भारत में निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक ने आज वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा की। इस तिमाही में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 5,853 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में यह राशि 3,614 करोड़ रुपए थी।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना 32 फीसदी और तिमाही आधार पर 11 प्रतिशत बढ़कर 11,459 करोड़ रुपए दर्ज की गई, जबकि क्यू2 एफवाई22 में यह राशि 8,653 करोड़ रुपए थी। क्यू3एफवाई23 के लिए इसका नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) 4.26 फीसदी रहा, जिसमें सालाना आधार पर 73 बीपीएस और तिमाही आधार पर 30 बीपीएस का सुधार हुआ है। क्यूएबी के आधार पर, सीएएसए 10 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 4 प्रतिशत बढ़ा, जबकि सीएएसए रेशियो 44 प्रतिशत था जो सालाना आधार पर 18 प्रतिशत अधिक था। 31 दिसंबर 2022 तक, बैंक का सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए स्तर 2.38 प्रतिशत और 0.47 प्रतिशत दर्ज किया गया। क्यू3एफवाई23 के लिए बैंक की शुल्क आय सालाना 23 प्रतिशत बढ़कर 4,101 करोड़ रुपए हो गई। खुदरा शुल्क में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बैंक की कुल शुल्क आय का 69 प्रतिशत था। कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 9एम एफवाई23 के लिए लाभ सहित 15.55 प्रतिशत के सीईटी1 रेशियो सहित 19.51 प्रतिशत रहा।
अमिताभ चौधरी, एमडी और सीईओ, एक्सिस बैंक ने टिप्पणी की, ‘‘वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत अर्थव्यवस्था और व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण स्थिरता और अवसरों की पेशकश करते हुए एक उज्ज्वल स्थान के रूप में खड़ा है। पिछली कुछ तिमाहियों में बनी इस शानदार गति का लाभ उठाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र अच्छी स्थिति में है। एक्सिस बैंक लगातार अपनी क्षमताओं में इजाफा कर रहा है, जो अच्छी व्यावसायिक वृद्धि और शानदार साझेदारियों से उत्साहित है। सिटी का विलय बहुत अच्छी तरह से आकार ले रहा है, और हम ग्राहकों और कर्मचारियों से समान रूप से मिल रही प्रतिक्रिया से बेहद खुश हैं। हम एक्सिस परिवार में उन सभी का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं।’’