मुंबई, 04 नवंबर 2022- सार्वजनिक क्षेत्र के एक प्रमुख बैंक- बैंक ऑफ इंडिया ने शुद्ध लाभ में क्रमिक रूप से 71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। परिचालन मार्जिन में वृद्धि के साथ 30 सितंबर, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में बैंक ने 960 करोड़, रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया। हालांकि बैंक के नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल इसी अवधि में यह राशि 1051 करोड़ रुपए थी और इस बार यह राशि 960 करोड़ रुपए रही।
बैंक ने दूसरी तिमाही के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण मानकों में उल्लेखनीय सुधार प्रदर्शित किया है। ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 26 फीसदी और क्रमिक रूप से 55 प्रतिशत बढ़कर 3,374 करोड़ रुपए हो गया है। रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए) और इक्विटी पर रिटर्न दोनों में क्यूओक्यू आधार पर क्रमशः 18 बीपीएस और 321 बीपीएस की वृद्धि हुई।
बेहतर क्रेडिट ऑफ टेक के साथ, एनआईएम प्रतिशत में काफी वृद्धि देखी गई है, जो कि 3.04 फीसदी रही, जिससे क्रमिक रूप से 49 बीपीएस का सुधार हुआ। एनआईआई 44 प्रतिशत सालाना और 25 फीसदी क्रमिक रूप से 5,083 करोड़ रुपए रहा। अग्रिमों पर यील्ड 7.21 फीसदी पर, क्रमिक रूप से 63 बीपीएस और सालाना 20 बीपीएस की वृद्धि।
आरएएम एडवांस में साल-दर-साल आधार पर 15.57 फीसदी की वृद्धि हुई और यह सकल अग्रिम का 54.25 प्रतिशत है। सीएएसए जमाराशियों में साल-दर-साल आधार पर 4.05 प्रतिशत की वृद्धि हुई और कुल जमा पर सीएएसए प्रतिशत की रिपोर्ट 44.12 प्रतिशत दर्ज की गई।
रिकवरी के मोर्चे पर, बैंक ने कई कदम उठाए हैं, जिससे सकल एनपीए प्रतिशत घटकर 8.51 फीसदी हो गया है, जिसमें साल-दर-साल आधार पर 349 बीपीएस की महत्वपूर्ण गिरावट आई है। शुद्ध एनपीए प्रतिशत भी घट गया है और यह 1.92 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो सालाना आधार पर 87 बीपीएस कम है। क्रेडिट लागत 0.60 प्रतिशत थी, इसमें क्रमिक रूप से 61 बीपीएस की गिरावट आई और स्लिपेज अनुपात क्रमिक रूप से 0.69 प्रतिशत से 0.30 प्रतिशत तक सुधरा।
आय अनुपात की लागत (वैश्विक) में क्रमिक आधार पर 48.10 फीसदी उल्लेखनीय रूप से सुधार हुआ है, (30.09.2022 की स्थिति के अनुसार)। 30 सितंबर 2021 में यह 52.69 प्रतिशत थी, जबकि 30 जून 2022 को यह 58.22 प्रतिशत दर्ज की गई।