भारत, 20 जून, 2023- शूलिनी यूनिवर्सिटी, देश की टॉप रैंक यूनिवर्सिटी ने प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न के साथ डूअल-डिग्री वाली एक महत्वपूर्ण साझेदारी के अंतर्गत भारतीय छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान किए हैं। किसी निजी भारतीय विश्वविद्यालय के साथ यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न की पहली डूअल-डिग्री पार्टनरशिप के साथ यह संभव हो पाया है। इसके साथ ही शूलिनी विश्वविद्यालय की शानदार साख और प्रतिष्ठा भी नए सिरे से प्रमाणित होती है।
प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शूलिनी यूनिवर्सिटी को भारत के निजी विश्वविद्यालयों में पहले रैंक पर रखा गया है और इसे ओवरऑल देश की दूसरी रैंक वाली यूनिवर्सिटी बताया गया है। इसी तरह यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न को ऑस्ट्रेलिया के अग्रणी विश्वविद्यालय के रूप में ऑस्ट्रेलिया में पहले स्थान पर और दुनिया भर में 34वीं पोजीशन पर रखा गया है। इस तरह दोनों प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के बीच इस साझेदारी से एकेडमिक क्षेत्र में एक्सीलैंस और इनोवेशन के लिहाज से नए स्टैंडर्ड कायम होने की संभावनाएं नजर आ रही हैं।
बैचलर ऑफ साइंस एडवांस्ड (ऑनर्स) से शुरू होने वाला डूअल डिग्री प्रोग्राम, छात्रों को विश्व स्तरीय पाठ्यक्रम प्रदान करता है और वास्तव में ग्लोबल स्तर की शिक्षा के दरवाजे उनके लिए खोलता है। इस ऐतिहासिक समझौते के तहत, भारतीय छात्रों को दोहरी डिग्री कार्यक्रम के साथ एक अनूठा लाभ प्राप्त होता है, जिससे उन्हें अपने देश में और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न दोनों में विज्ञान में स्नातक अध्ययन करने की सुविधा मिलती है। इसके तहत उन्हें शूलिनी विश्वविद्यालय में दो वर्ष अध्ययन करना होता है और इसके बाद मेलबर्न में दो वर्ष बिताने होते हैं। तीसरे और चौथे वर्ष में छात्रों को सही अर्थों में ग्लोबल एजुकेशन अनुभव होता है। इस दौरान उन्हें एग्रीकल्चर, सस्टेनेबिलिटी और एन्वायर्नमेंट, बायोसाइंसेस और कंप्यूटर विज्ञान सहित अनेक मल्टीडिस्प्लिीनरी मेजर्स में से चुनने का मौका मिलता है।
साझेदारी के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए शूलिनी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा, ‘‘हमें इस बात की बहुत खुशी है कि हम अपने एक्सेप्शनल प्रतिभाशाली स्नातक छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन करने के बेहतर अवसर प्रदान करने जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न के साथ यह सहयोग एक विश्व स्तरीय संस्था के तौर पर शूलिनी विश्वविद्यालय की ग्लोबल पोजीशन को रेखांकित करता है। इसके अलावा, यह हमारे छात्रों के लिए कई और अवसरों के द्वार भी खोलता है।’’
एक अतिरिक्त लाभ के रूप में, योग्य छात्र एक अतिरिक्त वर्ष के लिए अपनी पढ़ाई का विस्तार करने का विकल्प चुन सकते हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न में मास्टर ऑफ साइंस पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलियाई सरकार के मानदंडों को पूरा करने वाले छात्रों के पास ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई पूरी करने पर अध्ययन के बाद के कार्य अधिकारों के लिए आवेदन करने का विकल्प भी होगा।
प्रोफेसर माइकल वेस्ली, डिप्टी वाइस चांसलर, ग्लोबल, कल्चर एंड एंगेजमेंट, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न, ने कहा कि यह समझौता उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले भारतीय छात्रों को वास्तव में वैश्विक शिक्षा प्राप्त करने और अपने अंतरराष्ट्रीय पेशेवर नेटवर्क का निर्माण करने का अवसर देगा।
“यह एक भारतीय विश्वविद्यालय के साथ हमारी चौथी और एक निजी विश्वविद्यालय के साथ हमारी पहली दोहरी डिग्री साझेदारी है। छात्रों को एक अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रदान करने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय के साथ काम करने की हमें खुशी है। यह अंतरराष्ट्रीय शिक्षा छात्रों को आज की विश्व स्तर पर जुड़ी दुनिया के लिए तैयार करेगी,” प्रोफेसर वेस्ले ने कहा।
“हम क्षमता निर्माण और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा को एक साथ आकार देने के लिए प्रीमियम भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं, और ग्लोबल स्तर पर मेलबर्न विश्वविद्यालय के करीब 5 लाख पूर्व छात्रों के विशाल नेटवर्क के साथ भारतीय छात्रों को जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।”
इस कोर्स का पाठ्यक्रम यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न द्वारा बनाए गए कठोर मानकों को दर्शाता है। इसके अलावा, शूलिनी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी सदस्य भी व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए मेलबर्न जाएंगे, जिससे दोनों संस्थानों के बीच ज्ञान का अधिक आदान-प्रदान संभव हो सकेगा।
शूलिनी विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न मिलकर भारतीय छात्रों के लिए एक्सेप्शनल वैश्विक शिक्षा तक पहुंच का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं, जिससे आज की आपस में जुड़ी दुनिया में तेजी से आगे बढ़ने के लिए तैयार अत्यधिक कुशल पेशेवरों की एक नई पीढ़ी तैयार हो रही है।
इस महत्वपूर्ण साझेदारी को पिछले सप्ताह शूलिनी विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधि मंडल और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न के वरिष्ठ अधिकारीयों के बीच आयोजित एक बैठक के दौरान अंतिम रूप दिया गया।
इस बैठक का नेतृत्व शूलिनी विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने किया और इसमें ट्रस्टी और डायरेक्टर एडमिशंस अवनी खोसला, डीन, रिसर्च डॉ. सौरभ कुलश्रेष्ठ और एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. रोज़ी धांता और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न के डिप्टी वाइस चांसलर प्रोफेसर माइकल वेस्ली सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक ने एक ऐसी साझेदारी का मार्ग प्रशस्त किया, जिसकी सहायता से दोनों विश्वविद्यालयों और उनके छात्रों को पारस्परिक रूप से लाभ होगा।