जयपुर, 24 दिसंबर। हमारी ओर से केंद्र सरकार को बजट 2023-24 के लिए दिए गए सुझावों में कट और पॉलिश किए गए जेम्सस्टोन्स पर आयात शुल्क पांच प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत करने करने की सिफारिश की गई है। आयात शुल्क में कमी किए जाने का आभूषण निर्यात पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह कहना था जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल’ (जीजेईपीसी) के चेयरमैन श्री विपुल शाह का। वे शुक्रवार को जयपुर के सीतापुरा में स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में बी2बी एवं बी2सी शो – जयपुर ज्वैलरी शो (जेजेएस) के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि जैम्स और ज्वैलरी सेक्टर में पिंकसिटी का बड़ा नाम है। वहीं जेजेएस जेम्स और ज्वैलरी में नवीन डिजाइनों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत के साथ यूएई और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के बीच विदेश व्यापार समझौतों ने रत्न और आभूषण निर्यातकों को इन बाजारों और उनके पड़ोसी क्षेत्रों में तरजीह देकर निर्यात गति को तेज कर दिया है। श्री शाह ने बताया कि आगामी 1 से 3 अप्रैल 2023 तक जयपुर में आईजीजेएस के दूसरे संस्करण का आयोजन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जेजेएस इस बार ‘एमरल्ड…टाईमलेस एलिगेंस’ थीम पर आयोजित किया जा रहा है, जो 26 दिसंबर तक चलेगा। शो में पहले दिन ही विजिटर्स की जबरदस्त गहमागहमी देखने को मिली, जहां करीब 11 हजार आगंतुकों ने जेजेएस की विजिट की।
इस अवसर पर ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी काउंसिल (जीजेसी) के चेयरमैन श्री आशीष पेठे ने कहा कि जेजेएस और जीजेसी का बड़ा पुराना रिश्ता है। हर वर्ष जीजेसी को होस्ट करने के लिए उन्होंने जेजेएस टीम का आभार जताया। श्री पेठे ने कहा यह जेजेएस का यह 20वां वर्ष है, जो अपने आप में बड़ी कामयाबी है। जेजेएस की नई पहल पिंक क्लब एक अनूठी पहल है और आज के समय की मांग है। यह जेजेएस को नई ऊचाईयों पर लेकर जाएगी। उन्होंने कहा कि उद्योग के तीनों महत्वपूर्ण काउंसिल के चेयरमैन आज एक मंच पर मौजूद हैं। उन्होंने सभी कार्यक्रमों का वार्षिक कैलेंडर बनाने का भी सुझाव दिया, जिससे कार्यक्रम के आयोजन सुचारू रूप से हो सके।
नेशनल जेम्स एंड ज्वैलरी काउंसिल ऑफ इंडिया (एनजीजेसीआई) के चेयरमैन श्री प्रमोद डेरेवाला ने कहा कि प्रत्येक वर्ष जेजेएस में कुछ नयापन देखने को मिलता है। मुझे विश्वास है कि जेजेएस देश का नम्बर वन शो बनकर रहेगा। श्री डेरेवाला ने कहा कि इस उद्योग से जुड़ी कोई भी मुद्दा या समस्या हो तो उसे सामने लाएं। हम उन समस्याओं के जल्द निस्तारण की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि एमरल्ड कैपिटल होने के साथ-साथ जयपुर का कुंदन मीना में भी सराहनीय योगदान है।
इस अवसर पर जेजेएस सचिव, श्री राजीव जैन ने इस वर्ष के जेजेएस के मुख्य बिंदुओं और पंरपराओं को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि इस बार के जेजेएस में कुल 903 बूथ लगाए गए हैं। इनमें से 245 बूथ पर जेमस्टोन्स, 574 बूथ पर ज्वैलरी प्रदर्शित की जा रही है। इसी प्रकार अलाईड मशीनरी के 68 बूथ और कॉस्ट्यूम ज्वैलरी एवं आर्टिफैक्टस के करीब 17 बूथ हैं। वहीं 86 प्रतिशत पुराने एग्जीबिटर हैं और इस वर्ष जेजेएस 600 बायर्स को होस्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रेडर्स की मांग पर इस वर्ष जेजेएस के नए आकर्षण ‘पिंक क्लब’ को भी जोड़ा गया है, ताकि ट्रेडर्स अपना व्यवसाय कर सकें। इस पैवेलियन में बी2बी इंटरेक्शन के लिए 51 प्री-फैब्रिकेटेड बूथ हैं। श्री जैन ने कहा कि जेजेएस का उदेश्य हमेशा से ट्रेड को प्रमोट करना रहा है। श्री जैन ने आगे बताया कि ऐसे शो और एग्जीबिशंस के बीच एक गैप भी होना चाहिए, ताकि दर्शक और खरीदार को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जेजेएस के वाइस चेयरमैन, श्री दिनेश खटोरिया ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि 2003 में एंटरटेनमेंट पैराडाइज (ईपी) में 67 स्टालों के साथ शुरू हुए जेजेएस में इस वर्ष 903 बूथ हो चुके हैं। जेजेएस में हम प्रत्येक वर्ष एक थीम को सालभर प्रमोट करते हैं। इस वर्ष की थीम ‘एमरल्ड… टाईमलेस एलिगेंस’ है। एमरल्ड को बढ़ावा देने के लिए 13 सदस्यों का एक समूह एमरल्ड प्रमोशन ग्रुप बनाया गया है, जिसमें जेमफील्ड्स प्राइम एमरल्ड प्रमोशन पार्टनर है।
जेजेएस के प्रवक्ता श्री अजय काला ने शो के उद्घाटन समारोह का संचालन किया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई और उसके बाद जेजेएस शो गाइड का विमोचन किया गया। उद्घाटन समारोह के बाद पांच महिला उद्यमियों— लीला बोर्डिया, हेतल वकील वालिया, एमिलि चक्रवर्ती, किचू डांडिया व चितवन डी. मल्होत्रा का सम्मान किया गया। जेम्स व ज्वैलरी क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता के लिए इन्हें सम्मानित किया गया