नई दिल्ली, 13 मार्च 2023ः महिलाएं सड़क पर मोबिलिटी की आज़ादी का आनंद उठा सकें, इस दृष्टिकोण के साथ उन्हें सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाने के प्रयास में होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में देश भर में खासतौर पर महिलाओं के लिए सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान का आयेाजन किया।
रुहेलमेट आॅन लाईफ आॅन की थीम पर आयोजित इस दो दिवसीय अभियान ने 1300 से अधिक महिलाओं को सड़क सुरक्षा प्रथाओं एवं राइडिंग/ड्राइविंग कौशल के साथ सशक्त बनाया, ताकि सड़क पर उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। इस कार्यक्रम का आयोजन 16 से अधिक शहरों में एचएमएसआई के 10 टैªफिक ट्रेनिंग पार्कों और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में किया गया।
महिला दिवस के उपलक्ष्य में एचएमएसआई की सड़क सुरक्षा पहल पर बात करते हुए श्री प्रभु नागराज, आॅपरेटिंग आॅफिसर- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया ने कहा, ‘‘एचएमएसआई ने इस अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस को सड़क पर महिलाओं को सुरक्षित एवं आश्वस्त बनाने के लिए समर्पित किया। हमारे विशेष अभियान रुहेलमेट आॅन लाईफ आॅन के साथ हम सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुकता बढ़ाकर नारीत्व का जश्न मनाना चाहते थे और सुनिश्चित करना चाहते थे वे सड़क पर आत्मविश्वास एवं स्वतन्त्रता के साथ मोबिलिटी की आज़ादी का आनंद उठा कर सशक्त बनें। हमें खुशी है कि हम इस विशेष दिन का जश्न समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं के साथ मना रहे हैं और इस मौके पर हमारा साथ देने के लिए उन्हें धन्यवाद करते हैं।’’
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एचएमएसआई द्वारा की गई मुख्य गतिविधियां
1. सड़क सुरक्षा जागरुकता पर थ्योरी सत्र- प्रभावी सड़क सुरक्षा सक्रियता को बढ़ावा देने के लिए एचएमएसआई के प्रशिक्षित सड़क सुरक्षा इंस्ट्रक्टर्स ने सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्रामों का उपयोग किया जो सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करते हैं। (सड़क सुरक्षा के नियम, सड़क का उपयोग करते समय शिष्टाचार, ड्राइविंग/ राइडिंग करते समय सही पोस्चर) राइडिंग गियर का महत्व और वाहन के रखरखाव के सुझाव।
1ण् किकेन योची (खतरों का पूर्वानुमान) लगाने वाला प्रशिक्षण (केवायटी)- प्रतिभागियों को सड़क पर छिपे खतरों का पूर्वानुमान लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया, ताकि राइडर वाहन चलाते समय खतरे का अनुमान लगा सकें और सड़क पर सुरक्षित रह सकें।
2ण् स्टेटिक चैक- इस गतिविधि के तहत महिलाओं को वाहन की जांच के सामान्य तरीके सिखाए गए, जो उन्हें राईड करने से पहले जानने चाहिए।
3ण् स्लो राइडिंग स्किल काॅन्टेस्ट-सभी महिलाओं को विशेष स्लो राइडिंग स्किल काॅन्टेस्ट के माध्यम से ज़रूरी जानकारियां हासिल करनेका मौका मिला। टाॅप 3 प्रतिभागियों को होण्डा के ब्राण्डेड हेलमेट दिए गए।
4ण् रोचक गतिविधियां-प्रतिभागियों के अनुभव को यादगार बनाने के लिए एक फन ज़ोन भी स्थापित किया गया था। महिलाओं ने विभिन्न गेम्स का लुत्फ़ उठाया और होण्डा के मर्चेन्डाइज़ एवं हेलमेट जीते।
सड़क सुरक्षा के लिए होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया की सीएसआर प्रतिबद्धता
होण्डा के लिए दुनिया भर में सड़क सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता है। अप्रैल 2021 में की गई घोषणा के मुताबिक ‘‘होण्डा 2050 तक दुनिया भर में होण्डा की मोटरसाइकलों एवं आॅटोमोबाइल्स की जानलेवा दुर्घटनाओं को शून्य तक लाने के लिए प्रयास करेगी।’’ अपने काॅर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करते हुए एचएमएसआई 2001 में भारत में अपनी शुरूआत से ही सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रही है। होण्डा के विश्वस्तरीय सुरक्षा दृष्टिकोण के साकार रूप देते हुए, आज एचएमएसआई का सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान 50 लाख से अधिक भारतीयों तक पहुंच चुका है। इसके कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडाॅप्टेड टैªफिक टेªनिंग पार्कों और 7 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है।
इतना ही नहीं, देश भर में एचएमएसआई की 1000 से अधिक डीलरशिप्स भी सड़क सुरक्षा जागरुकता का प्रसार कर रही हैं। एचएमएसआई का प्राॅपराइटरी वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर, राइडर को जोखिम का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है; वहीं भारत के हर डीलरशिप में नए उपभोक्ताओं को डिलीवरी देने से पहले सड़क सुरक्षा की सलाह (पीडीएसए) दी जाती है।
इसके अलावा, न्यू नाॅर्मल के इस दौर में भी लर्निंग रूकनी नहीं चाहिए, इसके लिए होण्डा ने डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षा अभियान- ‘होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ की शुरूआत की। मई 2020 में अपनी शुरूआत के बाद से यह अभियान 8 लाख से अधिक लोगों को सड़क के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल के बारे में जागरुक बना चुका है।