यह रिपोर्ट ऑनलाईन खरीददारी की ओर उपभोक्ताओं के बढ़ते झुकाव पर रोशनी डालती है, और बताती है कि फिज़िकल एवं डिजिटल चैनलों पर बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए ब्राण्ड किस तरह तेज़ी से ओमनीचैनल स्टै्रटेजीज़ को अपना रहे हैं।
वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान इलेक्ट्रोनिक पेरिफरल्स एवं होम अप्लायन्सेज़, आईवियर एवं एक्सेसरीज़ की मांग सबसे अधिक रही
ई-कॉमर्स स्पेस में इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्ट्स एवं पेरिफरल्स सेगमेन्ट में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान इस सेगमेन्ट में ऑर्डर वॉल्युम में 46.8 फीसदी तथा जीएमवी में 20.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसका श्रेय नए ब्राण्ड्स को दिया जा सकता है जो सेगमेन्ट में किफ़ायती प्रोडक्ट्स के विकल्प ला रहे हैं।
आईवियर और एक्सेसरीज़ सेगमेन्ट ने वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 44.6 फीसदी सालाना बढ़ोतरी दर्ज की। इसी अवधि के दौरान सेगमेन्ट में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में जीएमवी में भी 52.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ब्यूटी एण्ड पर्सनल केयर सेगमेन्ट की बात करें तो इसमें 26.6 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई है, इसी तरह जीएमवी भी इस सेगमेन्ट में 18.9 फीसदी सालाना की दर से बढ़ा है। युवा उपभोक्ताओं में ऑनलाईन खरीददारी के बढ़ते रूझानों के चलते फैशन और एक्सेसरीज़ सेगमेन्ट में वॉल्युम में 19.5 फीसदी और जीएमवी में 15.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
नई ई-कॉमर्स कैटेगरीज़ होम डेकोर, हेल्थ और फार्मा ने तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की
आर्टीफेक्ट्स, किचनवेयर, वॉल हैंगिंग और प्लांट एक्सेसरीज़ की बढ़ती मांग के साथ होम डेकोर सेगमेन्ट ने वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 27.2 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की है। ब्राण्ड्स द्वारा उच्च गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स पेश किए जाने के कारण सेगमेन्ट का जीएमवी भी वित्तीय वर्ष 2022 की तुलना में 46.5 फीसदी सालाना की दर से बढ़ा है। इस तरह अवधि के दौरान औसत ऑर्डर मूल्य में 15 फीसदी का उछाल आया है।
हेल्थ एण्ड फार्मा, महत्वपूर्ण ई-कॉमर्स सेगमेन्ट बन गया है, उपभोक्ता लगातार दवाओं और न्यूट्रास्युटिकल की ऑनलाईन खरीददारी कर रहे हैं, जिसके चलते वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान सेगमेन्ट में ऑर्डर वॉल्युम में 22.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। विभिन्न उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करते हुए इस सेगमेन्ट में जीएमवी में 38.5 फीसदी तथा भी औसत ऑर्डर मूल्य में 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मार्केटप्लेसेज़ ने वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान 31.2 की बढ़ोतरी दर्ज की
ब्राण्ड्स अपनी वेबसाईट्स और मार्केटप्लेसेज़ पर उपभोक्ताओं को सेवाएं प्रदान करने के लिए मिश्रित दृष्टिकोण अपना रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान उपभोक्ताओं का झुकाव मार्केटप्लेसेज़ की तरफ़ बढ़ा है, जहां इस अवधि के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 31.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ब्राण्ड्स अपनी वेबसाईट्स के ज़रिए उपभोक्ताओं को एक्सक्लुज़िव और पर्सनलाइज़्ड अनुभव प्रदान कर रहे हैं। जिसके चलते वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
