जयपुर, 26 दिसंबर। चार दिवसीय एंडोक्राइन सोसाइटी ऑफ इंडिया (एसिकॉन) की 51 वीं वार्षिक कांफ्रेंस का समापन राजधानी जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में हुआ। एसिकॉन के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी संजय सारण ने बताया कि समापन अवसर पर कांफ्रेंस के ऑर्गनाइजिंग और साइंटिफिक कमेटी मेंबर्स डॉ. प्रकाश केसवानी, डॉ. सैलेस लोढा, डॉ. प्रेम प्रकाश पाटीदार ,डॉ. बलराम शर्मा, डॉ. राजीव कासलीवाल, डॉ. अजय शाह, डॉ. मनोज खंडेलवाल ने कार्यक्रम के समापन अवसर पर सफल आयोजन पर देश विदेश से पधारे सभी डॉक्टर्स का धन्यवाद दिया। इसके अलावा पोस्टर, ओरल पेपर और क्विज के अवॉर्ड्स के अलावा कई डॉक्टर्स को सर्टिफिकेट और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। सभी गेस्ट्स और डॉक्टर्स ने एसिकॉन 2023 हैदराबाद में होने वाली कांफ्रेंस में मिलने का वादा किया। एसिकॉन में एंडोक्राइन की डायबिटीज और थायराइड जैसी गंभीर डिजीज को लेकर मंथन किया गया। डॉ. सैलेश लोढ़ा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में देश विदेश के 2,000 से ज्यादा दिग्गज एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया। इसके अलावा देश विदेश से आए डॉक्टर्स ने 250 से ज्यादा लेक्चर्स दिये। कांफ्रेंस में डायबिटीज, ओस्टोप्रॉसेस, पीयूष ग्रंथि, मोटापा और बच्चों में क्रोध की समस्याओ को लेकर चर्चा की गई। सीनियर और एक्सपर्ट्स एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और रिसर्चर्स ने एसिकॉन के मंच से उम्मीद जताई कि आने वाले समय में डायबिटीज का परमानेंट इलाज जल्द संभव होगा साथ ही हम इस बीमारी को रिवर्स भी कर सकेंगे। डॉ.प्रकाश केसवानी ने बताया कि डायबिटीज और थायराइड की नई दवाइयां भी बाजार में जल्द आएंगी जो इस बीमारी के एडवांस इलाज में कारगर साबित होंगी। कांफ्रेंस में सीनियर और एक्सपर्ट्स एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ संजय सारण ने अंत में कांफ्रेंस में आए सभी एंडोक्राइनोलॉजिस्ट को धन्यवाद दिया।