मुंबई/बेंगलुरु, 30 जनवरी, 2023- हिताची टर्मिनल सॉल्यूशंस इंडिया ने आज घोषणा की कि कंपनी ने भारत सरकार के मेक इन इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने में अपनी ओर से योगदान देते हुए बेंगलुरु में अपनी ग्लोबल सीआरएम मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी शुरू कर दी है। यह भारत में अपनी तरह की पहली कैश रिसाइक्लिंग मशीनों की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है। यह सीआरएम निर्माण सुविधा दुनिया भर में हिताची के लिए सबसे बड़ी सुविधाओं में से एक होगी और भारत में एक पूर्ण विकसित हिताची परिसर बनाने और मजबूत करने के लिए एक और कदम है, जिससे भारत को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी और इसे दुनिया के लिए वैश्विक आपूर्ति केंद्र बनाया जा सकेगा।
1,08,000 वर्ग फुट में फैली यह अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा कंपनी को प्रति माह 1,000 सीआरएम की अपनी वर्तमान उत्पादन क्षमता को तीन गुना करने में सक्षम बनाएगी। कंपनी की योजना भविष्य में 400 से अधिक लोगों को रोजगार देने की भी है। हिताची की सुविधा भारत को शेष विश्व के लिए एक विनिर्माण केंद्र के रूप में बदलने के केंद्र सरकार के दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। सीआरएम (कैश मॉड्यूल) का कोर इंजन स्थानीय तौर पर तैयार किया गया है और अब इसे नई सुविधा में उच्च स्तर के ऑटोमेशन के साथ भारत में पूरी तरह से असेंबल किया जाएगा, और इस तरह यह कदम मेक इन इंडिया अभियान को एक महत्वपूर्ण स्थिति तक पहुंचाने में मददगार साबित होगा।
हिताची कैश रिसाइक्लिंग और ऑटोमेशन तकनीक में वैश्विक अग्रणी है और भारत में भी इस तकनीक में कंपनी अग्रणी स्थिति में रही है।
हिताची टर्मिनल सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर योशीहीरो नकातानी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान बताता है कि 1.1 मिलियन से अधिक कैश रीसाइक्लिंग मशीनों को 2024 तक विश्व स्तर पर स्थापित करने की क्षमता है।* इसके लिए हमने एक अत्याधुनिक फेसिलिटी का निर्माण किया है, ताकि हमारे ग्राहकों को अत्यधिक सुरक्षित, सबसे कम कार्बन फुटप्रिंट वाली और तकनीकी रूप से उन्नत कैश रिसाइक्लिंग मशीनें प्रदान की जा सकें। हिताची टर्मिनल सॉल्यूशंस इंडिया ने हाई-एंड कैश रिसाइकलिंग मशीनें डिलीवर की हैं जो समयबद्ध तरीके से ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती हैं। हिताची टर्मिनल सॉल्यूशंस इंडिया भारत में अपने उत्पादों के निर्यात को और बढ़ाने के लिए भारत में अपने बिजनेस इकोसिस्टम के विस्तार और समाधान विकसित करने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा और इस प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देगा।’’
भरत कौशल, मैनेजिंग डायरेक्टर, हिताची इंडिया ने कहा, ‘‘भारत एशिया में नवाचार और विकास का केंद्र बना हुआ है। भारत में लगभग 28 समूह कंपनियों के माध्यम से हमारी उपस्थिति ने पहले भी प्रगतिशील वृद्धि दर्ज की है और अब और अधिक मजबूत तरीके से ऐसा करना जारी रखे हुए है। भारत के पास अगले विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित होने की क्षमता और सामर्थ्य है। मौजूदा दौर में सरकार ने देश के अंदरूनी इलाकों में भी उच्च-स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रयास किए हैं और इन प्रयासों से भी यही स्पष्ट होता है। हिताची ने अपनी विविध व्यावसायिक उपस्थिति के माध्यम से ऊर्जा, मोटर वाहन और रेलवे, औद्योगिक यूपीएस सहित अरबन मोबिलिटी के क्षेत्र में भारत के कोने-कोने में कई विनिर्माण सुविधाएं स्थापित की हैं।’’
कंपनी ने अपनी ग्लोबल सीआरएम मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के बेंगलुरु को इसलिए भी चुना है, क्योंकि यह देश के प्रमुख राजमार्गों, हवाई अड्डों से बेहतर तरीके से जुड़ा है और यहां कुशल प्रतिभाओं की भी कोई कमी नहीं है और यह कंपनी के लिए इस निवेश का सही विकल्प है। हिताची टर्मिनल सॉल्यूशंस इंडिया इस सुविधा में अपनी वैश्विक सर्वाेत्तम प्रथाओं और उन्नत विनिर्माण तकनीकों को ला रहा है, इस प्रकार कंपनी को भविष्य की मांग में संभावित परिवर्तनों को पूरा करने के लिए संयंत्र की क्षमता बढ़ाने में सक्षम बनाता है।