मुंबई, 30 दिसंबर, 2022- भारत की अग्रणी सीमेंट निर्माता कंपनियों में से एक जेके लक्ष्मी सीमेंट ने अपने लॉजिस्टिक्स में एलएनजी ईंधन वाले भारी ट्रकों की शुरुआत के लिए ग्रीनलाइन के साथ अपने गठजोड़ की घोषणा की है। ग्रीनलाइन कंपनी देश में ग्रीन और स्मार्ट लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी है। इस गठजोड़ के साथ, ग्रीनलाइन जेके लक्ष्मी सीमेंट को अगले कुछ वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अपने रोड लॉजिस्टिक्स ऑपरेशंस को डीकार्बाेनाइज करने में सहायता करेगी।
सिरोही (राजस्थान) – सूरत (गुजरात) मार्ग पर चलने वाले 10 एलएनजी ट्रकों के बेड़े से शुरुआत करते हुए कंपनियों ने अगले दो वर्षों में इनकी संख्या को काफी हद तक बढ़ाने की योजना बनाई है। प्रत्येक एलएनजी ट्रक प्रति वर्ष 35 टन कार्बन उत्सर्जन कम करता है। एलएनजी ईंधन वाले लॉजिस्टिक्स पर स्विच के साथ, जेके लक्ष्मी सीमेंट का लक्ष्य अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। इस तरह कंपनी न केवल अपने पर्यावरणीय लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, बल्कि अपने ईएसजी प्रदर्शन को भी बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर जेके लक्ष्मी सीमेंट लिमिटेड के प्रेसीडेंट और डायरेक्टर श्री अरुण शुक्ला ने कहा, ‘‘जेके लक्ष्मी सीमेंट विकास की एक ऐसी प्रक्रिया में विश्वास करता है, जो न केवल सस्टेनेबल और दायित्वपूर्ण हो, बल्कि जो हमारे समाज और पर्यावरण को भी इस प्रक्रिया में शामिल करता है। एलएनजी ट्रकों का इस्तेमाल करना दरअसल सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में हमारा पहला कदम है। ग्रीनलाइन लॉजिस्टिक्स की यह ग्रीन ट्रकिंग पहल देश के सीमेंट परिवहन उद्योग के लिए एक गेम-चेंजर के रूप में कार्य करेगी और एक अधिक सर्कुलर अर्थव्यवस्था की ओर परिवर्तन को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगी। हम ग्रीनलाइन के साथ साझेदारी करके खुश हैं और आने वाले महीनों में इस पहल को बढ़ाने की उम्मीद करते हैं।’’
ग्रीनलाइन के सीईओ श्री आनंद मिमानी ने इस सहयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘हमें जेके लक्ष्मी सीमेंट के साथ साझेदारी करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है, क्योंकि इस तरह हम उनकी रोड लॉजिस्टिक्स की प्रक्रिया को डीकार्बाेनाइज करने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। जैसे-जैसे प्रमुख कंपनियां अपने ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक, शासन) की परफॉर्मेंस पर जोर देती हैं, उनके भारी ट्रकिंग लॉजिस्टिक्स से उत्सर्जन को कम करना भी उतना ही महत्वपूर्ण हो जाता है। देश में हैवी ट्रकिंग के क्षेत्र में डिकार्बोनाइजेशन की दिशा में अग्रणी कंपनी ग्रीनलाइन, एलएनजी एचसीवी के अपने बेड़े के माध्यम से विभिन्न कंपनियों के लिए कार्बन उत्सर्जन को कम करना संभव बना रही है। हमें उम्मीद है कि कई और उद्योग ग्रीन ट्रकिंग की इस यात्रा में हमारे साथ जुड़ेंगे।’’
देश में कुल उत्सर्जन का 10-12 प्रतिशत हिस्सा हैवी ट्रकिंग के कारण होता है। एलएनजी ईंधन वाले ट्रकों में बदलाव से जहरीले कार्बन उत्सर्जन में 28 प्रतिशत, सीओ में 70 प्रतिशत तक, एनओएक्स में 59 प्रतिशत तक, एसओएक्स में 100 प्रतिशत तक और पार्टिकुलेट मैटर में 91 प्रतिशत तक की कमी आएगी। एलएनजी ट्रकों को अपनाने से ध्वनि प्रदूषण को भी 30 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलेगी।
ग्रीनलाइन लॉजिस्टिक्स भारत में ग्रीन और स्मार्ट लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी है। कंपनी का लक्ष्य देश की सबसे बड़ी ग्रीन रोड लॉजिस्टिक्स कंपनी बनना है, जो ईएसजी जागरूक व्यवसायों के लिए भारी ट्रकिंग में उत्सर्जन में कमी प्रदान करती है। ग्रीनलाइन उद्योगों के लिए हरित लॉजिस्टिक्स के अपार लाभों को प्रदर्शित करके लंबी दूरी के लॉजिस्टिक्स के लिए एलएनजी ईंधन वाले भारी ट्रकिंग को व्यापक रूप से अपनाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
ग्रीनलाइन ने भारत का पहला और एकमात्र इंटीग्रेटेड ग्रीन लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम बनाया है जो एलएनजी एचसीवी को अपनाने और भारत में ग्रीन ट्रकिंग को गति देगा।