लंदन, 16 फरवरी 2023- भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता लिमिटेड की मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (वेदांता) ने पिछले 11 महीनों में 2 बिलियन डॉलर का उधार चुकाया है। इस तरह कंपनी ने 4 बिलियन डॉलर की अपनी 3 साल की ऋण कटौती प्रतिबद्धता का आधा हासिल किया है, वो भी सिर्फ पहले साल में ही।
सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में मजबूत घरेलू खपत से संचालित, वेदांता ने अनुशासित पूंजी आवंटन को बनाए रखते हुए बेहतर नकदी प्रवाह को कायम रखने में सफलता हासिल की है और इस वित्त वर्ष के लिए योजना से पहले शुद्ध ऋण में 2 बिलियन डॉलर की कमी की है। एफवाई24/एफवाई25 के दौरान, वेदांता 7.7 बिलियन डॉलर के शुद्ध ऋण को अदा करना जारी रखेगी। कंपनी वित्त वर्ष 24 की लिक्विडिटी संबंधी जरूरतों का 50 प्रतिशत हिस्सा आंतरिक रूप से और शेष राशि को पुनर्वित्त के माध्यम से कवर करने की योजना बना रही है। पिछले 20 वर्षों में, वेदांता ने ऋण और इक्विटी के माध्यम से 35 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई है और ऋण चुकाने के उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड को बनाए रखते हुए शेयरधारकों को अत्यधिक आकर्षक रिटर्न दिया है।
एक पूर्व एफटीएसई 100 कंपनी वेदांता के पास एक अद्वितीय पोर्टफोलियो है जिसमें शामिल हैं- जिंक (दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत उत्पादक), एल्युमिनियम (प्राथमिक एल्युमीनियम का भारत का सबसे बड़ा उत्पादक), ऑयल एंड गैस (भारत का कच्चे तेल का सबसे बड़ा निजी उत्पादक), चांदी (वैश्विक स्तर पर छठा सबसे बड़ा उत्पादक) ), बैटरी धातु- निकल (भारत का एकमात्र निकल उत्पादक) और कोबाल्ट, तांबा, लौह अयस्क और इस्पात और वाणिज्यिक ऊर्जा।
वेदांता के विकास का अगला चरण सेमीकंडक्टर (फॉक्सकॉन के सहयोग से भारत का पहला सेमीकंडक्टर निर्माता), डिस्प्ले ग्लास (एवनस्ट्रेट), रिन्युएबल्स (केकेआर के साथ संयुक्त उद्यम के माध्यम से), ऑप्टिकल फाइबर (फाइबर टू होम) और ट्रांसमिशन में संबद्ध कंपनियों के निवेश से प्रेरित होगा। वेदांता के पोर्टफोलियो में विशिष्ट रूप से पारंपरिक और अत्याधुनिक व्यवसाय शामिल हैं।
एक वैश्विक संगठन वेदांता भारत के विकास, स्थिर शासन, और 1.4 बिलियन भारतीयों की घरेलू उत्पादन पर निर्भरता बढ़ाने की ताकत को भुनाने के लिए तैयार है। वेदांता लिमिटेड 2022 में डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में 6वें स्थान पर रही, जो 14 स्थानों की ऊंची छलांग है, और अपने मजबूत ईएसजी प्रदर्शन के दम पर स्थायी मूल्य देने के लिए विशिष्ट स्थिति में है।