बस्सी, 27 जनवरी, 2023ः भारत को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) का राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान राजस्थान के बस्सी (जयपुर) पहुंचा।
तिलक पीजी काॅलेज में आयोजित इस तीन दिवसीय कैम्प (19-21 जनवरी 2022) में 2,600 से अधिक काॅलेज छात्रों एवं स्टाफ के सदस्यों ने हिस्सा लिया और सुरक्षित राइडिंग के गुर सीखे। एचएमएसआई के रोड सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स ने प्रतिभागियों की उम्र को ध्यान में रखते हुए उचित सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से सभी को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाया।
भारत को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बनाने की एचएमएसआई की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए श्री प्रभु नागराज, आॅपरेटिंग आॅफिसर- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया ने कहा, ‘‘सड़क सुरक्षा शिक्षा, सड़क सुरक्षा की मानसिकता विकसित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। एचएमएसआई देश भर में सड़क का इस्तेमाल करने वालों को ज़िम्मेदार बनाने के लिए सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान का आयोजन करती रही है। इस अभियान के माध्यम से हमारा लक्ष्य नए एवं भावी राइडरों में सड़क सुरक्षा की सही आदतें विकसित करना है, साथ ही हम उन्हें सड़क सुरक्षा का महत्व समझाना चाहते हैं।’’
होण्डा के राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम ने निम्नलिखित गतिविधियों के माध्यम से लर्निंग को रोचक बनायाः
1. साइन्टिफिक रूप से तैयार किया गया लर्निंग माॅड्यूलः होण्डा के कुशल इंस्ट्रक्टर्स ने विशेष थ्योरी सत्रों के माध्यम से सड़क संकेतों एवं चिन्हों, सड़क पर ड्राइवर के कर्तव्य, राइडिंग गियर एवं पोस्चर तथा सुरक्षित राइडिंग के लिए सड़क पर शिष्टाचार की जानकारी दी।
2. प्रैक्टिकल लर्निंगः होण्डा के वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर पर विशेष प्रशिक्षण गतिविधि को अंजाम दिया गया, जिसमें प्रतिभागियों को सड़क पर राइडिंग शुरू करने से पहले 100 संभावी खतरों के बारे में बताया गया।
3.इंटरैक्टिव सेशनः प्रतिभागियों को खतरों का पूर्वानुमान लगाने के लिए प्रशिक्षण- किकेन योसोकु टेªनिंग (केवायटी) दी गई, ताकि राइडर वाहन चलाते समय खतरे का अनुमान लगा सकें और सड़क पर सुरक्षित रह सकें।
4. मौजूदा ड्राइवरों के राइडिंग कौशल में सुधारः छात्र और स्टाफ के सदस्य जो पहले से वाहन चलाते हैं, संकरे रास्तों पर राइडिंग एवं स्लो राइडिंग गतिविधियों के माध्यम से उनके राइडिंग कौशल की जांच की गई और इसमें सुधार लाया गया।
5. लर्निंग बनी रोचकः युवा छात्र सड़क सुरक्षा के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा सीख सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए एचएमएसआई ने रोज़ाना कई रोचक शैक्षणिक गतिविधियों जैसे सुरक्षा क्विज़ और गेम्स आदि का आयोजन किया।
सड़क सुरक्षा के लिए होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया की सीएसआर प्रतिबद्धता
होण्डा के लिए दुनिया भर में सड़क सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता है। अप्रैल 2021 में की गई घोषणा के मुताबिक ‘‘होण्डा 2050 तक दुनिया भर में होण्डा की मोटरसाइकलों एवं आॅटोमोबाइल्स की जानलेवा दुर्घटनाओं को शून्य तक लाने के लिए प्रयास करेगी।’’ अपने काॅर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करते हुए एचएमएसआई 2001 में भारत में अपनी शुरूआत से ही सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रही है। होण्डा के विश्वस्तरीय सुरक्षा दृष्टिकोण के साकार रूप देते हुए, आज एचएमएसआई का सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान 50 लाख से अधिक भारतीयों तक पहुंच चुका है। इसके कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडाॅप्टेड टैªफिक टेªनिंग पार्कों और 7 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है।
इतना ही नहीं, देश भर में एचएमएसआई की 1000 से अधिक डीलरशिप्स भी सड़क सुरक्षा जागरुकता का प्रसार कर रही हैं। एचएमएसआई का प्राॅपराइटरी वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर, राइडर को जोखिम का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है; वहीं भारत के हर डीलरशिप में नए उपभोक्ताओं को डिलीवरी देने से पहले सड़क सुरक्षा की सलाह (पीडीएसए) दी जाती है।
इसके अलावा, न्यू नाॅर्मल के इस दौर में भी लर्निंग रूकनी नहीं चाहिए, इसके लिए होण्डा ने डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षा अभियान- ‘होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ की शुरूआत की। मई 2020 में अपनी शुरूआत के बाद से यह अभियान 8 लाख से अधिक लोगों को सड़क के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल के बारे में जागरुक बना चुका है।