भारत, 18 जुलाई, 2023: अखिल भारतीय स्तर पर परिचालन करने वाली, वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों में से एक (“सीआईएल”, ” चॉयस ” या “कंपनी”) चॉयस इंटरनेशनल लिमिटेड (बीएसई: 531358, एनएसई: चॉयसइन) ने 30 जून, 2023 को समाप्त होने वाली तिमाही और वर्ष के लिए अपने वित्तीय परिणाम की घोषणा की। चॉयस की तिमाही 139.3 करोड़ रुपये की आय के साथ समाप्त हुई जो वित्त वर्ष ’23 की पहली तिमाही के मुकाबले 77% अधिक है। इस तिमाही के लिए हमारा समेकित एबिट्डा और कर पश्चात मुनाफा, क्रमशः 37.6 करोड़ रुपये और 21.3 करोड़ रुपये रहा। चॉयस के ब्रोकिंग कारोबार का प्रदर्शन मज़बूत रहा और इस तिमाही में कंपनी ने 41,000 नए डीमैट खाते जोड़े हैं, जिन्हें मिलकर कुल डीमैट खातों की संख्या 72.1 लाख हो गई।
म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए एयूएम सालाना स्तर पर 28% की बढ़ोतरी के साथ 405.4 करोड़ रुपये रहा। चॉयस इंश्योरेंस ब्रोकिंग तिमाही-दर-तिमाही लगातार बढ़ोतरी दर्ज कर रही है और वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में, इस कारोबार ने कुल 33.8 करोड़ रुपये का प्रीमियम हासिल किया, जो साल-दर-साल आधार पर 186% की बढ़ोतरी है। समीक्षाधीन अवधि में बेची गई पॉलिसी की संख्या में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी हुई जो 106% बढ़कर 8,008 रही। चॉयस ने अपने उत्पादों को बेचने के लिए 25 से अधिक बीमा कंपनियों के साथ भी भागीदारी की है ताकि ये उत्पाद उनके प्लेटफॉर्म पर बेचे जा सकें।
चॉयस ने अपने एनबीएफसी कारोबार को सफलतापूर्वक बढ़ाया है। इसे पिछले साल जून में पूर्ण रूप से लॉन्च किया गया था, और फिलहाल इसका कुल लोन बुक 415.2 करोड़ रूपये का है। कंपनी अपने खुदरा लोन बुक को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है जो वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 148.4 करोड़ रुपये का रहा।
चॉयस इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कमल पोद्दार के अनुसार- “वित्त वर्ष 2022-23, असाधारण साल था और इसने चॉयस को आने वाले दिनों में उच्चतर वृद्धि हासिल करने की दिशा में कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है। नया वित्त वर्ष, चॉयस के लिए अच्छी शुरुआत लेकर आया और इसने अगले वर्ष के लिए आधार तैयार कर दिया है। कंपनी का एनबीएफसी कारोबार, विशेष रूप से अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से तैयार खुदरा ऋण कार्यक्रमों के ज़रिये एमएसएमई को सशक्त बनाएगा। हमारा उद्देश्य है अनौपचारिक ऋण क्षेत्र को नियमित करना और ग्राहक के सफ़र को डिजिटलीकृत करना। जहां तक हमारी हमारी परामर्श इकाई का सवाल है, हम आख़िरी लाभार्थी तक सेवा पहुंचाने के लिए सरकार के साथ मिलकर उसकी विभिन्न मिशन परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।
मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि आज हमारे चॉइस परिवार में 32,000 से अधिक बिजनेस एसोसिएट शामिल हैं जो पूरे भारत में ग्राहकों की सेवा करने में हमारी मदद कर रहे हैं। आने वाले साल में हम अपना ध्यान अपनी पहुंच का विस्तार करने और हर तिमाही में बेहतर आय दर्ज करने पर केंद्रित करेंगे। चॉयस, आगामी तिमाहियों में, परिचालन दक्षता में मज़बूती, सम्मानित टैलेंट पूल (कर्मचारी) और प्रौद्योगिकी के साथ उच्चतर वृद्धि के लिए तैयार है। हम अपने ग्राहकों को नवोन्मेषी नए उत्पाद प्रदान करते हुए हर कदम पर सफल होना चाहते हैं और हमारा लक्ष्य है “सर्वश्रेष्ठ” बनना।
परामर्श कारोबार का ऑर्डर बुक भी सफलतापूर्वक बढ़कर समीक्षाधीन तिमाही में 527 करोड़ रुपये हो गया जो पिछली तिमाही में 380 करोड़ रुपये था। चॉयस का मकसद है ज़मीनी स्तर पर परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में सरकार की सहायता करना और कंपनी ने अब तक, देश में दो लाख से अधिक पीएमएवाई लाभार्थियों को सेवा प्रदान की है।
उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है, हालांकि, चॉयस को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि उसने एनएसई की सक्रिय (यूसीसी) सूची में अपना16वां स्थान, जबकि फुल सर्विस ब्रोकर श्रेणी में 5वां स्थान बरकरार रखा है।
अन्य मुख्य बातें
- मासिक एसआईपी बुक5.2 करोड़ रुपये का हो गया, सालाना स्तर पर 53% की बढ़ोतरी
- बीमा प्रीमियम से33.8 करोड़ रुपये का सृजन हुआ, सालाना स्तर पर 186% की बढ़ोतरी
- वित्त वर्ष 2023-24की पहली तिमाही के अंत में लोन बुक 415.2 करोड़ का रुपये रहा, जबकि इसी अवधि में खुदरा लोन बुक 148.4 करोड़ रुपये का रहा
- 30जून, 2023तक शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनएनपीए) 0.27% रही
- परामर्श खंड की आय39.4 करोड़ रुपये रही जबकि ऑर्डर बुक 527 करोड़ रुपये रहा