जोधपुर, 17 अक्टूबर 2022 । जनता के 10 वर्षों का इंतजार खत्म करते हुए श्री रामलीला आयोजन समिति द्वारा प्रबंध समिति आदर्श विद्या मंदिर, जोधपुर के तत्वावधान में एक बार फिर बहु मंचीय श्री सम्पूर्ण रामलीला का भव्य आयोजन मंगलवार, 18 अक्टूबर से कमला नेहरू नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर, केशव परिसर में किया जा रहा है। जोधपुरवासियों को एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने तथा भक्तिमयी रसधारा में सराबोर करने के लिए पूज्य गुरुदेव गोस्वामी सुशील महाराज के कुशल निर्देशन में लाईट एंड साउंड के नवीनतम व आधुनिक प्रयोग पर आधारित श्री सम्पूर्ण रामलीला का नाट्य मंचन आगामी 18 से 22 अक्टूबर तक किया जा रहा है। प्रबंध समिति आदर्श विद्या मंदिर के अध्यक्ष डॉ. निर्मल गहलोत व स्वागत समिति के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने बताया कि यह लोगों के हृदय में भगवान श्री राम के लिए भक्ति भाव एवं अपार प्रेम का परिणाम ही है कि समिति के उपाध्यक्ष पारस जैन सहित समिति सचिव मिश्रीलाल प्रजापति, व्यवस्थापक हरीश लोहिया, कार्यालय प्रमुख माधवदास वैष्णव, महासचिव रमेश भंडारी, कोषाध्यक्ष अशोक पँवार, सह-कोषाध्यक्ष महावीर चौपड़ा, कार्यक्रम सह निर्देशक संजीव बोराणा, किशोर सिंह सोलंकी, त्रिलोक सिंह तथा समस्त सदस्य अपने अथक प्रयासों से जोधपुर में एक बार फिर श्री सम्पूर्ण रामलीला का आयोजन करवाने जा रहे हैं।
श्री सम्पूर्ण रामलीला में यह होगा विशेष
स्वागत समिति के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने बताया कि पारंपरिक रामलीला मंचन की अपेक्षा इस पाँच दिवसीय भव्य श्री सम्पूर्ण रामलीला में दर्शकों के सामने भगवान श्री राम के जन्म से लेकर रावण वध एवं अयोध्या वापसी तक की सम्पूर्ण गाथा को बहु मंचीय ध्वनि एवं प्रकाश के माध्यम से महज ढाई घंटे में जीवंत नाट्य रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके तहत नवीनतम तकनीकी प्रयोगों को आजमा कर दर्शकों को रामायण काल के वास्तविक माहौल में ले जाने का प्रयास करते हुए परिस्थितिजन्य दृश्यों को अधिकाधिक जीवंत करने की कोशिश की जाएगी।
श्री रामलीला के नाट्य मंचन का 50 वर्षों से अधिक का अनुभव है कार्यक्रम का मुख्य स्तम्भ।
पूज्य गुरुदेव गोस्वामी सुशील जी महाराज का श्री रामलीला के नाट्य मंचन में बतौर निर्देशक 50 वर्षों से अधिक का अनुभव रहा है। उन्हीं के सानिध्य में देश के कई थियेटर व आम कलाकारों ने रामायण के विभिन्न किरदारों को देश-विदेश में निभाकर जनता का प्रेम व स्नेह प्राप्त किया है। उनके अनुसार गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित भव्य श्री सम्पूर्ण रामलीला का मंचन जोधपुर में वर्ष 2000 से 2012 तक निरंतर किया जाता था तथा कार्यक्रम ने हर बार खास से लेकर सभी आम जनता का मन मोहा था।
विशाल मंच पर तकनीकी प्रभाव से दर्शकों को जीवंत लगेंगे दृश्य
समिति अध्यक्ष डॉ. गहलोत ने बताया कि गोस्वामी सुशील जी महाराज के कुशल नेतृत्व में सह निर्देशक संजीव बोराणा, किशोर सिंह सोलंकी व त्रिलोक सिंह के समन्वय में टीम द्वारा 325 फीट लंबे, 80 फीट चौड़े व 29 फीट तक ऊँचे मंच को आधुनिक तकनीक से इस प्रकार सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे कि दर्शकों के सामने प्रत्येक दृश्य जीवंत प्रतीत होगा। इस विशाल मंच पर दशरथ कोर्ट और रावण कोर्ट दो स्थायी सेट बनाए गए हैं, जो अयोध्या व लंका जैसे राजसी वैभव से युक्त दिखाई पड़ेंगे। भगवान श्री राम के वनवास के दौरान डरावने वीरान वन से लेकर माँ सीता का हरण, राम सेना का लंका गमन और युद्ध, लक्ष्मण के घायल होने और हनुमान द्वारा संजीवनी ले आने जैसे हर एक दृश्य में स्पेशल ग्राफिक्स के साथ प्रकाश और ध्वनि के तकनीकी प्रभाव को इस तरह इस्तेमाल किया जाएगा कि दर्शक स्वयं को उसी परिस्थिति में महसूस करने लगेंगे।
कलाकारों को तैयार करने के लिए बॉलीवुड के मेकअप आर्टिस्ट्स की टीम बुलाई गई
इसी दौरान बताया गया कि रामलीला के मंचन के दौरान पात्रों को उनके किरदार के अनुसार पौराणिक छवि प्रदान करने के लिए मुंबई से बॉलीवुड के मेकअप आर्टिस्ट्स की एक विशेष टीम को बुलवाया गया है जो भूमिका के अनुसार उनकी रूप-सज्जा करेगी। वहीं ग्रेटर नोएडा से विशेष प्रकार के कॉस्ट्यूम्स (वेशभूषाएं) मंगवाएँ गए हैं। पात्रों के मुकुट सुशील महाराज के निर्देशन में विशेष सामग्री से तैयार किए गए हैं।
