मुंबई, भारत,19 जुलाई 2023: यह दुनिया में भारत का समय है। दुनिया भर में भारी उथल-पुथल के बरपजूइ भारत ने वित्तीय वर्ष 23 में 7 फीसदी से अधिक विकास दर दर्ज की है। यह हमारी अपार क्षमता का प्रमाण है। हम पहले से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और अगले चार सालों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। हमें सभी 1.4 बिलियन भारतीयों के लिए समृद्धि को सुनिश्चित करना है। अगर हम अपने प्रति व्यक्ति आय को 2000 डॉलर से बढ़ाकर 5000 डॉलर कर लें तो हर व्यक्ति का जीवनस्तर अच्छा होगा। हम इस दशक से पहले इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और ऐसा करके रहेंगे।
भारतीय अर्थव्यवस्था में मांग बहुत अधिक है। हमें हमारी बहुत सी ज़रूरतों के लिए आयात पर निर्भर करना पड़ता है। हमारा सालाना आयात 700 बिलियन डॉलर से अधिक है। जल्द ही यह 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। इसमें से 50 फीसदी आयात प्राकृतिक संसाधनों का किया जाता है, जिसमें तेल, गैस, सोना, हीरा, तांबा और एलुमिनियम शामिल हैं। कल्पना कीजिए कि अगर हम भारत में ही इन सब खानों को खोज लें तो देश की अर्थव्यवस्था पर कितना सकारात्मक प्रभाव होगा। हम नौकरियां उत्पन्न कर सकते हैं, अपना जीडीपी और सरकार का राजस्व बढ़ा सकते हैं। आपकी कंपनी भारत की सबसे बड़ी विविध प्राकृतिक संसाधन कंपनी है, जो देश में मौजूद अपार अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार है तथा इस दृष्टि से मजबूत स्थिति में है।
आज पूरी दुनिया भारत को दुनिया की अगली फैक्टरी के रूप में देख रही है हमारा देश ‘चीन प्लस 1’ रणनीति का मुख्य लाभार्थी है। हमारे पास ऐसी सरकार है जो निवेश अनुकूल माहौल का निर्माण करते हुए अपना फोकस बनाए हुए है।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में अपार अवसर हैं। भारत हर साल 100 बिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स का आयात करता है, जिसमें से लगभग 30 बिलियन डॉलर के सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास आयात किए जाते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने सेमीकंडक्टर्स एवं डिस्प्ले फैब्स के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रगतिशील नीतियां जारी की हैं। इस साल सरकार से अनुमोदन मिलने पर आपकी कंपनी सेमीकंडक्टर फैब और डिस्प्ले फैब में ऐतिहासिक प्रवेश करेगी। इससे सेक्टर में कंपनी के तीव्र विकास के लिए नए मार्ग प्रशस्त होंगे, जो देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
हमारी सब्सिडरी ऐवन स्ट्रेट दुनिया में ग्लास सब्स्ट्रेट की चौथी सबसे बड़ी निर्माता है, जिसके पास पेटेंटेड टेक्नोलॉजी है और यह इस दृष्टि से दुनिया की मात्र 4 कंपनियों में से एक है। हमने सेमीकंडक्टर वेंचर के लिए कई साझेदारियां की हैं। इन साझेदारियों के माध्यम से हम अपने युवाओं को किफ़ायती इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज़ उपलब्ध कराएंगे जो उनकी ज़रूरतों को पूरा कर सकें।
