मुंबई, 28 जून, 2023: एमएसएमई (लघु एवं मध्यम उद्योग) भारत की अर्थव्यवस्था का एक तिहाई हिस्सा बनाते हैं और देश के आत्मनिर्भर एजेंडा के मुख्य स्तंभों में से एक हैं। ऐसे समय में जब कारोबारों के लिए अपना अस्तित्व बनाए रखने एवं विकसित होने के लिए डिजिटल रूपान्तरण ज़रूरी हो गया है, सरकार भी एमएसएमई सेक्टर की मुख्य चुनौतियों को हल करने के लिए डिजिटल एवं टेक्नोलॉजी के अडॉप्शन पर ज़ोर दे रही है। विश्व एमएसएमई दिवस के मौके पर आज भारत के प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता वोडाफोन आइडिया की एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस ने अर्थव्यवस्था के समावेशी विकास के लिए एक बार फिर से एमएसएमई के डिजिटलीकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
वी बिज़नेस ने भारत के एमएसएमई सेक्टर का सबसे बड़ा मूल्यांकन किया, जिसके तहत 16 उद्योगों से तकरीबन 1 लाख उत्तरदाताओं को कवर किया गया- वी बिज़नेस ने एमएसएमई की डिजिटल तैयारियों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। एमएसएमई की डिजिटल परिपक्वता एवं डिजिटल अडॉप्शन के उनके स्तर को समझना इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य है। इन 16 उद्योगों में मीडिया एवं एंटरटेनमेन्ट, मैनुफैक्चरिंग, आईटी एवं आईटीईएस, शिक्षा, लॉजिस्टिक्स, पेशेवर सेवाएं, बैंकिंग, निर्माण, खनन आदि शामिल हैं।
360 डिग्री रैडी फॉर नेक्स्ट 2.0 प्रोग्राम के लॉन्च के साथ इन पहलुओं को कवर किया जाएगा- 1) ‘अनलॉकिंग एमएसमई ग्रोथ इनसाईट्स- 2023 के रूझान’ 2023; 2) एमएसएमई को टेक्नोलॉजी अपनाने में मदद करने के लिए डिजिटल स्व मूल्यांकन के टूल्स को अपग्रेड करना; और 3) उन्हें विकसित होने में मदद करने के लिए एक्सक्लुज़िव एमएसएमई ऑफर्स- इन सभी प्रयासों के साथ वी बिज़नेस ने इस सेगमेन्ट में विकास पर अपने फोकस को और अधिक सशक्त बना लिया है।
प्रोग्राम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अरविंद नेवातिया, चीफ़ एंटरप्राइज़ बिज़नेस ऑफिसर, वोडाफोन आइडिया ने कहा, ‘‘लघु एवं मध्यम उद्योग भारत के जीडीपी (सकल घरेलु उत्पाद) में लगभग 30 फीसदी योगदान देते हैं। इस सेक्टर में तेज़ी से डिजिटलीकरण हुआ है, लेकिन फिर भी महामारी के बाद डिजिटल मैच्योरिटी इंडैक्स मात्र 55 से 60 फीसदी बना हुआ है। हमारा मानना है कि ही टेक्नोलॉजी टूल्स के द्वारा एमएसएमई अपनी विकास की क्षमता का सही लाभ उठा सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में और भी अधिक योगदान दे सकते हैं। रैडी फॉर नेक्स्ट प्रोग्राम के माध्मय से हम एमएसएमई को ऐसे दीर्घकालिक समाधान उपलब्ध कराना चाहते हैं, ताकि वे अपनी निर्णय निर्धारण प्रक्रिया को सरल बना सकें, साथ ही अपने बिज़नेस के लिए सही फोकस एव समाधानों के द्वारा आने वाले कल के लिए तैयार हो सकें। हमारे समाधान इस तरह से तैयार किए गए हैं कि वे आज के डिजिटल दौर में एमएसएमई की उत्पादकता, पहुंच एवं सुरक्षा को बढ़ाने में कारगर हैं।’’
वी बिज़नेस ने इस अध्ययन के परिणामों के आधार पर एमएसएमई के लिए प्रासंगिक प्रोपोज़िशन तैयार किए हैं, ताकि एमएसएमई की बदलती कारोबार संबंधी ज़रूरतों को पूरा किया जा सके। इसके अलावा वी बिज़नेस ने इस साल अपने डिजिटल असेसमेन्ट टूल को भी बेहतर बनाया है।
o रैडी फॉर नेक्स्ट डिजिटल असेसमेन्ट टूलः वी बिज़नेस ने दून एण्ड ब्राडस्ट्रीट के सहयोग से एक ऐसे प्लेटफॉर्म का विकास किया है जो एमएसएमई को डिजिटल रूप से तैयार करता है, उन्हें समस्याओं को समझ कर हल करने तथा भविष्य के लिए तैयारी हेतु ज़रूरी कदम उठाने में मदद करता है। ‘रेडी फॉर नेक्स्ट’ मूल्यांकन प्रक्रिया के द्वारा कारोबार के मालिक तीन पहलुओं का मूल्यांकन कर सकते हैंः डिजिटल उपभोक्ता, डिजिटल कार्यस्थल एवं डिजिटल कारोबार। इन परिणामों के आधार पर प्लेटफॉर्म कंपनी को प्रासंगिक यूज़र विशिष्ट रिपोर्ट देता है, जिसमें डिजिटल मैच्योरिटी स्कोर, उद्योग जगत के समक्ष बेंचमार्क आदि का विवरण दिया जाता हे, साथ ही टेक्नोलॉजी पर आधारित समाधान सुझाए जाते हैं।
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रैडी फॉर नेक्स्ट 2.0 टूल कस्टमाइज़्ड सवालों के साथ एक बेहतर वर्ज़न है, जो अपने आप में अधिक गतिशील एवं व्यक्तिगत मूल्यांकन है। यह कंपनी के सालाना टर्नओवर और एमएसएमई उत्तरदाता के उद्योग पर आधारित होगा। एमएसएमई इस प्लेटफॉर्म को https://www.myvi.in/business/enterprise-segments/smb/msme-readyfornext-digital-assessmentसे एक्सेस कर सकते हैं।
o रैडी फॉर नेक्स्ट एक्सक्लुज़िव एमएसएमई ऑफर्स तीन स्तंभों पर आधारित है- सहयोग एवं उत्पादकता, उपभोक्ताओं तक पहुंच एवं सुरक्षा। अंतिम उपभोक्ताओं के लिए उत्पादकता, दक्षता एवं पहुंच बढ़ाने और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए वी बिज़नेस कई प्रकार के प्रोडक्ट्स लेकर आया है, जिन्हें विशेष कीमतों पर खास एमएसएमई के लिए तैयार किया गया है।