इसी तरह बड़ी संख्या में ब्यूटी एवं पर्सनल केयर ब्राण्ड्स मार्केटप्लेसेज़ पर अच्छे डिस्काउन्ट दे रहे हैं, जिसके चलते वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 80.1 फीसदी की ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। वहीं ब्राण्ड वेबसाईट्स ने भी इसी अवधि के दौरान सेगमेन्ट में 20.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रोनिक्स प्रोडक्ट्स एवं पेरिफरल्स और होम अप्लायन्सेज़ में भी वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ब्राण्ड वेबसाईट्स पर 55.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि मार्केटप्लेसेज़ ने इसी सेगमेन्ट ऑर्डर वॉल्युम में 36.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। अन्य सेगमेन्ट्स जैसे होम डेकोर, फैशन एण्ड एक्सेसरीज़ और एफएमसीजी ने वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान मार्केटप्लेसेज़ पर ऑर्डर वॉल्युम में क्रमशः 39.1 फीसदी, 27.1 फीसदी और 23.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
पहले स्तर के शहरों ने तेज़ी से विकास किया वहीं दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों ने ज़बरदस्त क्षमता का प्रदर्शन किया
कार्यालय अपना नियमित संचालन फिर से शुरू कर चुके हैं, जिसके चलते दूसरे और तीसरे स्तर की तुलना में पहले स्तर के शहरों और महानगरों में ऑर्डर वॉल्युम में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। पहले स्तर के शहरों में वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर वॉल्युम में 31.1 फीसदी बढ़ोतरी हुई, जबकि दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों ने इसी अवधि के दौरान क्रमशः 23.3 फीसदी और 22.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में ई-कॉमर्स में लगातार विकास उनकी क्षमता को दर्शाता है। इन शहरों में ई-कॉमर्स का अडॉप्शन और ऑनलाईन कन्ज़्यूमर एक्टिविटी लगातार तेज़ी से बढ़ी है। इन क्षेत्रों से छोटे कारोबार सेल्स चैनल के लिए ई-कॉमर्स की ओर रूख कर रहे हैं।
दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में मार्केट शेयर वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान क्रमशः 18.6 फीसदी और 37.1 फीसदी रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2022 में क्रमशः 19.2 फीसदी और 38.6 फीसदी था, इस तरह इसमें मामूली गिरावट आई है। पहले स्तर के शहरों में मार्केटशेयर हल्का सा बढ़कर 44.3 फीसदी पर रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 42.2 फीसदी था।
ब्राण्ड्स उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए ऑर्डर रिटर्न से जूझ रहे हैं
वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ऑर्डर रिटर्न बढ़कर 10.4 फीसदी पर पहुंच गया, जो पिछले साल वित्तीय वर्ष 22 में 9.8 फीसदी था। रिपोर्ट के मुताबिक ऑर्डर रिटर्न बढ़ने का मुख्य कारण कैश-ऑन-डिलीवरी को दिया जा सकता है। वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान सीओडी ऑर्डर्स की रिटर्न रेट 20.9 फीसदी रही, जो वित्तीय वर्ष 22 के आंकड़े 19.3 फीसदी की तुलना में अधिक थी। इसके विपरीत प्रीपेड ऑर्डर के रिटर्न की बात करें तो इसमें मामूली सी बढ़ोतरी हुई। यह आंकड़ा वित्तीय वर्ष 22 में 5.6 फीसदी था जो वित्तीय वर्ष 23 में बढ़कर 5.8 फीसदी हो गया। प्रीपेड ऑर्डर पर रिटर्न रेट कम होने के कारण कंपनियां ऐसे ऑर्डर्स को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही हैं। वे उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने और रिटर्न रेट कम करने के लिए योजनाएं बना रही हैं। कुल रिटर्न का 60 फीसदी सीओडी ऑर्डर्स में ही होता है, वहीं प्रीपेड ऑर्डर रिटर्न में 39.2 फीसदी का योगदान देते हैं।
