मुंबई, 29 जून 2023- विविधीकृत अदाणी समूह की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड पिछले दो दशकों से कई पुरस्कार विजेता जल संरक्षण पहलों में सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं और इस तरह देश में पानी की समस्या से निपटने के लिए अपने प्रोएक्टिव एप्रोच का प्रदर्शन कर रही हैं।
अंबुजा सीमेंट ने पहले ही पानी की खपत से आठ गुना अधिक वाटर पॉजिटिव स्टेटस हासिल करने वाली एकमात्र सीमेंट कंपनी बनकर एक उल्लेखनीय बेंचमार्क स्थापित कर दिया है। दूसरी ओर, एसीसी ने भी वाटर पॉजिटिव स्टेटस को हासिल कर लिया है जो उसकी पानी की खपत से लगभग दोगुना है और कंपनी 2030 तक इसे पांच गुना तक बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अंबुजा सीमेंट्स एकमात्र ऐसी सीमेंट निर्माता कंपनी है जिसे संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया द्वारा जल सुरक्षा में अग्र्रणी होने के लिए मान्यता दी गई है। अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी ने सीडीपी द्वारा जल सुरक्षा में अपने नेतृत्व के लिए अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त की है।
सीमेंट बिजनेस के सीईओ श्री अजय कपूर ने कहा, ‘‘हमारी धरती के सबसे महत्वपूर्ण संसाधन यानी जल की रक्षा और इसकी पुनःपूर्ति के लिए हमारे सामूहिक प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाना गया है और इस मान्यता के लिए हम विनम्रतापूर्वक सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। साथ मिलकर, हम सकारात्मक बदलाव की लहरें पैदा कर रहे हैं, और एक एक स्थायी भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। यह एक ऐसी दुनिया होगी, जहां पानी को न केवल संरक्षित किया जाता है, बल्कि उसकी मात्रा बढ़ाने का प्रयास भी किया जाता है। हम दूसरों को प्रेरित करने और सार्थक प्रभाव डालने के अपने मिशन में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हम एक ऐसी दुनिया की ओर अग्रसर हैं जो वास्तव में वाटर पॉजिटिव है।’’
अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी अपने परिचालन में जल उपयोग संबंधी सस्टेनेबल प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। वे जल संसाधनों के संरक्षण के महत्व को पहचानते हैं और उन्होंने अपनी प्रक्रियाओं को अनुकूलित करने, अत्यधिक ताजे पानी की खपत को रोकने और अपने संचालन में जल संरक्षण, संचयन और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण उपाय किए हैं।
इस दिशा में कदम उठाते हुए जिम्मेदार तरीके से जल प्रबंधन के महत्व के बारे में समुदायों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाता है, ताकि इस बारे में जागरूकता को बढ़ाया जा सके। साथ ही, कंपनियां अपने समुदायों के भीतर दैनिक घरेलू उपभोग के लिए स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने में सक्रिय रूप से योगदान देती हैं और कंपनियों ने अनेक ऐसी परियोजनाएं लागू की हैं, जिनके जरिये कई वर्षों तक वर्षा जल संचयन को संभव बनाया जा सकता है।