सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाओं की बात करें तो लघु उद्यमों ने नौकरियों के अवसर उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिला उद्यमियों के लिए अक्सर रास्ते बहुत आसान नहीं होते, खासतौर पर गांवों की महिलाओं को व्यवसाय करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक उदाहरण है राजस्थान के कोटा स्थित नयागांव से ताल्लुक रखने वाली 51 वर्षीय महिला उद्यमी हीरा बाई, जो अपने परिवार में रोज़ी-रोटी कमाने वाली अकेली सदस्य हैं। वे कुछ काम करके अपने परिवार को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना चाहती थीं।
हीरा बाई अपने परिवार की रोज़मर्रा की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी जूझ रहीं थीं, तभी उन्होंने थोड़े से पैसे के साथ किराने की एक दुकान शुरू की। उनके कच्चे घर में भी काफी पैसा लगाने की ज़रूरत थी।
हीरा बाई को अपने सपने साकार करने के लिए पैसा चाहिए था, जो उन्हें मनीबाॅक्स फाइनैंस से मिला। मनीबाॅक्स ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया, उनके संघर्ष को पहचान कर उन्हें लोन दिया। इस पैसे से उन्होंने अपने व्यवसाय को बढ़ाया, वे कपड़े और चूड़ी बेचने का काम भी करने लगीं। इस तरह अपना खुद का काम करने का उनका सपना साकार हो गया।
उन्होंने अपनी दुकान का काम बढ़ाया, बैंगल स्टोर के लिए अलग दुकान और अलग रास्ता बनाया, इस तरह उन्हें कमाई का एक और ज़रिया मिल गया। मनीबाॅक्स से मिली आर्थिक सहायता हीरा बाई के लिए कारगर साबित हुई। लोन की राशि से वह ग्राहकों की ज़रूरत के अनुसार अपनी दुकान में अच्छा स्टाॅक मेंटेन करने लगीं, जिससे उनकी सेल बढ़ गई। मनीबाॅक्स ने उनके सशक्तीकरण एवं आजीविका में सुधार लाने के लिए उन्हें तीसरी बार भी लोन दिया। मनीबाॅक्स के इन प्रयासों के चलते उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया है।
अपने लक्ष्यों को पूरा करने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की हीरा बाई की यात्रा, कई अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत है। वे महिलाओं को प्रेरित करती हैं कि अपनी क्षमता को पहचानें, अपने लक्ष्य तय करें और इन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। मनीबाॅक्स फाइनैन्स ऐसे ही योग्य लोगों को ऋण देकर उनकी मदद करता है, जो मेहनत के बल पर आर्थिक तंगी के दौर से बाहर निकलना चाहते हैं।