रोचक तथ्य यह है कि वित्तीय वर्ष 23 के दौरान मार्केटप्लेसेज़ ऑर्डर पर रिटर्न 26.3 फीसदी बढ़ा है, जो वित्तीय वर्ष 22 में 24.2 फीसदी था। टेक्नोलॉजी के उपयोग और कन्ज़्यूमर कनेक्ट बढ़ने के साथ डी2सी ब्राण्ड्स ने ऑर्डर रिटर्न में मामूली सी कमी दर्ज की है, जो वित्तीय वर्ष 23 में 6.2 फीसदी रही, जबकि वित्तीय वर्ष 22 में यह 6.3 फीसदी थी।
ओमनीचैनल ब्राण्ड्स की योजनाओं का केन्द्रबिन्दु बना
ओमनीचैनल योजनाओं की मांग बढ़ने के साथ नए दौर के ब्राण्ड्स ने अपने बिज़नेस मॉडल में इस दृष्टिकोण को अपनाया है। जहां एक ओर पारम्परिक उद्यम आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर मजबूत ढांचे का निर्माण कर रहे हैं, जो फिज़िकल और ऑनलाईन दोनों सेल्स चैनलों को अपनी सेवाएं प्रदान कर सके। वहीं वित्तीय वर्ष 23 के दौरान स्टोर से शिप किए गए ऑनलाईन ऑर्डर्स में भी पिछले वर्ष की तुलना में 44.6 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
स्टोर अपने उपभोक्ताओं को खरीददारी का बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए निरंतर ओमनीचैनल टेक्नोलॉजी को अपना रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023 के दौरान ओमनीचैनल संचालन को अपनाने वाले स्टोर्स की संख्या में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 58.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के तीसरे संस्करण के लॉन्च पर बात करते हुए कपिल मखीजा, सीईओ, यूनिकॉमर्स ने कहा, ‘‘इंडिया ई-कॉमर्स इंडैक्स 2023 का लॉन्च हमारे उद्योग के विकास में उल्लेखनीय क्षण है। लगातार 25 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी सेक्टर की सशक्त परिपक्वता को दर्शाती है। ई-कॉमर्स अब सिर्फ एक अतिरिक्त सेल्स चैनल नहीं रहा; यह आधुनिक बिज़नेस का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। कंपनियां न सिर्फ अपने प्रोडक्ट्स बेचने के लिए बल्कि उपभोक्ताओं के साथ जुड़ने के लिए भी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रही हैं। हम सही मायनों में ओमनीचैनल दौर की ओर रूख कर रहे हैं और उपभोक्ता विभिन्न प्रकार के ऑनलाईन एवं ऑफलाईन टचपॉइन्ट्स पर सुगमता से खरीददारी और लेनदेन कर रहे हैं। यूनिकॉमर्स में हम विभिन्न प्रकार के प्रयासां के माध्यम से ई-कॉमर्स खरीददारी को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह व्यापक रिपोर्ट अब हमारी वेबसाईट पर भी उपलब्ध है, जो इस बदलते परिवेश में कारोबारों को सशक्त बनाने के हमारे दृष्टिकोण की पुष्टि करती है।’
यूनिकॉमर्स भारत के प्रामुख ई-कॉमर्स इनेबलनमेन्ट एसएएएस प्लेटफॉर्म्स में से एक है जो ब्राण्ड्स, मार्केटप्लेसेज़ तथा सेवा प्रदाताओं को भी सक्षम बनाता है। मार्केटप्लेसेज़ एवं कार्ट्स, लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं, 3पीएल, ईआरपी, पीओएस और अकाउन्टिंग सॉफ्टवेयर पर 200 से अधिक इंडस्ट्री इंटीग्रेशन्स के साथ इस प्लेटफॉर्म पर कई प्रमुख ब्राण्ड्स जैसे मामाअर्थ, बोट, लाईफस्टाइल, लैंसकार्ट, शुगर कॉस्मेटिक्स, टाइमेक्स, मिन्त्रा, टीसीएनएस, रेयर रैबिट आदि मौजूद हैं।