मुंबई, 31 जनवरी, 2023 : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई), ट्रेड किए गए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या के आधार पर 2022 में एक बार फिर से दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज के रूप में उभरा है। डेरिवेटिव्स ट्रेड के निकाय, फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफआईए) द्वारा संबंधित सांख्यिकीय आँकड़े रखे जाते हैं। एनएसई 2022 में ट्रेडों की संख्या (इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर बुक) के आधार पर इक्विटी सेगमेंट में दुनिया में तीसरे स्थान पर है, जो पिछले वर्ष की तुलना में उच्चतर स्थान है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्ल्यूएफई) द्वारा बनाए गए आंकड़ों के अनुसार यह पिछले साल चौथे स्थान पर था।
कैलेंडर वर्ष में बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स-निफ्टी 50 ने 18,887.60 के उच्चतम स्तर को छुआ। इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स और करेंसी डेरिवेटिव्स सहित अधिकांश उत्पाद श्रेणियों में तरलता में महत्वपूर्ण मजबूती देखी गई। इक्विटी सेगमेंट में, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) का दैनिक औसत कारोबार कैलेंडर वर्ष 2022 में 470 करोड़ रुपये रहा, जिसमें साल-दर-साल 51% की वृद्धि हुई है। द्वितीयक बाजार में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स का दैनिक औसत कारोबार कैलेंडर वर्ष 2022 में 7 करोड़ रुपये रहा, जो कि 59% की वृद्धि को दर्शाता है। एनएसई के इक्विटी सेगमेंट में उपलब्ध कराई गई सरकारी प्रतिभूतियों में भी महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जा रही है, हालांकि यह नीचे के आधार पर है और इसने पिछले महीने 3 करोड़ रुपये के दैनिक औसत कारोबार को स्पर्श किया।
डेरिवेटिव सेगमेंट में, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स (फिननिफ्टी) पर हाल ही में लॉन्च किए गए डेरिवेटिव्स ने निफ्टी 50 इंडेक्स (निफ्टी) और निफ्टी बैंक इंडेक्स (बैंकनिफ्टी) पर डेरिवेटिव्स की तर्ज पर तरलता में सफलतापूर्वक वृद्धि देखी है।
उम्मीद है कि एनएसई जल्द ही सोशल स्टॉक एक्सचेंज को विनियामक अनुमोदन के अधीन खंड के रूप में शुरू करेगा। यह ‘सामाजिक उद्यमों’ विशेष रूप से गैर-लाभकारी संगठनों को अपने काम को व्यापक लोगों के सामने प्रदर्शित करने और जीरो कूपन जीरो प्रिंसिपल बॉन्ड जैसे उपकरणों को जारी करने के माध्यम से धन जुटाने में सक्षम करेगा, प्रतिभागियों को परोपकारी कार्यों में भाग लेने की सुविधा प्रदान करेगा और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र में दक्षता एवं पारदर्शिता लाएगा।
डेरिवेटिव की बात करें तो एनएसई मुद्रा और ब्याज दर सेगमेंट के साथ-साथ कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में नए उत्पादों पर काम कर रहा है और शीघ्र ही लॉन्च की घोषणा करेगा, जो विनियामक अनुमोदन के अधीन है।
इक्विटी सेगमेंट में, 27 जनवरी, 2023 से एनएसई पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध सभी प्रतिभूतियां टी+1 आधार पर व्यवस्थित होंगी। इक्विटी खंड में परिचालन के आकार और पैमाने को देखते हुए यह उपलब्धि महत्वपूर्ण है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, एनएसई के हेड ऑफ बिजनेस डेवलेपमेंट, श्री श्रीराम कृष्णन ने कहा: “मैं इस अवसर पर हम पर अपना विश्वास जताने के लिए भारत सरकार, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, भारतीय रिज़र्व बैंक, व्यापारिक सदस्यों, निवेशकों और अन्य सभी हितधारकों को धन्यवाद देता हूं। । इक्विटी सेगमेंट में तीसरा स्थान और डेरिवेटिव्स में सबसे बड़ा एक्सचेंज होने की उपलब्धि सभी हितधारकों के सहयोगात्मक प्रयास की पराकाष्ठा है।
मैं सभी हितधारकों से आग्रह करता हूं कि वे हमें हमेशा की तरह अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया, सुझाव और मार्गदर्शन प्रदान करते रहें और बाजार विकास की हमारी यात्रा में साथ दें।”