मुंबई, 06 अक्टूबर 2022: भारत की एक अग्रणी जीवन बीमा कंपनी टाटा एआईए लाइफ इन्शुरन्स (टाटा एआईए लाइफ) ने अपने प्रमुख एन्युटी (जीवन भर तक गारंटीड इनकम) प्लान, टाटा एआईए लाइफ फॉर्च्यून गारंटी पेंशन का और भी प्रभावकारी वर्ज़न प्रस्तुत किया है। इस नए वर्ज़न में अधिक ज़्यादा एन्युटी दर और डेथ बेनिफिट्स जैसे कुछ महत्वपूर्ण सुधारों को शामिल किया गया है। इस योजना के लाभ लेकर ग्राहक सेवानिवृत्त होने के बाद आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और चिंतामुक्त होकर अपनी ज़िन्दगी के सुनहरे पलों का आनंद ले सकेंगे।
जीवन प्रत्याशा में वृद्धि और बचत स्तरों में गिरावट ने आज देश के नागरिकों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद की आय को एक प्रमुख चिंता का विषय बना दिया है। सेवानिवृत्ति बचत में कमी वर्ष 2050 तक 85 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना कर पाने के लिए, भारतीय उपभोक्ताओं को सेवानिवृत्ति के बाद अपनी आर्थिक आत्मनिर्भरता के सभी प्रावधान करना ज़रूरी है। टाटा एआईए लाइफ फॉर्च्यून गारंटी पेंशन प्लान ग्राहक की जरूरतों और मांगों के अनुरूप विभिन्न प्रकार के गारंटीकृत आय विकल्प प्रदान करता है। यह योजना ग्राहकों को सेवानिवृत्ति के बाद अपने जीवन को चिंता मुक्त बनाने के लिए पर्याप्त बचत करने में मदद करती है। यह योजना विभिन्न प्रकार के ग्राहकों के लिए उपयोगी है, विवाहित पुरुष और महिलाएं जो अपनी वर्तमान जीवन शैली को भविष्य में भी बनाए रखना चाहते हैं, उनके लिए भी यह उपयुक्त है। यह छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए एक बहुत ही उपयुक्त विकल्प है जो अपने जीवन में एक वित्तीय सुरक्षा कवच बनाना चाहते हैं।
इस योजना से मिलने वाले प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
तत्काल लाइफ एन्युटी | फॉर्च्यून गारंटी पेंशन योजना में एन्युटी के जीवन काल में, पहले चुनी गयी फ्रीक्वेंसी के अनुसार तत्काल एन्युटी पेआउट्स दिए जाते हैं। इसमें खरीदारी की कीमत को वापिस करने साथ तत्काल लाइफ एन्युटी भी दी जाती है, जिसमें खरीदारी के समय भरी गयी रकम को डेथ बेनिफिट के रूप में वापिस कर दिया जाता है। |
गारंटीड एडिशन्स का विकल्प | डिफर्मेंट अवधि में हर पॉलिसी माह के आखिर में गारंटीड एडिशन्स जमा किए जाते हैं। |
एन्युटी पहले ही चुनने का विकल्प | इस विकल्प का लाभ लेकर आप सालाना एन्युटी पेआउट पहले ही पा सकते हैं। |
पॉलिसी पर लोन की सुविधा | पॉलिसी शुरू होने के छह महीने बाद आप पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं। जॉइंट लाइफ विकल्प के तहत एक पॉलिसीधारक ऐसा लोन ले सकता है जो उसकी मृत्यु के बाद सेकंडरी एन्युटैंट के नाम हो जाता है। |
जॉइंट लाइफ का विकल्प | इसमें प्राइमरी एन्युटैंट को एन्युटी पेआउट्स मिलते हैं। प्राइमरी एन्युटैंट की मृत्यु हो जाने पर सेकेंडरी एन्युटैंट को (पति/पत्नी/बेटा/बेटी/माता/पिता/साँस/ससुर या भाई-बहन) एन्युटी पेआउट्स मिलते हैं। |
टाटा एआईए लाइफ इन्शुरन्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी श्री. समित उपाध्याय ने कहा, “सेवानिवृत्ति व्यक्ति के जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत है। नौकरी की जिम्मेदारियों की चिंता करने के बजाय खुद पर ध्यान केंद्रित करने का यह सबसे अच्छा समय होता है। हर व्यक्ति चाहता है कि सेवानिवृत्ति के बाद व्यक्ति को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना चाहिए ताकि उनकी जीवनशैली उनके पास मौजूद धन पर निर्भर नहीं रहेगी। सेवानिवृत्ति के बाद आप अपने सभी खर्च आसानी से कर पाएं इसके लिए टाटा एआईए लाइफ फॉर्च्यून गारंटी पेंशन योजना सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय आत्मनिर्भरता पाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक उत्कृष्ट वित्तीय उपकरण है, इस योजना में नियमित गारंटीकृत आय मिलती है। यह योजना हमारे ग्राहकों को सेवानिवृत्ति से पहले पर्याप्त बचत करने में मदद करती है और वेतन से नियमित आय मिलना बंद होने पर भी व्यक्ति इस योजना से एक स्थिर आय पा सकता है।”
सेवानिवृत्ति के बाद एक सुरक्षित और पर्याप्त आय चाहने वाले और अपने पास के अतिरिक्त फंड्स को किसी गारंटीड लाइफ इन्शुरन्स योजना में निवेश करके अपनी सेवानिवृत्ति बचत को बढ़ाना चाहने वाले ग्राहक फॉर्च्यून गारंटी पेंशन का लाभ ले सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, डिफर्ड लाइफ एन्युटी (जीए-I) में और परचेस प्राइस रिटर्न विकल्प के साथ, जब एक 45 वर्षीय पुरुष पॉलिसीधारक सात साल के लिए 5 लाख रुपये के वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करता है, तब आठवें साल से जब तक वह जीवित है तब तक हर साल 2,61,030 रुपये की एन्युटी आय मिलती रहती है। इस प्रकार उसे उसके द्वारा भुगतान की गई कुल प्रीमियम राशि पर 7.46% का वार्षिक रिटर्न मिलता है। यदि एन्युटैंट की मृत्यु हो जाती है, तो नामांकित व्यक्ति को भी डेथ बेनिफिट मिलते हैं।
यह योजना डिफर्ड लाइफ एन्युटी (जीए-II) और परचेस प्राइस रिटर्न का एक बहुत ही आकर्षक प्रस्ताव प्रदान करती है। अगर एक 50 वर्षीय व्यक्ति नौकरी में होते हुए 10 साल तक हर साल 5 लाख रुपये का वार्षिक प्रीमियम देता है, तो व्यक्ति को सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचने के बाद हर साल 4,06,100 रुपये की वार्षिक आय मिलने लगती है। पिछले उदाहरण की तरह, वार्षिकीधारक की मृत्यु होने पर उसके द्वारा भुगतान की गई कुल प्रीमियम राशि उसके नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाती है। जॉइंट लाइफ विकल्प में, मान लीजिए कि पति की उम्र 48 साल है और पत्नी की उम्र 45 साल है और वे 12 साल तक 2 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो उन्हें 2,12,040 रुपये की आजीवन गारंटीकृत सालाना एन्युटी मिलेगी। उनकी मृत्यु होने पर नॉमिनी को 24 लाख रुपये मिलेंगे।