मुंबई, 25 नवंबर 2022- भारत पेट्रोलियम कॉर्पाेरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में प्रतिभावान कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने की एक लंबी परंपरा रही है, और इसी क्रम में हाल ही बीपीसीएल की कर्मचारी ज्योति कुंदर के पहले काव्य संकलन ‘मन की रेत’ का विमोचन किया गया।
भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, प्रसिद्ध लेखक और विचारक प्रो. प्रेम शंकर त्रिपाठी और प्रसिद्ध साहित्यकार और प्रखर वक्ता श्री मदन कश्यप ने इस किताब का विमोचन किया। इस अवसर पर कवि सत्यप्रकाश भारतीय एवं अमित अम्बिष्ट ने भी अपने विचार रखे।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में सभी आमंत्रित अतिथियों ने कवयित्री ज्योति कुंदर की रचनाओं की भरपूर सराहना की और ऐसी गहन और संवेदनशील कविताएँ लिखने के लिए उन्हें साधुवाद दिया। बीपीसीएल को अपने सिस्टम में ऐसी प्रतिभा पाकर गर्व है।
उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन पहले दिन पत्रकार सुषमा त्रिपाठी एवं दूसरे दिन सुश्री दिव्या गुप्ता ने किया। श्री प्रकाशन की वनिता ने सभी को धन्यवाद देते हुए उद्घाटन कार्यक्रम का समापन किया।
‘मन की रेत’ पुस्तक सामाजिक समरसता और आत्मीयता के साथ समाज के वंचित वर्गों की पीड़ा को दर्शाती है, जिसे बड़ी सरलता से चित्रित किया गया है।
कविताओं और कवयित्री पर टिप्पणी करते हुए, श्री त्रिपाठी ने कहा, ‘‘मानव होना सौभाग्य है, और कवि होना उससे भी बड़ा सौभाग्य है। सीमित शब्दों में असीमित संभावनाओं की बात करके ज्योति जी ने अपना हुनर दिखाया है।’’ उन्होंने विशेष रूप से ‘क्यूं’ और ‘ख्वाब’ शीर्षक कविताओं की प्रशंसा की और एक अच्छा काव्य संकलन प्रकाशित करने के लिए श्री प्रकाशन को धन्यवाद दिया।
प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा, ‘‘ज्योति जी की कविताएं हृदय के संवाद हैं और ‘मन की रेत’ ने स्वर्णिम संभावनाओं के साथ साहित्य के क्षेत्र में दस्तक दी है. सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए ज्योति जी की कविताओं ने एक सच्चे कवि का कर्तव्य निभाया है। इन कविताओं में प्रकृति का मानवीकरण किया गया है। भावनाएँ किसी भी कविता की आत्मा होती हैं और ज्योति जी की कविताएँ एक स्वच्छ, उज्ज्वल आत्मा के साथ सामने आती हैं।’’
अन्य सभी अतिथियों और उद्योग के प्रसिद्ध दिग्गजों ने अपने विचार साझा किए और पुस्तक और कवयित्री की प्रशंसा की। ज्योति कुंदर एक पार्श्व गायिका भी हैं, जिन्होंने हिंदी फिल्मों जैसे कौन सच्चा कौन झूठा, एक था राजा, सनम हरजाई के अलावा भरो मांग मेरी भरो (सबसे बड़ा खिलाड़ी) जैसे लोकप्रिय गीतों के साथ-साथ भोजपुरी, राजस्थानी और मराठी फिल्मों में अभिनय किया है।