मुंबई, 27 मई, 2023 -डीबीएस फाउंडेशन ने सामाजिक उद्यमों और छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए बिजनेस फॉर इम्पैक्ट ग्रांट अवार्ड की घोषणा की है। यह अवार्ड ऐसे उद्यमों को प्रदान किया जाएगा, जो प्रासंगिक सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन विकसित कर रहे हैं।
अब अपने नौवें वर्ष में, पुरस्कार उन व्यवसायों के विकास को पहचानने और प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिन्होंने अपने व्यावसायिक मॉडल में सामाजिक/पर्यावरणीय प्रभाव और वित्तीय लाभ दोनों को सफलतापूर्वक एकीकृत किया है और जो दीर्घकालिक विकास के लिए मजबूती से काम कर रहे हैं। एसएमई और सामाजिक उद्यम 15 जून 2023 तक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।
पिछले साल की तरह, डीबीएस फाउंडेशन ने एसएमई श्रेणी की शुरुआत के साथ ग्रांट अवार्ड के मैंडेट का भी विस्तार किया है, ताकि इन व्यवसायों को अधिक सस्टेनेबल मॉडल की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। पहली किस्त होने के बावजूद 250 से अधिक एसएमई ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया, जो इस क्षेत्र में क्षेत्र की बढ़ती जागरूकता और रुचि को दर्शाता है।
सुदर्शन चारी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और हैड- एसएमई बैंकिंग, डीबीएस बैंक इंडिया ने कहा, ‘‘एसएमई ने सस्टेनेबल तौर-तरीकों को अपनाने की अपनी क्षमता और इच्छा का प्रदर्शन किया है। हालांकि, वे अक्सर सीमित संसाधनों और अपर्याप्त क्षमता और लक्ष्यों को हासिल करने के बारे में अनिश्चितता जैसी चुनौतियों का सामना करते हैं। डीबीएस फाउंडेशन के बिजनेस फॉर इम्पैक्ट ग्रांट अवार्ड का उद्देश्य ऐसे उद्यमों को सस्टेनेबल और प्रभाव-संचालित मॉडल में परिवर्तन करने में सहायता करना है। अनुदान के अलावा, हम सस्टेनेबल फाइनेंसिंग और इको सिस्टम से जुड़े अन्य सॉल्यूशन भी प्रदान करते हैं, ताकि उनकी परिवर्तन यात्रा को तेज किया जा सके।’’
पिछले साल ग्रांट अवार्ड हासिल करने वाले 23 उद्यमों ने एशिया में सामूहिक रूप से दो मिलियन से अधिक लोगों के जीवन और आजीविका पर सकारात्मक रूप से असर डाला। इसके अलावा, 100,000 टन से अधिक खाद्य अपशिष्ट को कम किया गया और अनुमान लगाया गया है कि 2024 के अंत तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 300 टन की कमी आ सकेगी। तीन भारतीय स्टार्टअप- नियोमोशन असिस्टिव सॉल्यूशंस , साथी इको इनोवेशन और उर्ध्वम एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजीज अनुदान प्राप्त करने वालों में शामिल थे।
फंडिंग से परे, ग्रांट अवार्ड हासिल करने वाले अपने व्यवसायों को बढ़ाने के लिए डीबीएस के तमाम संसाधनों और विशेषज्ञता का उपयोग कर सकते हैं। इनमें प्रेफरेंशियल बैंकिंग पैकेज, कौशल-निर्माण और सलाह, और समान विचारधारा वाले व्यवसायों, निवेशकों के एक मजबूत इको सिस्टम तक उनकी पहुंच शामिल है। इस सपोर्ट के बाद कई पिछले पुरस्कार विजेताओं को अपने व्यवसायों के विकास को तेज करके अपनी क्षमता को अनलॉक करने में सक्षम बनाया है। जैसे कि उनकी परिचालन क्षमता को बढ़ाना और उनकी संबंधित व्यावसायिक जरूरतों के आधार पर नए बाजारों में विस्तार करना। साथ ही, उनके सामाजिक और पर्यावरण प्रभाव को और गहरा करना।