हमारे पास दुनिया की सबसे अधिक युवा आबादी है, जिसकी औसत उम्र 29 वर्ष है, ऐसे में आगामी दशकों के लिए हमारे पास अच्छा जनसांख्यिकी लाभांश है। भारत की सबसे बड़ी विविध प्राकृतिक संसाधन एवं टेक्नोलॉजी कंपनी होने के नाते हमें भारत की विकास की क्षमता पर पूरा भरोसा है।
जैसा कि आप जानते हैं, अब तक हम भारत में 35 बिलियन डॉलर से अधिक (लगभग 2.9 लाख करोड़) निवेश कर चुके हैं, जो देश के जीडीपी में 1.4 फीसदी से अधिक योगदान देता है। पिछले सात वर्षों में सरकारी कोष में हमारा योगदान लगभग 3 लाख करोड़ रु रहा है, जिसमें से अकेले वित्तीय वर्ष 23 में हमने 74000 करोड़ का योगदान दिया। आने वाले सालों में हम बड़ी मात्रा में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कंपनी का प्रदर्शनः
कंपनी के प्रदर्शन पर ध्यान दें तो मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमने दृढ़ता का प्रदर्शन करते हुए प्रभावशाली परिणाम दिए हैं। ऐसा हर चुनौती को अवसर के रूप में देखने के वेदांता के दृष्टिकोण की वजह से ही संभव हो पाया है। वित्तीय वर्ष 23 में हमारा राजस्व रु 145404 करोड़ था, और ईबीआईटीडीए रु 35,241 करोड़ था। हमने एलुमिनियम, जिं़क और स्टीम का अब तक का अधिकतम उत्पादन किया। अपने टै्रक रिकॉर्ड को जारी रखते हुए वित्तीय वर्ष में हमने रु 101.5 प्रति शेयर का लाभांश घोषित किया। इस साल हम पहले से रु 18.5 प्रति शेयर का लाभांश घोषित कर चुके हैं। पिछले दशक में हमने अपने हितधारकों को लगभग रु 1 लाख करोड़ का लाभांश वितरित किया।
हमें विश्वास है कि प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में हमारी सशक्त मौजूदगी आने वाले वर्षों में हमें अच्छे परिणाम देगी। भारत के सशक्त विकास के अलावा खनिज-गहन उर्जा रूपान्तरण से मांग बढ़ेगी। वेदांता के पोर्टफोलियो में मौजूद 7 मिनरल्स पहले से नई एवं उभरती तकनीकों के विकास में सक्षम हैं। हमारे पोर्टफोलियो में उच्च गुणवत्ता एवं कम लागत की पहले स्तर की सम्पत्तियां हैं। उल्लेखनीय है कि हमारे ज़्यादातर प्रोडक्ट्स की मांग दो अंकों की दर से बढ़ रही है। इस साल हम अपने कारोबार में कैपेक्स के विकास के लिए 1.7 बिलियन डॉलर यानि लगभग रु 14000 करोड़ का व्यय करेंगे।
हम अपने कारोबार क्षेत्रों में अग्रणी स्थिति पर हैं। हमारी सब्सिडरी हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी पूर्णतया एकीकृत ज़िंक-लैड उत्पाद और दुनिया की छठी सबसे बड़ी सिल्वर उत्पादक है। तेल और गैस सेक्टर की बात करें तो हम सबसे बड़े निजी क्षेत्र के उत्पादक हैं जो देश के हाइड्रोकार्बन उत्पादन में 25 फीसदी योगदान देते हैं। हम भारत में एलुमिनियम के सबसे बड़े उत्पादक हैं। हाल ही में हमने अपने कच्चे माल की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कोयला एवं बॉक्साईट सम्पत्तियों का अधिग्रहण भी किया है।
हमने निकोमेट से उत्पादन को भी संचालित किया है। हम भारत में निकल के एकमात्र उत्पादक हैं और देश की उन कंपनियों में शामिल हैं जिनकी कॉपर उत्पादन क्षमता सबसे अधिक है। पांच सालों के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायाल ने वेदांता लिमिटेड को अपकीपिंग गतिविधियों की इज़ाज़त दी है। हमारे आयरन ओर कारोबार में 180 मिलियन टन के भंडार हैं जो अगले दशक के लिए सुरक्षित आपूर्ति को सुनिश्चित करेंगे।
