जयपुर, 15 दिसम्बर :गुलाबी नगरी में गुरुवार से भक्ति ज्ञान रस धारा बहेगी, श्रीमती गोविंदी देवी इंदरलाल डेरेवाला मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट व श्री गौ गौरी गोपाल सेवा संस्था समिति के तत्वावधान में भागवत कथा का शुभारंभ 501 महिलाओं की मंगल कलश यात्रा के साथ होगा। स्व. इंदरलाल डेरेवाला की 25वीं पुण्यतिथि की स्मृति में हो रही इस कथा के शुभारंभ पर निकलने वाली कलश यात्रा में महिलाएं कलश के साथ
तुलसी का पौधा साथ लेकर चलेंगी।
भागवत कथा के आयोजक व ट्रस्टी जुगल किशोर डेरेवाला ने बताया कि शोभायात्रा सुबह 10 बजे सी-41, इंद्र विला, लाजपत मार्ग, सी-स्कीम से रवाना होगी। यहां से विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल होटल हवेली पहुंचेगी। तत्पश्चात देव प्रतिष्ठा के बाद भागवत महात्म्य एवं शुकदेव आगमन होगा। कथा व्यास वृंदावन धाम के अनिरुद्धाचार्य जी महाराज होंगे। कथा प्रवचन के लिए एक दिन पूर्व बुधवार को यहां पहुंचे महाराज का ट्रस्ट पदाधिकारियों ने स्वागत किया। कथा प्रतिदिन दोपहर 2:30 से शाम 6 बजे तक होगी। पहले दिन 15 दिसंबर को देव प्रतिष्ठा के बाद भागवत महात्म्य एवं शुकदेव आगमन की कथा होगी। इसके बाद 16 को विराट स्वरूप वर्णन एवं श्री ध्रुव चरित्र, 17 को प्रहलाद चरित्र एवं गजेन्द्र मोक्ष, 18 को वामनावतार, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव एवं नंदोत्सव मनाया जाएगा। कथा के क्रम में 19 को बाल लीला, माखनचोरी, गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग, 20 को रूक्मणी विवाह महोत्सव एवं सुदामा चरित्र, 21 को नव योगेश्वर संवाद, अवधूतोपाख्यान, द्वादश स्कंध के बाद कथा का विश्राम होगा। कथा प्रवक्ता रामचरण लखोटिया ने बताया कि मंगल कलश यात्रा समेत इस सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव में मातृशक्ति के साथ समाज के हर वर्ग के भक्तगण भी शामिल होंगे। भागवत सुनने आने वाले सभी श्रोताओं के लिए दोना प्रसादी का भी प्रबंध किया जाएगा।