शोमा नारायणन, मैनेजिंग डायरेक्टर – ग्रुप स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग एंड कम्युनिकेशंस, डीबीएस बैंक इंडिया ने कहा, ‘‘डीबीएस फाउंडेशन ग्रांट अवार्ड का मकसद है दायित्वपूर्ण कारोबारी प्रथाओं की वकालत करते हुए चेंजमेकर्स की अगली पीढ़ी को सपोर्ट करना और उन्हें प्रेरित करना। हमारा मजबूती से मानना है कि उद्देश्य के आधार पर संचालित होने वाले व्यवसायों में महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों से निपटने के साथ-साथ एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है। हमारा पुरस्कार इन उद्यमों को उनकी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए सशक्त बनाने और इनोवेटिव सॉल्यूशंस विकसित करने की दिशा में उनकी यथासंभव मदद करने वाले एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है।’’
2014 में इसकी शुरुआत के बाद से, डीबीएस फाउंडेशन ने एशिया में सकारात्मक बदलाव के लिए 800 से अधिक व्यवसायों के विकास में योगदान दिया है। इसमें से लगभग 100 उद्यमों को वार्षिक अनुदान पुरस्कार के माध्यम से कुल मिलाकर 13 मिलियन सिंगापुर डॉलर (्80 करोड़ रुपए) से अधिक का ग्रांट अवार्ड दिया गया है। प्रारंभिक चरण के स्टार्ट-अप्स की कथित उच्च विफलता दर के बावजूद, फाउंडेशन से ग्रांट हासिल करने वाले 90 प्रतिशत से अधिक उद्यम आज भी संचालन में बने हुए हैं। कई विजेता उद्यम शानदार परफॉर्मेंस दिखा रहे हैं और उद्योग में अग्रणी के रूप में उभर रहे हैं। इसमें भारत के फूल, हक दर्शक, एस4एस टेक्नोलॉजीज और इकोजेन सॉल्यूशंस शामिल हैं।
ग्रांट अवार्ड ऐसे सामाजिक उद्यमों और एसएमई के लिए खुला है जो एशिया (सिंगापुर, हांगकांग, चीन, ताइवान, भारत, इंडोनेशिया) में बैंक के छह प्रमुख बाजारों में पंजीकृत हैं। आवेदकों का मूल्यांकन निम्नलिखित मानदंडों के आधार पर किया जाएगा-
- एक स्पष्ट प्रतिबद्धता के साथ मजबूत नेतृत्व टीम, जिसमें प्रासंगिक विशेषज्ञता और अनुभव हासिल हो।
- एक स्पष्ट मूल्य प्रस्ताव और मार्केट ट्रेक्शन/संभावना के साथ मजबूत व्यापार मॉडल।
- अगले दो वर्षों में समाधान के व्यावसायीकरण और पैमाने को बढ़ाने के लिए अनुदान राशि का उपयोग कैसे किया जाएगा, इसकी रूपरेखा तैयार करने वाली मजबूत योजनाएँ।
- ऐसे लक्ष्य जिन्हें स्पष्ट तौर पर मापा जा सके, और इनकी दिशा में होने वाली प्रगति को ट्रैक करने की क्षमता।
15 जून 2023 को रात 9.30 से पहले प्राप्त सभी आवेदनों का इस वर्ष की किस्त के लिए मूल्यांकन किया जाएगा, और उसके बाद प्राप्त आवेदनों का मूल्यांकन अगले चक्र में किया जाएगा।
डीबीएस फाउंडेशन बिजनेस फॉर इम्पैक्ट ग्रांट अवार्ड के बारे में और आवेदन की गाइडलाइन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए विजिट करें-