मुंबई, 30 जून, 2023- अग्रणी इंटीग्रेटेड एनर्जी प्लेटफॉर्म अवाडा ग्रुप ने 10,700 करोड़ रुपए (1.3 बिलियन डॉलर) के फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा करने की घोषणा की है। इसे एशिया में हरित ऊर्जा उद्योग और भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है। यह फंडिंग राउंड एशिया में किसी भी हरित ऊर्जा कंपनी द्वारा जुटाया गया अब तक का सबसे बड़ा इक्विटी राउंड है।
इस फंडिंग का उपयोग अवाडा के ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन अमोनिया, सौर विनिर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन से संबंधित उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा। सस्टेनेबल फ्यूचर को लेकर भारत की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में इस राशि का इस्तेमाल किया जाएगा। यह उपलब्धि हरित ऊर्जा में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली सरकारी नीतियों की प्रभावशीलता और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों की दिशा में वैश्विक परिवर्तन को भी रेखांकित करती है।
अपनी सोलर मैन्यूफेक्चरिंग संबंधी क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देने के लिए, अवाडा समूह ने पहले पीएलआई योजना के तहत 3 गीगावॉट वेफर-टू-मॉड्यूल क्षमता के लिए 961 करोड़ रुपए (116.78 मिलियन डॉलर) का प्रोडक्शन-लिंक्ड प्रोत्साहन हासिल किया था। सफल फंडिंग राउंड के साथ मिलकर इस प्रोत्साहन राशि से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी के रूप में अवाडा की स्थिति और मजबूत होती है। साथ ही एक सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए ग्रीन एनर्जी के दोहन को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता भी इससे स्पष्ट होती है।
अपनी उपलब्धियों की सूची को और आगे बढ़ाते हुए अवाडा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने पिछले तीन महीनों में कॉर्पाेरेट ग्राहकों और युटिलिटी इकाइयांे से लगभग 1.8 गीगावॉट की अनेक निविदाएं हासिल की हैं। यह सफलता नवीकरणीय ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने की अवाडा की क्षमता और उच्च गुणवत्ता वाले सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रदान करने की कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
ब्रूकफील्ड रिन्यूएबल्स ने अपने ब्रूकफील्ड ग्लोबल ट्रांज़िशन फंड (बीजीटीएफ) के माध्यम से पहले अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड में 8,225 करोड़ रुपए (1 बिलियन डॉलर) तक निवेश करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। इसके अलावा, ग्लोबल पावर सिनर्जी पब्लिक कंपनी लिमिटेड (जीपीएससी), जो अवाडा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एईपीएल) में 42.93 फीसदी इक्विटी होल्डिंग के साथ मौजूदा शेयरधारक है, ने एईपीएल में अतिरिक्त 1,917 करोड़ रुपए (233 मिलियन डॉलर) का निवेश करके अपनी पूंजी बढ़ाने का प्रयास किया है। इस तरह कंपनी की विकास की गति और तेजी पकड़ रही है। यह जीपीएससी के अप्रैल में एईपीएल में 558 करोड़ रुपए (68 मिलियन डॉलर) के पिछले निवेश के बाद है, जिससे अवाडा में उनका कुल निवेश लगभग 6,037 करोड़ रुपए (779 मिलियन डॉलर) हो गया है।
यह सफल फंडिंग राउंड पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के स्थान पर इनोवेशन और टैक्नोलॉजी को चुनने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। पारंपरिक ऊर्जा या नवीनतम ग्रीन टैक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए विकास की राह पर आगे बढ़ने की क्षमता के साथ, देश एक निर्णायक क्षण में खड़ा है। ग्लोबल ट्रांजिशन फंड के माध्यम से अनेक नए अवसर नजर आ रहे हैं।
अवाडा ग्रुप के चेयरपर्सन और फाउंडर विनीत मित्तल ने कहा, ‘‘यह फंडिंग राउंड अवाडा ग्रुप की अब तक की यात्रा और भारत के ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम अपने निवेशकों और भारत सरकार के समर्थन के लिए आभारी हैं, जिनकी मदद से ही हम वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में योगदान करने और एक सस्टेनेबल फ्यूचर के हमारे वादे को पूरा करने में सक्षम हो रहे हैं।’’
ग्लोबल पावर सिनर्जी पब्लिक कंपनी लिमिटेड (जीपीएससी) के प्रेसिडेंट और सीईओ श्री वोरावत पितयासिरी ने कहा, ‘‘एईपीएल में और निवेश करने का हमारा यह निर्णय दरअसल नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को लेकर उनके स्ट्रेटेजिक एप्रोच के प्रति हमारे विश्वास पर आधारित है, जिसका लक्ष्य 2026 में कम से कम 11 गीगावॉट का लक्ष्य हासिल करना है। यह इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लिए एईपीएल की प्रतिबद्धता सस्टेनेबल ग्रोथ और इनोवेशन की दिशा में हमारे अपने फोकस के साथ अच्छी तरह से मेल खाती है।’’
अवाडा समूह ने ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन अमोनिया के निर्माण में विविधता कायम की है और सौर सेल और मॉड्यूल के निर्माण के साथ सौर पीवी सप्लाई चेन में अपने फुटप्रिंट का विस्तार किया है। कंपनी वर्तमान में 4 गीगावॉट और लगभग 7 गीगावॉट का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो संचालित करती है, जो कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।