जयपुर, 09 जनवरी। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर एवं अन्तर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित सेलिब्रेशन गार्डन में आयोजित विशाल निःशुल्क दिव्यांग शल्य चिकित्सार्थ जांच एवं चयन, कृत्रिम अंग माप व सहायक उपकरण वितरण शिविर में बड़ी संख्या में जयपुर व आसपास क्षेत्रों के दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया। दीप प्रज्वलन के साथ शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक एवं पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ, आईपीएस राजकुमार गुप्ता, नारायण सेवा संस्थान की निदेशक वन्दना अग्रवाल, ट्रस्टी देवेंद्र चौबीसा, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन कार्यकारी अध्यक्ष ध्रुवदास अग्रवाल,प्रदेश अध्यक्ष एन. के.गुप्ता महामंत्री गोपाल गुप्ता, समाजसेवी कन्हैयालाल श्यामसुखा व वैश्य सम्मेलन के संभागीय अध्यक्ष एवं शिविर के मुख्य संयोजक मनोहरलाल गुप्ता ने किया।
महामंत्री गोपाल गुप्ता ने वैश्य महासम्मेलन की और से स्वागत उदबोधन में कहा की पीड़ितों में ही भगवान का निवास है, जिनकी सेवा कर ही उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। स्व. रामदास अग्रवाल द्वारा सम्मलेन के गठन का उद्देश्य समस्त वैश्य समुदाय को एक जुट करना तो था ही, इसके माध्यम से समाज के वंचित व पीड़ित जन की सेवा कर मनुष्य जीवन को सार्थक बनाना भी था। इस दिशा में कैलाश अग्रवाल द्वारा स्थापित नारायण सेवा संस्थान इस ध्येय का एक आदर्श उदाहरण है।
वैश्य महासम्मेलन कार्यकारी अध्यक्ष ध्रुवदास अग्रवाल ने कहा की नर सेवा ही नारायण सेवा है। महर्षि दधीचि और राजा हरिश्चंद ने सेवा और सत्य के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया। नारायण सेवा संस्थान भी मानव सेवा का एक ऐसा मंदिर है, जहां दिव्यांग निराश्रित एवं पीड़ितजन को उनकी जरुरत के मुताबिक सेवाएं प्रदान कर उन्हें सहज और सामान्य जीवन जीने का अवसर मिलता है। उन्होंने घोषणा की देश-विदेश में वैश्य महासम्मेलन की शाखाएं सेवा के इस प्रकार के शिविर का नारायण सेवा संस्थान से जुड़कर आगे भी आयोजन करेगी।
मुख्य अतिथि कालीचरण सर्राफ ने नारायण सेवा संस्थान का उल्लेख करते हुए कहा कि दीन -दुखियों की सेवा के क्षेत्र में राजस्थान इनकी सेवाओं पर गर्व कर सकता है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में संस्थान की सेवाओं को प्रत्यक्ष उन्होंने देखा है। उन्होंने वैश्य महासम्मेलन को इस तरह के सेवा कार्यक्रमों के लिए बधाई दी।
इससे पूर्व संस्थान की और से निदेशक वंदना अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान की 38 वर्षीय सेवायात्रा का जिक्र करते हुए बताया की संस्थान ने न सिर्फ दिव्यांगों की चिकित्सा, शिक्षा, प्रशिक्षण, पुनर्वास के क्षेत्र में अपितु आदिवासी बहुल इलाके में जरूरतमंद परिवारों को हैंडपंप, सड़क, रोजगार व घर उपलब्ध करने की भी सेवाएं दी है। जगह जगह कैंप लगा कर स्वेटर, कम्बल, पोषाहार, अनाज व वस्त्र वितरित किये जा रहे है। इस सर्दी में 10 हजार स्कूली बच्चों को स्वेटर वितरित किया जा चुके है।
शिविर के मुख्य संयोजक एवं वैश्य महासम्मेलन के संभागीय अध्यक्ष मनोहर लाल गुप्ता ने नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक कैलाश ‘मानव’ व अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल का शिविर आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए दिव्यांगजन की सेवार्थ ऐसे शिविर करौली व दौसा में भी जल्दी ही लगाने की घोषणा। वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष एन.के.गुप्ता ने दिव्यांगों की चिकित्सा में सहयोग की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि आईपीएस अधिकारी राजकुमार गुप्ता ने भी विचार व्यक्त किए।
संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल व ट्रस्टी निदेशक देवेंद्र चौबीसा के अनुसार शिविर में 302 दिव्यांगजन का रजिस्ट्रेशन हुआ। जिनमें ऑपरेशन चयन 27, कृत्रिम अंग व कैलिपर माप 108, ट्राईसाइकिल 37, व्हीलचैयर 20, वैसाखी 30 व 80 श्रवण यंत्र का वितरण किया गया। भामाशाओं को सम्मानित भी किया गया।
शिविर में दिव्यांग जगदीश पटेल ने व्हीलचेयर पर अपने शारीरिक कला कौशल से अतिथियों व शिविरार्थियों को आश्चर्यचकित कर दिया।
कार्यक्रम में वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश कोषाध्यक्ष एस के कालानी, महिला प्रकोष्ठ की चारु अग्रवाल, युवा अध्यक्ष जेडी माहेश्वरी, जिला अध्यक्ष सुधीर जैन, गिर्राज गोयल, नारायण सेवा संस्थान के डॉ मानस रंजन साहू, भगवान प्रसाद गौड़, विष्णु शर्मा हितैषी, हरि प्रसाद लड्डा, हुक्म सिंह ,दिलीप सिंह मौजूद रहे।
धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्टी निदेशक देवेंद्र चौबीसा, व संचालन महिम जैन ने किया।