मुंबई, 30 दिसंबर, 2022: आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) ` 2.5 लाख करोड़ को पार कर चुकी हैं, जो कंपनी के प्रति इसके ग्राहकों द्वारा जताए गए भरोसे को दर्शाता है। यह ग्राहकोन्मुखी उत्पादों की पेशकश, नए व्यापार प्रीमियम में वृद्धि, उद्योग-अग्रणी स्थिरता अनुपात, बेहतर ग्राहक सेवा और बेहतरीन जोखिम-समायोजित रिटर्न प्रदान करने का परिणाम है।
कंपनी ने 22 साल पहले दिसंबर 2000 में परिचालन शुरू किया था और वित्त वर्ष 2001 के अंत में लगभग `100 करोड़ का एयूएम था। कंपनी को `50,000 करोड़ का एयूएम हासिल करने में नौ साल लगे और `1 लाख करोड़ के आंकड़े को पार करने में 14 साल लगे।
तब से, कंपनी को अपनी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) को दोगुना करके `2 लाख करोड़ करने में केवल छह साल लगे हैं और अगले `50,000 करोड़ को बढ़ाने में दो साल से थोड़ा कम समय लगा है, जिससे इसका कुल एयूएम `2.5 लाख करोड़ हो गया है। कंपनी द्वारा अपने एयूएम में 150% की वृद्धि दर्ज करते हुए ₹ 1 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किए जाने के बाद से, इसकी वृद्धि की रफ्तार अधिक तेज हुई है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ 30 सितंबर, 2022 तक के न्यू बिजनेस सम एश्योर्ड के मामले में 15.7% की बाजार हिस्सेदारी के साथ निजी बाजार में अग्रणी बना हुआ है।
परिवारों को वित्तीय सुरक्षा देकर उन्हें सक्षम बनाने में जीवन बीमा ने समाज में प्रमुख भूमिका निभाई है। लोगों के जीवन और आजीविका में बदलाव लाने के इस बड़े उद्देश्य ने अपने व्यवसाय के प्रति कंपनी के दृष्टिकोण को प्रेरित किया है। एक बड़ी और जिम्मेदार जीवन बीमा कंपनी के रूप में, इसने पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) कारकों को भी अपने कामकाज में शामिल किया है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य निवेश अधिकारी, श्री मनीष कुमार ने कहा, “कंपनी को विशेष रूप से इस बात की खुशी है कि हमने अपने परिचालन के 22वें वर्ष में इस मील के पत्थर को हासिल किया है। हमारा मानना है कि किसी भी जीवन बीमाकर्ता के लिए उसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां गुणात्मक रूप से उसके ग्राहकों द्वारा कंपनी के प्रति जताये गये भरोसे का प्रतीक होता हैं क्योंकि जीवन बीमा एक दीर्घकालिक उत्पाद है।
हम निवेश के प्रति दृढ़ सोच के साथ काम करते हैं क्योंकि ग्राहक अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी गाढ़ी मेहनत के पैसे हमें सौंपते हैं। स्थापना के बाद से पिछले दो दशकों में, हमारी निवेश सोच ने विभिन्न बाजार चक्रों में शून्य एनपीए सुनिश्चित किया है। हमने हमारे व्यवसाय में ईएसजी कारकों को शामिल करने पर प्रमुखता से जोर दिया है। ईएसजी मुद्दों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए, हम संयुक्त राष्ट्र समर्थित जिम्मेदारीपूर्ण निवेश के सिद्धांतों पर हस्ताक्षर करने वाली पहली भारतीय बीमा कंपनी थे। हम ईएसजी-केंद्रित ‘सस्टेनेबल इक्विटी फंड’ लॉन्च करने वाली भारत की पहली जीवन बीमा कंपनी भी थे।
‘संवेदनशीलता के साथ ग्राहकों की सुरक्षा और दीर्घकालिक बचत की जरूरतों को पूरा करने वाले स्थिरतापूर्ण संस्थान के निर्माण’ की हमारी सोच से प्रेरित होकर हमने हमेशा ऐसे उत्पादों और समाधानों की पेशकश करने का प्रयास किया है जो हमारे ग्राहकों को उनके परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम बना सकें।”
कंपनी ने कई आधुनिक डिजिटल समाधानों को प्रयोग में लाया है, जिन्होंने ग्राहकों को इस कदर सक्षम बनाया है ताकि वो आराम से अपने घर बैठे जानकारी हासिल कर सकें और पॉलिसी संबंधी लेनदेन कर सकें। कंपनी ग्राहकों के लिए पसंदीदा जीवन बीमा भागीदार बनी हुई है। इसके अतिरिक्त, इसके अभिनव उत्पादों, मल्टी-चैनल डिस्ट्रीब्यूशन आर्किटेक्चर और बेहतर ग्राहक सेवा ने कंपनी को ग्राहकों के लिए पसंदीदा जीवन बीमा भागीदार बने रहने में सक्षम बनाया है।