पहली बार जयपुर के बिरला मंदिर में हो रही श्रीमद भागवत कथा महोत्सव के शुभारंभ पर जयपुर पधारे अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय शाहपुरा भीलवाड़ा के पीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी श्री रामदयाल महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा की घर, परिवार, समाज तथा जगत में प्रेम, अपनत्व, सम्मान और गौरव चाहो तो सदैव अन्य जन के गुणों तथा अपनी कमी कमजोरियों की पोटली अपने समक्ष देखो तथा अन्य की कमी कमजोरी वाली पोटली पीछे रखो उस पर ध्यान ना जाए।
सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के प्रथम दिन संतो का अभिनंदन जयपुर की महापौर सौम्या गुर्जर ने किया तथा कथा के आयोजक अखिल भारतीय विजयवर्गीय वैश्य महासभा के मुख्य संरक्षक एवम् पूर्व महासभा अध्यक्ष राकेश कुमार मुन्नी देवी, समाजसेवी मदनलाल, ओमप्रकाश सत्यवती, मुकेश सपना विजयवर्गीय, विनोद आरती विजयवर्गीय थली वाला परिवार एवं सैकड़ों धर्म प्रेमियों ने महाराज श्री की आरती 501 दीपको के साथ की।
भागवत कथा के श्रीमद् समन्वयक योगी मनीष भाई विजयवर्गीय ने बताया कि सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महोत्सव का शुभारंभ श्रीमोती डूंगरी गणेश मंदिर से कथा स्थल बिड़ला मंदिर तक 501 महिलाओं द्वारा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई कलश शोभायात्रा से हुवा। बिरला मंदिर में आचार्यश्री रामदयाल महाराज के आर्शीवचन के पश्चात व्यासपीठ से श्रीमद् भागवत महात्म्य कथा का विधिवत शुभारंभ पसंत श्री रमता राम जी महाराज चितौड़गढ़ के शिष्य संत दिग्विजय रामजी महाराज, दर्शनाचार्य रामद्वारा चितौड़गढ़ के द्वारा किया गया।
श्रीमद्भागवत महोत्सव के प्रथम दिन रमेश सुपारी वाले, उमानंद मुंडिया, महेश रामस्नेही, कमलेश डोडवाडी ,महेंद्र थाना राजगढ़, श्यामलाल टहला, उमाकांत खेड़ा कल्याणपुर, देवेंद्र बांदीकुई, रामबाबू भरथला, कैलाश कोथून्न, रामकल्याण बड़ली आदि धर्म प्रेमियों ने सम्मलित हो धर्म लाभ लिया