राष्ट्रीय 11 मार्च 2023 : भारत में नेत्र देखभाल अस्पतालों की अग्रणी श्रृंखला और व्यापक नेत्र चिकित्सा सेवाओं के प्रदाता, एएसजी आई हॉस्पिटल्स ने वासन आई केयर का परिचालन नियंत्रण अपने हाथों में लेने की घोषणा है। एएसजी आई हॉस्पिटल्स ने सभी औपचारिकताएं पूरी करने और स्वामित्व के हस्तांतरण के बाद यह अगला कदम उठाया है। 526 करोड़ रुपये की बोली राशि के साथ अधिग्रहण के लिए 3 फरवरी 2023 को राष्ट्रीय कंपनी अधिनियम न्यायाधिकरण की चेन्नई बेंच द्वारा दिए गए अनुमोदन के बाद 98% मतों के साथ क्रेडिटर्स कमिटी ने संकल्प योजना को मंजूरी दी। सभी को गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए भारत में नए बाज़ारों में विस्तार करने के लिए एएसजी आई हॉस्पिटल्स प्रतिबद्ध है। इस अधिग्रहण का सफलतापूर्वक पूरा होना एएसजी आई हॉस्पिटल्स के इस अभियान में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
वासन आई केयर को शामिल करने से एएसजी आई हॉस्पिटल्स का नेटवर्क पूरे भारत में 150 से अधिक अस्पतालों तक बढ़ जाएगा। यह देश भर के 21 राज्यों में फैला हुआ सबसे बड़ा नेटवर्क होगा। यह रणनीतिक अधिग्रहण हेल्थकेयर उद्योग में एएसजी की स्थिति के साथ-साथ पूरे भारत के बाजारों में एएसजी की उपस्थिति को और मज़बूत करेगा।
एएसजी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ अरुण सिंघवी ने कहा, “2005 से, एएसजी आई हॉस्पिटल्स के डॉक्टर-आधारित मॉडल को सभी के लिए नैदानिक उत्कृष्टता और गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल के लिए नवाज़ा जा रहा है। हमें गर्व है कि इस रणनीतिक अधिग्रहण के साथ दक्षिण भारत में हमारे नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। आंखों की देखभाल सेवाओं के क्षेत्र में वासन आई केयर एक सम्मानित नाम है। एक स्वतंत्र ब्रांड के रूप में उनकी पहचान जारी रहेगी। एएसजी परिवार में वासन टीम का स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है। गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल प्रदान करते हुए, सभी के लिए सेवाएं और पूरे भारत में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के हमारे मिशन में वे अब हमारा साथ देंगे। मरीज़ों को अद्वितीय देखभाल प्रदान करते हुए इस हस्तांतरण को सुचारु रूप से करने के लिए वासन इकोसिस्टम में सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करने के लिए हम उत्सुक हैं।”
एएसजी आई हॉस्पिटल्स के निवेशकों में फाउंडेशन होल्डिंग्स, जनरल अटलांटिक और केदारा कैपिटल शामिल हैं, जो इस हस्तांतरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करके भारत की अग्रणी नेत्र देखभाल फ्रेंचाइज़ी बनने के विज़न को पूरा करने के लिए एएसजी और वासन की टीमों के साथ मिलकर वह काम करेंगे।
एएसजी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, फाउंडेशन होल्डिंग्स और निदेशक श्री आकाश सचदेव ने कहा, “यह रणनीतिक अधिग्रहण एएसजी और वासन के साथ-साथ आंखों की देखभाल सेवा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव है। वासन का अधिग्रहण एएसजी के लिए भौगोलिक दृष्टी से सही साबित होगा। दक्षिण भारत में बढ़ती उपस्थिति और सही मायनों में भारत भर में फैले हुए, विश्व स्तरीय हेल्थकेयर डिलीवरी प्लेटफॉर्म के रूप में, एएसजी के लिए उभरने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। हमें विश्वास है कि एएसजी आई हॉस्पिटल्स की रणनीतिक दृष्टि, पेशेवर प्रबंधन और परिचालन विशेषज्ञता से वासन आई केयर को काफी लाभ मिलेंगे।”
एएसजी आई हॉस्पिटल्स देश में सबसे बड़े और सबसे भरोसेमंद आई केयर ब्रांड्स में से एक बन गया है। उन्होंने भारत के 17 राज्यों में 54 से अधिक नेत्र अस्पतालों का नेटवर्क स्थापित किया है। वासन आई केयर के अधिग्रहण के साथ देश के दो प्रमुख ब्रांड आधुनिकतम तकनीक और विशेषज्ञता के साथ उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने के लिए साथ आ रहे हैं। इसलिए यह अधिग्रहण एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
एएसजी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक डॉ विकास जैन ने कहा, “एएसजी आई हॉस्पिटल्स में हमें अपनी परिचालन उत्कृष्टता, तकनीकी विशेषज्ञता और देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ सुपर-स्पेशलिस्ट नेत्र रोग विशेषज्ञों को एक साथ लाने के लिए बनाए गए प्लेटफॉर्म पर बहुत गर्व है। इससे हमारी अलग पहचान बनती है और हम सर्वोत्तम नैदानिक परिणाम प्राप्त करने में सक्षम बने हैं। हमारी अत्याधुनिक सुविधाएं, प्रौद्योगिकी और हमारे उच्च प्रशिक्षित नेत्र चिकित्सक उच्च गुणवत्तापूर्ण, सुलभ नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। इन शक्तियों का उपयोग करते हुए, वासन आई केयर मरीज़ों को सर्वोत्तम देखभाल सेवाएं प्रदान करेंगे।”
वैश्विक नेत्र स्वास्थ्य पर लैंसेट ग्लोबल हेल्थ कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 62 मिलियन लोग नेत्र विकारों से पीड़ित हैं, 8 मिलियन लोग अंधे हैं। मोतियाबिंद और डायबिटिक रेटिनोपैथी का समय पर इलाज न होने पर आंखों की बीमारियां और अंधापन हो सकता है। दूसरी ओर, भारत में लगभग 25,000 नेत्र रोग विशेषज्ञ और 45,000 ऑप्टोमेट्रिस्ट हैं। उनमें से अधिकांश शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। देश भर में 1,25,000 नेत्र चिकित्सकों की आवश्यकता है। छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र चिकित्सकों और ऑप्टोमेट्रिस्ट की कमी है। टीयर II और III शहरों पर ध्यान केंद्रित करने वाली एएसजी आई हॉस्पिटल्स जैसी श्रृंखलाएं गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सेवाओं तक पहुंच को सक्षम बनाती हैं और हमेशा के लिए दृष्टि हानि के मामलों की संख्या को कम करने में मदद करती हैं। नेत्र विकारों के मरीज़ों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए बुनियादी ढांचे का विस्तार, नेत्र विशेषज्ञों का प्रशिक्षण और तकनीकी नवाचारों का बेहतर उपयोग आवश्यक है। एएसजी आई हॉस्पिटल्स और वासन आई केयर भारत में नेत्र स्वास्थ्य में प्रगति हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।