आपकी कंपनी विकसित हो रही है, हमने अपने हितधारकों को अधिकतम लाभान्वित करने के लिए अपने स्टील एवं कच्चे माल के कारोबार की सामरिक समीक्षा शुरू कर दी है।
ईएसजी और टेक्नोलॉजी
ईएसजी हमारा मुख्य कारोबार है। हमारी इस प्रतिबद्धता को दुनिया भर में पहचाना गया है। एस एण्ड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेन्ट 2022 में वेदांता को 216 ग्लोबल मैटल एवं माइनिंग कंपनियों में छठे स्थान पर रखा गया। हम 2050 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन और 2030 तक शुद्ध जल सकारात्मकता को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। शुद्ध शून्य संचालन को सुनिश्चित करने के लिए हमने अगले 10 सालों में 5 बिलियन डॉलर की शपथ ली है। हमारे विकार्बोनीकरण के प्रयासों में शामिल हैं- चौबीसों घण्टे 2.5 गीगावॉट नवीकरणीय उर्जा की उपयोगिता और 2030 तक उत्सर्जन को कम करने के लक्ष्य। हमारे चार कारोबार- कैयर्न ऑयल एण्ड गैस, हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड, फेकर एण्ड आयरन ओर बिज़नेस पहले से जल सकारात्मक बन चुके हैं।
सामाजिक एवं सामुदायिक विकासः
वेदांता में हम एक प्रयोजन के साथ कारोबार करते हैं। हम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हमारे नंदघर 2 करोड़ महिलाओं और 7 करोड़ बच्चों के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए तत्पर हैं। आधुनिक आंगनवाड़ियों के नेटवर्क के माध्यम से हम महिलाओं के कौशल विकास एवं बाल कल्याण को सुनिश्चित करते हैं। वर्तमान में हम 5500 से अधिक नंदघरों का संचालन करते हैं और हाल ही में हमने 25000 अन्य सेंटर विकसित करने के लिए एमओयू साईन किया है। इसके अलावा हमने सामाजिक प्रभाव प्रोग्रामों एवं सामुदायिक विकास के लिए रु 5000 करोड़ की शपथ ली है। 2023 में हमने 4.4 करोड़ लोगों के जीवन को प्रभावित किया और विभिन्न सामाजिक प्रभाव गतिविधियों पर रु 450 करोड़ खर्च किए।
लोगों के लिए अनुकूल प्रथाएं एवं एचआर घोषणाएं:
जिस तरह हमारे पास विश्वस्तरीय भौतिक सम्पत्ति है, उसी तरह हमारे पास विश्वस्तरीय मानव सम्पत्ति भी है। हमारे पास वरिष्ठ एवं युवा लीडरों का संयोजन है, जो अपने अनुभव एवं विशेषज्ञता के साथ कंपनी के विकास को सुनिश्चित करते हैं। हम विविधता एवं समावेशन के लिए प्रतिबद्ध हैं और 2030 तक लीडरशिप पदों पर 40 फीसदी महिलाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं। हमें गर्व है कि हमें लगातार तीसरे साल ग्रेट प्लेस टू वर्क का प्रमाणपत्र मिला है।
भारत और वेदांता में मेरे प्रिय हितधारकों, हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां अभूतपूर्व अवसर हमारे सामने हैं। विकास के ढेरों मार्ग हैं। बहुत कुछ है जिसे हम हासिल कर सकते हैं। एक साथ मिलकर हम आपके कंपनी को विकास की नई उंचाईयों तक पहुंचा सकते हैं और महान राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
आपका साथ ही वेदांता परिवार की असली शक्ति है। इस शक्ति के साथ हम ना केवल कंपनी बल्कि देश को नई उंचाईयों पर लेकर जाएंगे। आइए, हम सब मिलकर सुनहरे भविष्य की ओर मजबूत कदम बढ़ाएं।