नई दिल्ली, 31 मई, 2023 : वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही और 31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के परफोर्मेन्स के मुख्य बिन्दु
शाखाओं के विस्तार एवं उच्च उत्पादकता के द्वारा कारोबार का सशक्त विकासः वित्तीय वर्ष 22 में वितरण 112 करोड़ था जो वित्तीय वर्ष 23 में तीन गुना होकर रु 341 करोड़ पर पहुंच गया। शाखाआों में विस्तार (वित्तीय वर्ष 23 में 31 शाखाएं खोली गईं) तथा शाखा की उत्पादकता में सुधार इसका मुख्य कारण है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में रु 146 करोड़ का त्रैमासिक वितरण दर्ज किया, जो वित्तीय वर्ष 22 की चौथी तिमाही की तुलना में 211.9 फीसदी अधिक रहा। और साथ ही वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही की तुलना में भी कंपनी ने 45.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की।
31 मार्च 2023 को एयूएम 184 फीसदी बढ़कर रु 338 करोड़ पर पहुंच गया, जो 31 मार्च 2022 को रु 119 करोड़ था। कारोबार के संशक्त विकास एवं ऋण के लिए की गई साझेदारियां इसका मुख्य कारण हैं।
कारोबार के सशक्त विकास एवं एयूएम के चलते कुल आय 116 फीसदी बढ़कर रु 50.44 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्तीय वर्ष 22 में रु 23.31 करोड़ थी। वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में कुल आय रु 18.62 करोड़ दर्ज की गई, जो वित्तीय वर्ष 22 की चौथी तिमाही की तुलना में 144.3 फीसदी अधिक रही।
मुनाफ़े की बात करें तो शाखाओं की उत्पादकता में सुधार और संचालन के पैमाने में बढ़ोतरी के चलते वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में मुनाफ़ा दर्ज करते हुए कंपनी एक परिवर्तन के मोड़ पर पहुंच गई। कंपनी ने इस अवधि में रु 0.42 करोड़ का पीएटी (कर के बाद मुनाफ़ा) दर्ज किया, जबकि वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में रु 2.70 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की मजबूत यूनिट इकोनोमिक्स (15 फीसदी से अधिक एनआईएम मार्जिन) और मुनाफ़े के चलते उधार की गिरती सीमांत लागत में सुधार की उम्मीद है। साथ ही शाखाओं की उत्पादकता में भी सुधार होगा, सुरक्षित ऋण कारोबार की हिस्सेदारी बढ़ेगी और बढ़ते पैमाने और एयूएम के साथ परिचालन का लाभ बढ़ेगा।
सशक्त असेट गुणवत्ताः ज़रूरी क्षेत्रों एवं सशक्त अंडरराइटिंग प्रथाओं पर फोकस के चलते कम एनपीए एवं राईट-ऑफ के साथ मनीबॉक्स की असाधारण असेट गुणवत्ता है। 31 मार्च 2023 को 0.59 फीसदी सकल एनपीए और 0.30 फीसदी शुद्ध एनपीए के साथ असेट गुणवत्ता मजबूत बनी हुई है।
बैंकों एवं विश्वस्तरीय प्रभाव फंड्स सहित ऋणदाताओं द्वारा निरंतर सत्यापनः कंपनी ने फंडिंग स्रोतों को विविध बनाया है और अग्रणी ऋणदाताओं (एसबीआई, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, डीसीबी बैंक, फेडरल बैंक, एयू एसएफबी, उत्कर्ष एसएफबी और टाटा कैपिटल) की मदद से फंडिंग की लागत में कमी लाई है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 23 में रु 235 करोड़ का ऋण जुटाया, जबकि वित्तीय वर्ष 22 में रु 105 करोड़ का ऋण जुटाया था।
इन परिणामों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए दीपक अग्रववाल, को-सीईओ एवं सीएफओ, ने कहा, ‘‘सशक्त अंडरराइटिंग प्रथाओं एवं आधुनिक तकनीक से युक्त पूर्णतया डिजिटल प्रक्रियाओं के साथ हमारा बिज़नेस मॉडल, प्रमाणित एवं मुनाफ़े से युक्त हैं। तीसरे स्तर के लघु उद्यमों के लिए रु 1-10 लाख के लोन सेगमेन्ट को देखते हुए हमारे पास अपार अवसर है। हम अपपनी ऋण सेवाओं के साथ-साथ अन्य प्रयासों जैसे फ्री वेट अडवाइज़री, पशुधन एवं कृषि हेतु ऋण लेने वालों के लिए एग्रो-फॉरेस्टरी- आदि के माध्यम से लघु उद्यमियों के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं। मनीबॉक्स निवेश के प्रति नज़रिए को बदलने और ऋण लेने वालों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।’