एक लाख कर-पत्रक घर-घर जाकर किए जा रहे हैं वितरित
शहर के अधिसंख्य लोगों को इस ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनाने के उद्देश्य से समिति के सदस्यों व कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पीले चावल व कर-पत्रक वितरित किए जा रहे हैं। जोधपुर शहर के करीब एक लाख लोगों को पीले चावल देकर आमंत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।
30 से अधिक समितियाँ तैयारी में जुटी
स्वागताध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने बताया कि भव्य श्री सम्पूर्ण रामलीला की व्यापक तैयारियों को लेकर करीब 30 से अधिक समितियों का गठन किया गया है जो निर्धारित कार्यों को उत्कृष्टता से संचालित करना सुनिश्चित करेंगी। इनके द्वारा कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों, दर्शकों व कलाकारों को की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कार्यालय व्यवस्था, रक्षा व सुरक्षा व्यवस्था, मंच व स्वागत व्यवस्था, बैठक व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, जलपान व्यवस्था, स्वच्छता, चिकित्सा, विद्युत व्यवस्था, आपूर्ति व्यवस्था जैसी 30 से अधिक समितियाँ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं।
आगंतुकों की सुविधा हेतु तीन द्वारों से दिया जाएगा प्रवेश
उन्होंने जानकारी दी कि आयोजन स्थल पर श्री सम्पूर्ण रामलीला देखने आने वाले दर्शकों की सुविधा को देखते हुए तीन अलग-अलग द्वारों से प्रवेश देने की व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत कर-पत्रक के माध्यम से आने वाले अतिथियों के लिए श्री हनुमान द्वार, अन्य दर्शकों के लिए श्री जानकी द्वार तथा विशिष्ट रूप से आमंत्रित अतिथियों को श्री राम द्वार से प्रवेश देने की व्यवस्था रखी गई है। इसके अतिरिक्त सभी दर्शकों के बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियों की व्यवस्था भी रहेगी।
परम् पूज्य संतों द्वारा किया जाएगा उद्घाटन
पाँच दिवसीय श्री सम्पूर्ण रामलीला में प्रत्येक दिन कार्यक्रम का शुभारंभ हमारे परम् पूज्य संतों के कर-कमलों द्वारा किया जाएगा। इसी कड़ी में सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज, परमहंस रामप्रसाद जी महाराज (रामद्वारा सूरसागर), स्वामी अमृतराम जी महाराज, संत श्री हरिराम जी शास्त्री (रामद्वारा चांदपोल), स्वामी श्री शान्तेश्वरजी महाराज (बाई जी महाराज), वैदेही श्री जगदगुरू वल्लभाचार्य जी महाराज, संत श्री कृपाराम जी महाराज (गुरुओं का तालाब), आचार्य श्री भागीरथदास महाराज (जाजीवाल धोरा), संत श्री दयाराम जी महाराज (राजाराम आश्रम, शिकारपुरा), महंत श्री रामेश्वरदास जी महाराज (पाल बालाजी), संत श्री मुनीश्वर गिरी जी महाराज (दादा दरबार), संत सुंदर दास प्रभु (इस्कॉन मंदिर), संत श्री योगी प्रेमदास जी महाराज (अक्षरधाम), संत श्री रूपचंद जी महाराज, संत श्री रामतन जी महाराज, राम कथा वाचक श्री मुरलीधर महाराज तथा बालव्यास श्री राधाकृष्ण जी महाराज द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा।
हनुमान चालीसा के वाचन का बनेगा रिकॉर्ड
भव्य श्री सम्पूर्ण रामलीला के इस पाँच दिवसीय मंचन के दौरान हनुमान चालीसा वाचन का रिकॉर्ड बनने जा रहा है। प्रत्येक दिन अतिथियों, गणमान्य नागरिकों के अतिरिक्त कार्यक्रम में आने वाले प्रत्येक आगंतुकों को हनुमान चालीसा का वितरण किया जाएगा। इस तरह करीब एक लाख हनुमान चालीसा का वितरण किया जाएगा। धर्ममयी वातावरण की अनुभूति कराते हुए प्रत्येक दिन हनुमान चालीसा का सामूहिक वाचन कर रामलीला की शुरुआत होगी।
खास ही नहीं आमजन ने भी सहयोग के लिए बढ़ाया हाथ
जोधपुर शहर में इतने लंबे अंतराल के बाद आयोजित होने जा रही भव्य श्री सम्पूर्ण रामलीला के बारे में जानते ही लोग भावनात्मक रूप से इस कार्यक्रम से जुड़कर व्यवस्थाओं से लेकर आर्थिक सहयोग तक के लिए खास से लेकर आमजन स्वतः ही आगे आ रहे हैं।
प्रबंध समिति आदर्श विद्या मंदिर के बारे में
विद्या भारती शिक्षा संस्थान के दिशा-निर्देश में प्रबंध समिति आदर्श विद्या मंदिर, जोधपुर द्वारा शहर में कुल 20 विद्यालयों का संचालन किया जाता है। इन सभी विद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों में राष्ट्र भावना तथा देश के प्रति समर्पित जीवन जीने की प्रेरणा का संचार किया जाता है। प्रबंध समिति द्वारा ‘जाणता राजा’ एवं ‘दुर्ग गाथा’ कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा चुका है।