ़ोतरी होती है और साथ ही विद्युत सेक्टर में सुधारों को बढ़ावा मिलता है। आईओटी को अपनाना बड़े उद्यमों खासतौर पर विद्युत वितरण कंपनियों के डिजिटल रूपान्तरण लक्ष्यों के लिए बेहद ज़रूरी है, जिन्हें हर साल बहुत बड़ी मात्रा में एटी एण्ड सी नुकसान झेलना पड़ता है। ज़्यादातर एएमआई हितधारक सिलोस के साथ काम कर रहे हैं, जिसके चलते डिस्कॉम्स एएमआई के फायदों का लाभ नहीं उठा पाते। वी बिज़नेस और ट्रिलिएन्ट एक साथ मिलकर कनेक्टिविटी, क्लाउड और एचईएस के ज़रिए देश में एएमआई परियोनाओं के मौजूदा एवं भावी अवसरों को प्रबंधित करेंगे। वी बिज़नेस एएमआई प्लेयर्स के लिए वन-स्टॉप शॉप उपलबध कराता है, डिस्कॉम्स एवं एसपी को उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनाता है, साथ ही लम्बी अवधि की परियोजाओं में सफलता को भी सुनिश्चित करता है।